टाइटन ने दुबई जाकर क्यों खरीदी 118 साल पुरानी Damas, इसके गहनों में ऐसा क्या, जिसके लिए लगा दिए 2500 करोड़
दुबई की कंपनी दमास में हिस्सेदारी खरीदने के लिए टाइटन ने इससे जुड़ी कंपनी मनई कॉरपोरेशन से करार किया है. इसके जरिए टाइटन की पकड़ गल्फ देशों में मजबूत होगी. कंपनी इसके जरिए अपना ग्लोबल विस्तार करने की प्लानिंग में है. तो क्या है टाइटन की रणनीति और कैसे मिलेगा कंपनी को फायदा, यहां करें चेक.

Titan acquiring Damas: फैशन एसेसरीज, घड़ियां, आईवियर और ज्वेलरी बनाने वाली दिग्गज कंपनी टाइटन अब अपना ग्लोबल विस्तार करने की राह पर है. यही वजह है कि टाइटन की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी टाइटन होल्डिंग्स ने UAE की Damas इंटरनेशनल लिमिटेड में 67% हिस्सेदारी खरीदने का फैसला लिया है. इसके लिए उसने इससे जुड़ी कतर की कंपनी Mannai Corporation QPSC से डील की है. इस करार की चर्चा का असर टाइटन के शेयरों पर भी पड़ा. 22 जुलाई को Titan के शेयर 1.59% के शेयर बढ़कर 3487.60 रुपये पर पहुंच गए हैं. तो दमास को लेकर होने वाली इस साझेदारी से टाइटन को क्या होगा फायदा, क्या हैं कंपनी की प्लानिंग, यहां जानें पूरी डिटेल.
कब पूरी होगी डील?
Titan की Damas को खरीदने की यह डील ₹2,438.26 करोड़ (AED 1,038 मिलियन) में तय हुई है. पैसा कर्ज, कैश बैलेंस और कंपनी की बचत से जुटाया जाएगा. कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि यह डील 31 जनवरी 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है.
गल्फ देशों में मजबूत होगी पकड़
ये कदम टाइटन के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है. इससे कंपनी को गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल यानी GCC के 6 बाजारों जैसे- यूएई, सऊदी अरब, कतर, ओमान, कुवैत और बहरीन में तुरंत पैर जमाने का मौका मिलेगा. अभी टाइटन के पास वहां सिर्फ 14 तनिष्क स्टोर्स हैं, जबकि दमास के 146 स्टोर्स हैं. टाइटन के एमडी सीके वेंकटरमन का कहना है कि इस करार से कंपनी ग्लोबल तौर पर विस्तार कर रही है, उनकी ज्वेलरी सेग्मेंट में बड़ी योजना है. तनिष्क को GCC और अमेरिका में स्थापित करने के बाद से कंपनी भारतीय दायरे से आगे बढ़कर दूसरी नेशनैलिटीज़ और संस्कृतियों पर फोकस करेंगे. इसके अलावा दमास को खरीदने से टाइटन को रिटेल नेटवर्क और सप्लाई चेन में फायदा होगा.
नेटवर्क बढ़ाने में मिलेगी मदद
जानकारों के मुताबिक इस डील से Titan को ग्लोबल ब्रांड बनने में मदद मिलेगी. दमास से टाइटन को GCC में मौजूद ग्राहकों का भरोसा और नेटवर्क मिलेगा. इससे न सिर्फ कंपनी की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि कमाई में भी सकारात्मक असर पड़ेगा. इससे कंपनी की वित्तीय ग्रोथ बेहतर होगी.
टाइटन की वित्तीय स्थिति
टाइटन ने Q4FY25 में कुल आय ₹12,730 करोड़ दर्ज की, जो Q4FY24 की तुलना में 22% की वृद्धि दर्शाती है. एबिड्टा साल-दर-साल 23% बढ़कर ₹1,470 करोड़ हो गया, जबकि पीबीटी भी 23% की वृद्धि के साथ ₹1,218 करोड़ पर पहुंचा गया. पूरे वित्त वर्ष FY25 में कुल आय ₹57,818 करोड़ रही, जो FY24 की तुलना में 22% बढ़ी है.
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मिडिल ईस्ट में बजता है Damas का डंका
Damas ज्वेलरी मिडिल ईस्ट की प्रमुख ज्वेलरी और वॉच रिटेलर कंपनियों में से एक है. ये एक लग्जरी ब्रांड है. जिसकी स्थापना 1907 में हुई थी, यानी करीब 118 साल से ये ब्रांड लोगों को सर्विस दे रहा है. इसका हेडक्वार्टर दुबई, यूएई में स्थित है और दमास का व्यापक स्टोर नेटवर्क पूरे GCC क्षेत्र में फैला हुआ है. कंपनी अपनी शानदार कारीगरी के लिए मशहूर है और ये हाई क्वालिटी वाला सोना, हीरा, मोती ज्वेलरी और लग्जरी वॉचेस की विस्तृत रेंज ऑफर करती है. दमास के पास अपनेडिजाइन किए गए इन-हाउस कलेक्शंस भी हैं. ऐसे में दुबई की इस कंपनी से जुड़ने पर टाइटन को बड़े पैमाने पर फायदा मिलने की उम्मीद है.
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