HPC के दम पर पतंजलि फूड्स ने तोड़ा मुनाफे का रिकॉर्ड, चौथी तिमाही में 74% बढ़ोतरी के बाद 100 फीसदी डिविडेंड का किया ऐलान
देश की एक जानी-मानी एफएमसीजी कंपनी ने हाल ही में अपने सालाना वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं, जो कई मायनों में ऐतिहासिक साबित हुए. ग्रोथ के नए ट्रेंड, ग्रामीण मांग की वापसी और ब्रांड की रणनीतिक दिशा ने इसे चर्चाओं में ला दिया है. विस्तार जानिए हमारे विशेष रिपोर्ट में.
Patanjali Foods Q4 FY25 Earnings: आयुर्वेदिक ब्रांड के तौर पर शुरू हुई पतंजलि अब फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) के मैदान में बड़ी ताकत बन रही है. वित्त वर्ष 2024–25 में पतंजलि फूड्स ने न सिर्फ अपना अब तक का सबसे ऊंचा रेवेन्यू हासिल किया, बल्कि मुनाफे में भी ऐतिहासिक छलांग लगाई. होम एंड पर्सनल केयर (HPC) बिजनेस के सफल एकीकरण और ग्रामीण बाजारों में तेजी से बढ़ती मांग ने इस प्रदर्शन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है.
Q4 और FY25 के आंकड़े साबित कर रहे हैं मजबूती
मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन रेवेन्यू 9,692 करोड़ रुपये रहा, जबकि पूरे वित्त वर्ष का आंकड़ा 34,157 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. सालाना आधार पर यह शानदार बढ़त है. मार्च तिमाही में नेट प्रॉफिट 358.5 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 73.78 फीसदी ज्यादा है. इसी तरह FY25 में कंपनी का कुल मुनाफा 1,301 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
पतंजलि की खाद्य और एफएमसीजी पोर्टफोलियो ने 9,701 करोड़ रुपये की कमाई की, जो स्टैंडअलोन रेवेन्यू का 31 फीसदी हिस्सा रहा. इसमें नवम्बर 2024 से जुड़ा HPC बिजनेस प्रमुख रहा, जिसने सिर्फ Q4 में 729 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की और शानदार 15.74 फीसदी EBITDA मार्जिन के साथ अपनी उपयोगिता सिद्ध की.
गांवों में भी पकड़ मजबूत, डिविडेंड की योजनाएं
पांचवीं तिमाही लगातार ऐसा रहा जब ग्रामीण मांग शहरी बाजारों से आगे रही. कंपनी ने 73.44 करोड़ रुपये के निर्यात के साथ 29 देशों में अपने उत्पादों की उपस्थिति दर्ज कराई. साथ ही, 3.36 फीसदी Q4 रेवेन्यू विज्ञापन पर खर्च कर ब्रांड को और विस्तार देने की दिशा में कदम बढ़ाए।
कंपनी ने 2 रुपये प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड घोषित किया है, इससे पहले 8 रुपये का अंतरिम डिविडेंड पहले ही दिया जा चुका है. एमडी राम भारत ने इसे कंपनी के ट्रांसफॉर्मेशन का प्रमाण बताया और न्यूट्रास्यूटिकल्स व रिन्यूएबल एनर्जी जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार की बात दोहराई.