Essar Group के को-फाउंडर शशि रूइया की विरासत: इंडस्ट्रलिस्ट से लेकर ग्लोबल लीडर तक
Shashi Ruia: शशि रूइया का 81 साल की उम्र में निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए शशि रूइया को एक 'महान हस्ती' बताया. जानें कौन थे शशि रूइया...

Essar Group के सह-संस्थापक और भारत के प्रमुख उद्योगपति शशि रूइया का मंगलवार, 25 नवंबर को 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. उनके परिवार ने आधिकारिक शोक संदेश में कहा कि, “हमें यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि श्री शशिकांत रूइया, हमारे परिवार और एस्सार समूह के अभिभावक, का निधन हो गया है. वह 81 वर्ष के थे. समाज कल्याण और परोपकार के प्रति उनके अटूट समर्पण ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया. उनकी विनम्रता और सभी से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें एक असाधारण लीडर बनाया.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए रूइया को एक ‘महान हस्ती’ कहा. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “श्री शशिकांत रूइया जी उद्योग जगत की एक बड़ी शख्सियत थे. उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति उनके अटूट समर्पण ने भारत के व्यापारिक परिदृश्य को बदल दिया. उन्होंने इनोवेशन और विकास के उच्च मानक स्थापित किए. वह हमेशा नए विचारों से भरपूर रहते थे और भारत को बेहतर बनाने के बारे में चर्चा करते थे. शशि जी का निधन अत्यंत दुखद है. इस कठिन समय में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ओम शांति.”
शशि रूइया का जीवन और विरासत
शशि रूइया ने 1965 में अपने पिता नंद किशोर रूइया के मार्गदर्शन में अपना करियर शुरू किया था. अपने भाई रवि रूइया के साथ मिलकर उन्होंने एस्सार समूह की स्थापना की और इसे ऊंचाइयों तक पहुंचाया.
शशि रूइया ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें शामिल हैं:
- फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यानी FICCI के मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य थे.
- इंडो-यूएस जॉइंट बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन रहे.
- भारतीय राष्ट्रीय शिप ओनर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रहे.
- प्रधानमंत्री के इंडो-यूएस सीईओ फोरम और इंडिया-जापान बिजनेस काउंसिल के सदस्य रहे.
शशि रूइया ने 2007 में रिचर्ड ब्रैनसन, पीटर गेब्रियल, डेसमंड टूटू जैसे वैश्विक नेताओं के साथ ‘द एल्डर्स’ में भागीदारी की. यह समूह दुनिया की बड़ी समस्याओं के समाधान के लिए काम करता है.
एस्सार समूह का सफर
एस्सार समूह ने इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, धातु, खनन, टेक्नोलॉजी, और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में निवेश किया. इस समूह की कंपनियों की आय लगभग 14 अरब डॉलर है. 1990 के दशक में, एस्सार ने इस्पात और दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखा था. इस्पात प्लांट और तेल रिफाइनरी स्थापित की. टेलीकॉम ऑपरेटर की स्थापना भी की. बाद में, एस्सार ने दूरसंचार और तेल रिफाइनरी व्यवसाय से बाहर निकलकर अपने इस्पात संयंत्रों का नियंत्रण आर्सेलर मित्तल को सौंप दिया.
शुरुआत में एस्सार ने ब्रिज, डैम, और पावर प्लांट जैसे महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पूरे किए.
Forbes के मुताबिक, 2012 तक शशि और रवि रूइया की संपत्ति 7 अरब डॉलर की थी लेकिन फिर इसमें लगातार गिरावट आई और 2021 में यह 2 अरब डॉलर रह गई थी.
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