यह है भारत का Bomb बाजार, जहां से दुनिया को सप्लाई हो रहा है RDX, ग्रेनेड, रॉकेट
क्या आपको पता है कि भारत का बम बाजार कहां है, जहां से दुनिया के कई देशों में RDX, ग्रेनेड, रॉकेट की सप्लाई की जाती है? आइए बताते हैं.
अभी रूस यूक्रेन और इजरायल हमास के बीच युद्ध चल रहा है. ऐसे में दुनिया भर में गोला-बारूद की मांग बढ़ गई है, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत का बम बाजार कहां है, जहां से दुनिया के कई देशों में RDX, ग्रेनेड, रॉकेट की सप्लाई की जाती है? आइए बताते हैं. यह बाजार महाराष्ट्र के नागपुर में है, जिसे भारत की विस्फोटक राजधानी भी कहा जाता है.
रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास युद्ध के बाद से ही गोला-बारूद की मांग बढ़ी है. जब से मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा है तभी से ही भारत के इस बाजार की मांग दुनियाभर में बढ़ गई है, जिसके बाद से ही भारत के इस बम बाजार में रौनक आई है. पिछले 3 महीने में यहां से 900 करोड़ रुपये विस्फोटकों का निर्यात किया गया है. वहीं, करीब 3,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर पेंडिंग हैं.
इन देशों के लोग खरीद रहे हैं गोला-बारूद
नागपुर के इस बाजार में गोला-बारूद खरीदने के लिए बुल्गारिया, स्पेन, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम, पोलैंड, ब्राजील और सऊदी अरब से लोग आ रहे हैं.
सिर्फ बम और ग्रेनेड का हुआ 770 करोड़ रुपये का निर्यात
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, नागपुर के इस बम बाजार में इस बार बम और ग्रेनेड नाम से एक नई श्रेणी शामिल की गई है, जिसका नाम है बम और ग्रेनेड. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अप्रैल से जून के महीने के बीच में इस बाजार से 770 करोड़ रुपये के बम और ग्रेनेड का निर्यात किया गया. वहीं, नागपुर से सटे जिले चंद्रपुर से भी पिछले साल 458 करोड़ रुपये के बमों की खेप को निर्यात किया गया था. इस साल भी अप्रैल से जून के बीच इस जिले से 171 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है.
कच्चे माल की बढ़ी है मांग
नागपुर की इस बाजार में मौजूद फैक्ट्रियों को न केवल गोले और बनाने के ऑर्डर मिल रहे हैं, बल्कि, बारूद और कच्चे माल की भी डिमांड बढ़ी है. सोलर इंडस्ट्रीज, एमआईएल एचएमएक्स, आरडीएक्स और टीएनटी जैसी कंपनियां कच्चे माल का जमकर निर्यात कर रही हैं.