टैरिफ विवाद जल्द होगा हल, भारत-अमेरिका रिश्ते 21वीं सदी की धुरी; ट्रंप के भारतीय दूत सर्जियो गोर का बड़ा बयान

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत में राजदूत के लिए चुने गए सर्जियो गोर ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद जल्द सुलझ सकता है. सीनेट समिति में सुनवाई के दौरान गोर ने भारत को अमेरिका का रणनीतिक सहयोगी बताया और कहा कि चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने में भारत की बड़ी भूमिका होगी.

 सर्जियो गोर ने कहा है कि टैरिफ विवाद जल्द सुलझ सकता है.

US- India Relations: भारत में अमेरिका के होने वाले राजदूत सर्जियो गोर ने ट्रेड डील को लेकर पॉजिटिव बयान दिया है. गोर ने कहा है कि आने वाले हफ्तों में इसका समाधान हो जाएगा. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में राजदूत के लिए सर्जियो गोर का नाम सुझाया है. उन्होंने भारत को अमेरिका का रणनीतिक सहयोगी बताया और कहा कि चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने में भारत की अहम भूमिका रहेगी. गोर ने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और गर्मजोशी भरे हैं. गोर ने यह बात सीनेट समिति में सुनवाई के दौरान कही.

टैरिफ विवाद पर जल्द सुलह के संकेत

सर्जियो गोर ने कहा कि टैरिफ को लेकर अमेरिका और भारत के बीच ज्यादा अंतर नहीं है. उन्होंने विश्वास जताया कि अगले कुछ हफ्तों में इस पर समझौता हो जाएगा. हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ और रूसी तेल की खरीद पर मतभेद हुए थे लेकिन गोर का मानना है कि यह विवाद लंबा नहीं चलेगा.

रिश्तों में बढ़ रही गर्मजोशी

गोर ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते लंबे समय के लिए रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध चीन की तुलना में कहीं ज्यादा मजबूत और गर्मजोशी वाले हैं. उनका कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप खुद इस रिश्ते को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.

डेयरी सेक्टर पर अटका समझौता

अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड डील एग्रीकल्चर और डेयरी सेक्टर पर आकर रुक गई है. भारत ने इन क्षेत्रों को विदेशी कंपनियों के लिए खोलने से इनकार कर दिया. दोनों देशों के बीच सालाना 190 अरब डॉलर से ज्यादा का व्यापार होता है लेकिन टैरिफ को लेकर तनाव बढ़ा है. अमेरिका ने हाल ही में भारत से आयात होने वाली वस्तुओं पर 50 फीसदी तक शुल्क बढ़ा दिया.

चीन को लेकर साझा चिंता

गोर ने कहा कि भारत चीन के विस्तारवाद को लेकर चिंतित है और यही चिंता अमेरिका की भी है. उन्होंने माना कि चीन सिर्फ भारत की सीमा पर ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र में प्रभाव बढ़ा रहा है. इसी वजह से भारत और अमेरिका का साथ आना जरूरी है ताकि चीन को संतुलित किया जा सके.

क्वाड साझेदारी पर भरोसा

सुनवाई के दौरान गोर से क्वाड यानी अमेरिका भारत ऑस्ट्रेलिया और जापान के मंच को लेकर सवाल पूछा गया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप क्वाड को मजबूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. भारत नवंबर में इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर सकता है और इसमें चीन से जुड़े सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा होगी.

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21वीं सदी को आकार देगा भारत अमेरिका

गोर ने भारत की भौगोलिक स्थिति आर्थिक विकास और सैन्य ताकत को दुनिया की स्थिरता के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया. उनका कहना है कि भारत और अमेरिका की साझेदारी 21वीं सदी को परिभाषित करेगी. गोर ने यह भी वादा किया कि अगर वह भारत के राजदूत बने तो इस रिश्ते को और गहराई देंगे.