पहले UTI… अब Kotak MF ने भी रोका सिल्वर ETF और FoF में लंप-सम निवेश, जानें निवेशक अब क्या करें

सिल्वर की कीमतें भारत में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं. इस वजह से कोटक म्यूचुअल फंड ने अपने सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड में एकमुश्त निवेश पर रोक लगा दी है. UTI म्यूचुअल फंड ने भी 13 अक्टूबर 2025 से अपने लंप-सम और स्विच-इन निवेशों को अस्थायी रूप से  निवेश रोक दिए है. ऐसे में आइए पूरे मामले को विस्तार से समझते हुए ये जानते है की निवेशकों को अब क्या करना चाहिए?

UTI और Kotak MF ने सिल्वर ETF और FoF में लंप-सम निवेश Image Credit: Money 9 Live

UTI and Kotak MF Suspends Silver ETF Fund: सिल्वर की कीमतें भारत में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं. 10 अक्टूबर 2025 को MCX पर सिल्वर की कीमत 146698 रुपये प्रति किलो थी. भारत में सिल्वर की कीमतें ग्लोबल बाजार से ज्यादा हैं. इस वजह से कोटक म्यूचुअल फंड ने अपने सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड में एकमुश्त निवेश पर रोक लगा दी है. UTI म्यूचुअल फंड ने भी 13 अक्टूबर 2025 से अपने लंप-सम और स्विच-इन निवेशों को अस्थायी रूप से  निवेश रोक दिए है. ऐसे में आइए पूरे मामले को विस्तार से समझते हुए ये जानते है की निवेशकों को अब क्या करना चाहिए?

Kotak MF ने  निवेशों पर क्यों लगा दी रोक

कोटक म्यूचुअल फंड का कहना है कि फिलहाल घरेलू बाजार में चांदी की स्पॉट कीमत आयात कीमत (import parity price) से काफी ज्यादा है. जब यह सामान्य स्तर पर आ जाएगा, तब दोबारा निवेश की अनुमति दी जाएगी. कोटक AMC के मैनेजिंग डायरेक्टर निलेश शाह ने X पर बताया कि वे लंबी अवधि के लिए अब भी चांदी को बेहतर निवेश मानते हैं, लेकिन अभी एकमुश्त निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है. कोटक AMC ने यह भी कहा कि दिवाली के बाद जब बाजार में चांदी की सप्लाई बढ़ेगी तो यह रोक हटा दी जाएगी.

UTI म्यूचुअल फंड भी लाइन में…

इसी तरह, UTI म्यूचुअल फंड ने भी 13 अक्टूबर 2025 से अपने Silver ETF Fund of Fund में नए लंप-सम और स्विच-इन निवेशों पर रोक लगा दी है. कंपनी ने कहा कि यह फैसला बाजार की मौजूदा परिस्थितियों और घरेलू बाजार में फिजिकल सिल्वर (चांदी) की कमी के कारण लिया गया है. घरेलू चांदी की कीमतें ग्लोबल कीमतों से ज्यादा प्रीमियम पर चल रही हैं, जिसका सीधा असर फंड के NAV और रिटर्न पर पड़ सकता है. इसका मतलब है कि अभी नए निवेशक अगर पैसे लगाते हैं तो उन्हें नुकसान का खतरा हो सकता है.

क्यों बढ़ रही हैं सिल्वर की कीमतें?

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत में सिल्वर की कीमतें बढ़ने का कारण मांग और आपूर्ति का अंतर है. त्योहारों के समय सिल्वर की मांग बढ़ जाती है, लेकिन बाजार में इसकी उपलब्धता कम है. इसके अलावा, आयात भी कम हो रहा है, जिससे कीमतें और बढ़ रही हैं. भारत में सिल्वर की कीमतें वैश्विक कीमतों से 10-18 फीसदी ज्यादा हैं. इसका मतलब है कि निवेशक सिल्वर की वास्तविक कीमत से ज्यादा पैसे दे रहे हैं.

वैश्विक बाजार में सिल्वर की कीमतें भी बढ़ रही हैं. हाल ही में यह 51.22 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची. लेकिन भारत में कीमतें और ज्यादा हैं क्योंकि यहां सिल्वर की कमी है और निवेशकों की मांग बहुत है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह स्थिति कुछ हफ्तों से लेकर दो महीने तक रह सकती है. त्योहारों के बाद मांग कम हो सकती है और आयात बढ़ने से सिल्वर की आपूर्ति सामान्य हो सकती है. जब आपूर्ति बढ़ेगी, तो भारत में सिल्वर की कीमतें वैश्विक कीमतों के करीब आ सकती हैं.

सोर्स: MCX

मौजूदा निवेशकों को क्या करना चाहिए?

अगर आपने पहले से सिल्वर ETF में निवेश किया है तो अपने निवेश पर नजर रखें. कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण आपके फंड का NAV प्रभावित हो सकता है. जब तक बाजार सामान्य नहीं हो जाता, नए निवेश से बचें और फंड हाउस के अपडेट का इंतजार करें. सिल्वर में निवेश अभी जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि कीमतें बहुत ज्यादा हैं. लंबे समय के लिए सिल्वर अच्छा निवेश नहीं माना जा रहा है. बेहतर होगा कि निवेशक अन्य ऑप्शन पर ध्यान दें, जैसे इक्विटी फंड या निफ्टी 50. यह ज्यादा स्थिर और बेहतर रिटर्न दे सकते हैं.

नए निवेशकों को अब क्या करना चाहिए?

ET के हवाले से आनंद राठी वेल्थ लिमिटेड में म्यूचुअल फंड हेड श्वेता रजनी का कहना है कि नए निवेशकों को अभी सिल्वर में निवेश करने से बचना चाहिए. सिल्वर की कीमतें अभी बहुत ज्यादा हैं और यह बढ़ोतरी अस्थायी हो सकती है. सिल्वर में लंबे समय तक अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना कम है. उन्होंने बताया कि 10 साल में सिल्वर से 12 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना सिर्फ 3.58 फीसदी है, जबकि निफ्टी 50 में यह संभावना 56 फीसदी है. इसलिए सिल्वर की बजाय निफ्टी जैसे अन्य निवेश ऑप्शन बेहतर हो सकते हैं. ET के हवाले से ट्रेडजिनी के COO ट्रिवेश डी ने कहा कि अभी एकमुश्त निवेश से बचें. अगर आप सिल्वर में निवेश करना चाहते हैं, तो SIP के जरिए थोड़ा-थोड़ा निवेश करें. जब कीमतें सामान्य हों, तब निवेश करना बेहतर होगा.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी क्रिप्टो, स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ, गोल्ड-सिल्वर में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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