सोने की चमक से सावधान! वैल्यू रिसर्च के CEO की चेतावनी, निवेश में रखें सिर्फ 10% गोल्ड; जानें क्यों

इन दिनों सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं. इसी के साथ गोल्ड में निवेश करने का क्रेज भी बढ़ा है. लेकिन वैल्यू रिसर्च के CEO धीरेंद्र कुमार ने गोल्ड निवेशकों को सावधान रहने की सलाह दी है. इस बार सोने की कीमतें बढ़ने की वजह आम लोग नहीं, बल्कि दुनिया के केंद्रीय बैंक हैं. "चीन, भारत, तुर्की जैसे देशों के केंद्रीय बैंकों ने बहुत ज्यादा सोना खरीदा है.

सोने की चमक से सावधान Image Credit: Money 9 Live

Value Research CEO warns Gold investors: इन दिनों सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं. इसी के साथ गोल्ड में निवेश करने का क्रेज भी बढ़ा है. लेकिन वैल्यू रिसर्च के CEO धीरेंद्र कुमार ने गोल्ड निवेशकों को सावधान रहने की सलाह दी है. उनका कहना है कि सोना कुछ पैदा नहीं करता, न ही कुछ कमाता है. उन्होंने सुझाव दिया कि आपके निवेश में सोने की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. धीरेंद्र कुमार ने यह बात एक पॉडकास्ट में कही. उन्होंने कहा कि उनका सोने को लेकर पुराना नजरिया थोड़ा बदला है, खासकर 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद. आइए जानते है कि धीरेंद्र कुमार ऐसा क्यों सोचते है.

सोने की कीमतें बढ़ने की बताई ये वजहें

इस बार सोने की कीमतें बढ़ने की वजह आम लोग नहीं, बल्कि दुनिया के केंद्रीय बैंक हैं. “चीन, भारत, तुर्की जैसे देशों के केंद्रीय बैंकों ने बहुत ज्यादा सोना खरीदा है. वे ऐसा अपनी सुरक्षा के लिए कर रहे हैं. रूस के केंद्रीय बैंक की संपत्ति को जब्त किया गया, ये इसकी सबसे बड़ी वजह थी. देश अपने जोखिम को कम करना चाहते हैं. इसे ‘डी-डॉलराइजेशन’ कहते हैं, यानी डॉलर पर निर्भरता कम करना.

इस वजह से सोने की मांग बहुत बढ़ गई है. कुमार ने कहा कि ये कोई आम लोगों का चलन नहीं है. “ये ऐसा नहीं कि गृहणियां बाजार में जाकर गहने खरीद रही हैं. गहने खरीदना तो हमेशा से होता रहा है और आगे भी होगा. लेकिन केंद्रीय बैंकों की खरीदारी की तुलना में ये कुछ भी नहीं है. केंद्रीय बैंकों के इस कदम ने सोने की कीमतों को बढ़ाया है. लेकिन वे ये भी कहते हैं कि ये रुझान कब बदलेगा, ये कहना मुश्किल है.

क्या ये सोना खरीदने का सही समय है

धीरेंद्र कुमार ने आगे कहा कि सोना अब एक तरह की मुद्रा बन गया है, जिसे कई लोग और देश रख रहे हैं. इसीलिए जोखिम कम करने के लिए थोड़ा सोना रखना चाहिए. लेकिन सोने का मूल स्वभाव नहीं बदलता. ये अब भी कुछ पैदा नहीं करता, बस चमकता रहता है. जब उनसे पूछा गया कि क्या ये सोना खरीदने का सही समय है, तो उन्होंने सावधानी बरतने की सलाह दी. “मैं कहूंगा कि थोड़ा सोना रखना चाहिए, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं. ये सुनिश्चित करें कि आपके निवेश का 10 प्रतिशत से ज्यादा या 5 प्रतिशत से ज्यादा सोने में न हो,”

निवेश का मुख्य हिस्सा क्या होना चाहिए

कुमार ने कहा कि शेयर बाजार और फिक्स्ड इनकम (जैसे बॉन्ड या फिक्स्ड डिपॉजिट) आपके निवेश का मुख्य हिस्सा होना चाहिए. सोना सिर्फ थोड़ा-सा रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर आप उसे बेच सकें या अपने निवेश को संतुलित कर सकें. ये चेतावनी तब आई है, जब सोने की कीमतें इस साल बहुत बढ़ गई हैं. 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना शुक्रवार को 10 ग्राम के लिए 1,34,800 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. एक दिन में ही इसकी कीमत 3200 रुपये बढ़ी. पिछले साल धनतेरस 2024 में 10 ग्राम सोना 81400 रुपये का था, जो अब 62.65 फीसदी बढ़कर 134800 रुपये हो गया है. इस तेजी की वजह से कई आम निवेशक सोना खरीद रहे हैं.

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