सिर्फ आठ सप्ताह में दुनिया में पहुंचेगा भारतीय उत्पाद, सरकार ने शुरू की पहल

MSME सेक्टर को अपने उत्पाद बेचने के लिए विदेशों तक सीधी पहुंच मिलने वाली है, वह भी सिर्फ आठ सप्ताह के भीतर. ISF ने "Start Exporting in Eight Weeks" पहल की शुरूआत की है, जिससे "मेक इन इंडिया" को भी बढ़ावा मिलेगा.

सिर्फ आठ सप्ताह में दुनिया में पहुंचेगा भारतीय उत्पाद Image Credit: Suriyapong Thongsawang/Moment/Getty Images

भारतीय उत्पाद अब विदेशी बाजारों में धूम मचाने के लिए तैयार हैं. इंडियन SME फोरम (ISF), जो एक गैर-लाभकारी संगठन है और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (SMEs) का समर्थन करता है, इसने “Start Exporting in Eight Weeks” पहल की शुरूआत की है. इस कार्यक्रम का लक्ष्य भारतीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को वैश्विक व्यापार में अहम बनाना है. साथ ही अमेजन जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ मिलकर “मेक इन इंडिया” उत्पाद को बढ़ावा देना है.

इंडियन SME फोरम के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि यह पहल बाधाओं को तोड़ने का काम करेगी. उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि ई-कॉमर्स गेम-चेंजर बन चुका है, जिससे छोटे व्यापारी आसानी से अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं. डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करने से MSMEs को पारंपरिक लॉजिस्टिक चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी.

क्या है विशेषता

इस पहल की शुरुआत मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट फॉर MSME शोभा करंदलाजे ने ‘बिजनेस बियॉन्ड बॉर्डर कॉन्फ्रेंस 2024’ में की थी, जिसमें MSMEs और व्यापार जगत के लोग शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम को भारतीय MSMEs को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है और इसका उद्देश्य निर्यात को सिर्फ आठ सप्ताह के भीतर बढ़ावा देना है.

इसका लक्ष्य MSMEs को सशक्त बनाना और व्यापार को आत्मनिर्भर और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए आवश्यक उपकरण, ज्ञान और बाजार तक पहुंच उपलब्ध कराना है. इसके साथ ही, यह आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और MSMEs को देश के आर्थिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता के रूप में खड़ा करने का प्रयास है.

क्या कहा मंत्री शोभा करंदलाजे ने

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने विकसित भारत 2047 के विजन को प्राप्त करने में MSMEs की अहम भूमिका का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि हमारे देश को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने में MSMEs का महत्वपूर्ण रोल होगा. साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय निर्यात मानकों की उत्पाद गुणवत्ता पर जोर दिया.

उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक साझेदारियों, जैसे इंडियन SME फोरम, अमेजन और UPS के साथ मिलकर की गई साझेदारियां उद्यमियों के लिए विकास का रास्ता खोलेंगी.