Suzlon vs Inox: कौन है ग्रीन एनर्जी का सूरज, 1 साल में किसने दिया धांसू रिटर्न, ऑर्डर बुक का ये है असली खिलाड़ी

ग्रीन एनर्जी सेक्‍टर में दिग्‍गज कंपनियों Suzlon Energy vs Inox Wind का दबदबा है, इन कंपनियों का स्‍टॉक्‍स भी अक्‍सर चर्चाओं में रहता है. सरकार की ओर से ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दिए जाने के बाद से इन कंपनियों का रुतबा और बढ़ा है. तो दोनों कंपनियों में कौन है दमदार जानें डिटेल.

Suzlon Energy vs Inox Wind कौन है दमदार Image Credit: money9

Suzlon Energy vs Inox Wind Ltd: भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में Suzlon Energy और Inox Wind Ltd का दबदबा है. ये अपने पिछले शानदार प्रदर्शन की वजह से हमेशा से ही निवेशकों की फेवरेट रही हैं. वहीं भारत सरकार की ओर से रिन्‍यूएबल एनर्जी पर फोकस बढ़ाने, 2070 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन और 2030 तक 50% बिजली नवीकरणीय स्रोतों से उत्पादन का लक्ष्‍य तय किए जाने से इन कंपनियों का रोल और बढ़ गया है. चूंकि दोनों कंपनियां भारत के विंड एनर्जी सेगमेंट की प्रमुख खिलाड़ी हैं ऐसे में इनके स्‍टॉक्‍स में भी हलचल देखने को मिल रही है. बीते एक साल में सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने जहां 19 फीसदी से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है, वहीं आईनॉक्‍स विंड के शेयरों ने 1 साल में 11 फीसदी से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर दोनों कंपनियों में बेहतर कौन है, तो इसे समझने के लिए यहां देखें इनकी ऑर्डर बुक और फाइनेंशियल स्थिति.

किसकी है ज्‍यादा उत्‍पादन क्षमता?

सुजलॉन ग्रुप दुनिया के प्रमुख रिन्‍यूएबल एनर्जी सॉल्‍यूशन प्रोवाइडरों में से एक है, जिसकी मौजूदगी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका के 17 देशों में है. यह रोटर ब्लेड्स, ट्यूबलर टावर्स, जनरेटर, कंट्रोल उपकरण, गियर्स और नैस्सेल जैसे प्रमुख कंपोनेंट्स के डिजाइन, विकास और उत्पादन को देखता है. ईटीनाउ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सुजलॉन की स्थापित क्षमता 14,340 मेगावाट से ज्‍यादा है. वहीं नोएडा स्थित आईनॉक्स विंड विंड लिमिटेड विंड एनर्जी मार्केट में एक पूरी तरह से इंटीग्रेटेड कंपनी है. इसके गुजरात और मध्य प्रदेश में चार अत्याधुनिक मैन्‍यूफैक्‍चरिंग यूनिट हैं. इसकी कुल विनिर्माण क्षमता 1.5 गीगावाट है और यह विंड टर्बाइन जनरेटर्स (WTG) के प्रमुख कंपोनेंट का निर्माण करता है.

ऑर्डर बुक का कौन है बादशाह?

Groww के डेटा के मुताबिक सुजलॉन का ऑपरेशनल प्रदर्शन बेहतर रहा है, जिसमें Q4 FY25 में रिकॉर्ड 573 मेगावाट की तिमाही डिलीवरी शामिल है. पूरे FY25 में कंपनी ने कुल 1.55 गीगावाट की डिलीवरी हासिल की है. कंपनी का ऑर्डर बुक अब तक के उच्चतम स्तर 5.6 गीगावाट पर पहुंच गया है, जिसमें अकेले S144 प्लेटफॉर्म 5 गीगावाट से सबसे ज्‍यादा का योगदान रहा है.

आइनॉक्‍स विंड भारत के विंड एनर्जी सेक्टर में एक प्रमुख इंटीग्रेटेड कंपनी है. वित्तीय वर्ष 2025 के अंत तक, आइनॉक्स विंड के पास 3.2 गीगावाट (GW) का मजबूत ऑर्डर बुक है. ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक इसकी सहायक कंपनी आइनॉक्स ग्रीन एनर्जी ने 5.1 गीगावाट का उल्लेखनीय O&M पोर्टफोलियो मैनेज किया है. इसके दमदार ऑर्डर बुक को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म ने पहले इसे बाय रेटिंग दी थी.

वित्तीय प्रदर्शन में कौन मजबूत?

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शेयरों का कैसा है प्रदर्शन?

सुजलॉन एनर्जी BSE 100 इंडेक्स में शामिल है, जबकि इनॉक्स विंड BSE 500 इंडेक्स का हिस्सा है और इसका मार्केट कैप सुजलॉन से कम है. सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत 65.96 रुपये इसने एक साल में 19.93% तक का रिटर्न दिया है, जबकि पांच साल में इसने 1,294.50% का शानदार रिटर्न दिया है. वहीं आइनॉक्‍स विंड के शेयर की वर्तमान कीमत 178.78 रुपये है. एक साल में इसने 12.07% का रिटर्न दिया है, जबकि पांच साल में 1,775.97% तक का धमाकेदार रिटर्न दिया है.