HDFC की बादशाहत को SBI ने दी टक्कर, होम लोन बाजार में भारतीय स्टेट बैंक टॉप पर, पोर्टफोलियो 8.5 लाख करोड़ पार

भारत का सबसे बड़ा बैंक, SBI, दो साल बाद जून 2025 तिमाही में होम लोन बाजार में टॉप स्थान प्राप्त किया है. HDFC बैंक को 8,000 करोड़ रुपये से पीछे छोड़ते हुए SBI का होम लोन पोर्टफोलियो 8.51 लाख करोड़ रुपये पहुंचा, जो सालाना 15 फीसदी की तेजी को दर्शाता है. सरकारी योजनाओं और टियर-2/3 शहरों में मांग ने इस सफलता में अहम भूमिका निभाई.

SBI Tops in Home Loan Lender surpasses HDFC Image Credit:

SBI Tops in Home Loan Lender surpasses HDFC: भारत का सबसे बड़ा कर्ज देने वाला, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), ने जून 2025 की तिमाही में दो साल बाद फिर से होम लोन बाजार में टॉप स्थान हासिल कर लिया है. एसबीआई ने अपने प्राइवेट क्षेत्र के प्रतिद्वंद्वी एचडीएफसी बैंक को लगभग 8,000 करोड़ रुपये से पीछे छोड़ दिया है. एसबीआई का होम लोन पोर्टफोलियो जून 2025 तक 8.51 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.05 प्रतिशत की तेजी को दर्शाता है. दूसरी ओर, एचडीएफसी बैंक का होम लोन पोर्टफोलियो 8.43 लाख करोड़ रुपये रहा, जो तिमाही आधार पर 0.9 फीसदी और सालाना आधार पर 7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाता है.

HDFC बैंक को पीछे छोड़ने की क्या है कहानी?

एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने जुलाई 2023 में हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनैंस कॉरपोरेशन (HDFC) के साथ विलय के बाद होम लोन बाजार में प्रमुख प्लेयर बन गया. उस समय विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का होम लोन पोर्टफोलियो 7.3 लाख करोड़ रुपये था, जो एसबीआई के 6.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक था. हालांकि, एसबीआई ने अब इस अंतर को पाटते हुए 0.95 फीसदी की बढ़त के साथ टॉप स्थान फिर से हासिल कर लिया है.

यह भी पढ़ें: IPO Calendar: अगले हफ्ते आने वाली है IPO की बहार, 2 मेन बोर्ड, 2 SME खुलेंगे और 11 की होगी लिस्टिंग

एसबीआई ने हाल ही में बताया कि वह सस्ते होम लोन मुहैया कराने में भी आगे है. सरकार द्वारा समर्थित योजनाओं, जैसे कि प्रधानमंत्री आवास योजना, ने इस क्षेत्र में एसबीआई की स्थिति को और मजबूत किया है. विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों में आवास की मांग लगातार बनी हुई है, जिसने एसबीआई के होम लोन पोर्टफोलियो को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

HDFC की बादशाहत को SBI ने दिया टक्कर

एसबीआई ने पहली बार फरवरी 2021 में होम लोन बाजार में एचडीएफसी की दशकों पुरानी बादशाहत को तोड़ा था, जब उसका होम लोन पोर्टफोलियो 5 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया था. हालांकि, यह बढ़त कुछ ही समय के लिए थी, क्योंकि 2023 में एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक विलय ने बाजार मूवमेंट को बदल दिया था. अब, जून 2025 की तिमाही में, एसबीआई ने एक बार फिर अपनी मजबूत स्थिति को साबित किया है.

कैसी है कंपनी की वित्तीय सेहत?

8 अगस्त को घोषित रिपोर्ट के अनुसार, एसबीआई ने जून तिमाही के लिए 19,160 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के 17,035 करोड़ रुपये की तुलना में 12 फीसदी अधिक है. तिमाही के लिए कुल आय 10.31 फीसदी बढ़कर 1.35 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले 1.22 लाख करोड़ रुपये थी. हालांकि, शुद्ध ब्याज आय (NII) लगभग स्थिर रही और 41,072 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जो सालाना आधार पर 0.13 फीसदी कम है.

यह भी पढ़ें: आटा-चीनी बनाने वाली कंपनी ला रही IPO, GMP दे रहा दमदार संकेत, 12 अगस्त से कर सकेंगे अप्लाई