IPO से आने से पहले 200 फीसदी बढ़ा NSE का वैल्युएशन, 4.7 लाख करोड़ रुपये हुई कीमत
National Stock Exchange (NSE) के वैल्युएशन में बड़ा उछाल आया है. 2024 में कंपनी की कीमत 201 फीसदी बढ़कर 4.7 लाख करोड़ रुपये हो गई है. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. कंपनी जल्द ही आईपीओ का भ ऐलान कर सकती है.

National Stock Exchange (NSE) फिलहाल देश की टॉप 500 लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियों में शीर्ष 10 में शामिल है. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले एक वर्ष में NSE के वैल्युएशन में 201 फीसदी का इजाफा हुआ है, जिससे इसकी कीमत अब बढ़कर 4.7 लाख करोड़ रुपये हो गई है. कंपनी ने हाल में ही बाजार नियामक सेबी के सामने IPO की मंजूरी के लिए भी आवेदन किया है.
बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया की तरफ से देश की टॉप 500 लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियों की सूची के मुताबिक, NSE देश की 10वीं सबसे मूल्यवान निजी अनलिस्टेड कंपनी बन गई है. पिछले साल सितंबर, 2024 में आई इसी तरह की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी का मूल्यांकन 3.12 लाख करोड़ रुपये आंका गया था. NSE देश का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज चलाती है. इसके अलावा दुनिया का सबसे बड़ा फ्यूचर एंड ऑप्शन बाजार भी चलाती है. IPO के तहत कंपनी अपने 10 फीसदी शेयर खुले बाजार में बेचना चाहती है.
रेवेन्यू 28 फीसदी बढ़ा
वित्त वर्ष 2023-24 में NSE का कुल राजस्व 28 फीसदी बढ़कर 16,352 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, इस दौरान नेट प्रॉफिट 51 फीसदी बढ़कर 8,306 करोड़ रुपये रहा. हुरुन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देशभर में उद्योग विशेषज्ञों, पत्रकारों, बैंकरों से बात की है इसके बाद निजी या गैर-सूचीबद्ध कंपनियों का मूल्यांकन पता करने के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया है.
RIL की बादशाहत कायम
हरून की लिस्ट में मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) 17.5 लाख करोड़ रुपये के वैल्युएशन के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है. वहीं, 16.1 लाख करोड़ रुपये के साथ टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) दूसरे स्थान पर है. इसके बाद अडानी समूह की सभी कंपनियों का कुल वैल्युएशन 13.40 लाख करोड़ रुपये रहा है. जबकि, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली सभी कंपनियों का कुल वैल्युएशन 19.71 करोड़ रुपये रहा. वहीं, समूह के स्तर पर फिलहाल टाटा समूह देश में सबसे बड़ा है. इसक समूह की प्रमोटर कंपनी टाटा संस का वैल्युएशन एक साल में 37 फीसदी बढ़कर 32.27 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
1 अरब डॉलर से ऊपर की हैं सभी कंपनियां
PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक हुरुन के मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद का कहना है कि यह पहली बार हुआ है, जब शीर्ष 500 कंपनियों में कोई भी कंपनी 1 अरब डॉलर से कम की नहीं है. इस सूची में अंतिम पायदान पर मौजूदा कंपनी का वैल्युएशन 9,580 करोड़ रुपये है, इस तरह यह भी 1 अरब डॉलर से ऊपर है. इस लिहाज से देखा जाए, तो इस बार अंतिम पायदान पर रहने वाली कंपनी का पिछली लिस्ट की तुलना में वैल्युएशन 43 फीसदी बढ़ा है.
सभी कंपनियों का वैल्युएशन 40 फीसदी बढ़ा
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक इस लिस्ट में शामिल 500 कंपनियों क कुल वैल्युएशन में 40 फीसदी का उछाल आया है. इनका कुल वैल्युएशन अब बढ़कर 3.8 लाख करोड़ डॉलर हो गया है. इस लिस्ट में वैल्युएशन के लिहाज से सबसे ज्यादा फायदा मोतीलाल ओसवाल, आईनॉक्स विंड, जेप्टो और डिक्सन को हुआ है. इन सभी कंपनियों ने कुल 1 लाख करोड़ का रेवेन्यू रिपोर्ट किया है. इसके अलावा सभी कंपनियों ने कुल 8 लाख करोड़ का प्रॉफिट, रिपोर्ट किया है. इस दौरान इन कंपनियों ने 2.2 लाख करोड़ रुपये टैक्स दिया है और इनके कुल कर्मचारियों की संख्या 85 लाख है. इन कंपनियों कुल 11,000 करोड़ रुपये कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी पर खर्च किए हैं.
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