इंडसइंड बैंक के अधिकारियों पर क्लाइंट की कंपनियों में इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप, सेबी ने शुरू कर दी है जांच
IndusInd Bank: सेबी पहले से ही बैंक के पूर्व टॉप मैनेजमेंट की भूमिका की जांच कर रहा है, जो बैंक के शेयरों में ट्रेडिंग कर रहा था. नया मामला अलग है और उन लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग से संबंधित है जो इंडसइंड बैंक की क्लाइंट थीं.
IndusInd Bank: कैपिटल मार्केट की रेगुलेटरी बॉडी सेबी ने क्लाइंट कंपनियों के शेयरों में कारोबार करने के लिए इंडसइंड बैंक के सीनीयर अधिकारियों की जांच कर रहा है. सेबी पहले से ही बैंक के पूर्व टॉप मैनेजमेंट की भूमिका की जांच कर रहा है, जो बैंक के शेयरों में ट्रेडिंग कर रहा था. जबकि उसे अपनी करेंसी डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में अकाउंटिंग गड़बड़ियों के बारे में पता था. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, नया मामला अलग है और उन लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग से संबंधित है जो इंडसइंड बैंक की क्लाइंट थीं.
अधिकारियों को मिल रही थीं अहम जानकारियां
संबंधित बैंक अधिकारी इन कंपनियों में बड़े निवेशकों से डीमर्जर, क्रेडिट अप्रूवल, हिस्सेदारी बिक्री, अधिग्रहण, निवेश के बारे में अलग-अलग अपडेट प्राप्त कर रहे थे और खबर सार्वजनिक होने से पहले ही इस जानकारी के आधार पर ट्रेड कर रहे थे. एक व्हिसलब्लोअर ने बोर्ड के सामने इस मुद्दे को उठाया है और वर्तमान में छह बैंक अधिकारी इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों की जांच के दायरे में हैं. सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि इन बैंक अधिकारियों के परिवार के सदस्य भी इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए रेगुलेटरी रडार के दायरे में आ सकते हैं.
सेबी के पास अहम सबूत
मनीकंट्रोल ने एक सूत्र के हवाले से लिखा कि नियामक के पास इस मामले से जुड़े अहम सबूत हैं. सूत्र ने बताया कि सेबी की टीम ने सबसे पहले ईमेल पर जानकारी मांगी और फिर अप्रैल के दूसरे हफ्ते में बैंक मुख्यालय का दौरा किया और व्हिसलब्लोअर की सभी शिकायतों और ऑडिट कमेटी बोर्ड (ACB) के मिनट्स जैसे दस्तावेज अपने साथ ले गए, जहां व्हिसलब्लोअर के मुद्दे को आगे बढ़ाया गया.
बैंक के मैनेजमेंट ने नहीं लिया एक्शन
सूत्र ने कहा कि आरोप सामने आने के बाद बैंक प्रबंधन ने मामले को उचित तरीके से आगे नहीं बढ़ाया. बैंक के एसीबी ने दो कानूनी फर्मों से जांच रिपोर्ट मांगी, जिसमें बैंक में अनपब्लिश प्राइस सेंसिटिव इंफॉर्मेशन (UPSI) के ट्रांजेक्शन से संबंधित गंभीर चिंताओं का सुझाव दिया गया था, लेकिन सेबी को इसकी रिपोर्ट करने और बैंक की अपनी अंदरूनी व्यापार नीति के अनुसार कार्रवाई करने के बजाय, प्रबंधन ने एक पूर्व न्यायाधीश की राय लेने का फैसला किया.
उन्होंने कथित तौर पर सुझाव दिया कि इस मुद्दे को सेबी को रिपोर्ट करने की आवश्यकता नहीं है. इनमें से कुछ बैंक अधिकारी बैंक से आसानी से बाहर निकल गए हैं, जबकि अन्य अभी भी काम कर रहे हैं.
एक रेगुलेटरी सोर्स ने पुष्टि की कि इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों की जांच चल रही है, लेकिन आगे की डिटेल्स का खुलासा नहीं किया.