Vishal Mega Mart, क्या Dmart जैसा कर पाएगा कमाल, जानें 500% रिटर्न की कहानी

जब Dmart का IPO आया था तब से लेकर अब तक इसने बड़ा कमाल किया है. विशाल मेगा मार्ट का बिजनेस भी डीमार्ट जैसा ही है तो क्या ये भी डीमार्ट जैसा कमाल कर पाएगा. डीमार्ट की तुलना में कैसा है विशाल मेगा मार्ट, चलिए जानते हैं...

Dmart की तुलना में कैसा है विशाल मेगा मार्ट का IPO Image Credit: Canva/Freepik

Vishal Mega Mart एक ऐसी कंपनी की कहानी है, जिसने काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं, और इसी का परिणाम है कि इसके फाउंडर अब कंपनी से दूर हैं, लेकिन इन चुनौतियों की बीच एक बार फिर यह एक बड़े कदम की ओर है. कंपनी का आईपीओ 11 दिसंबर को खुलेगा. विशाल मेगा मॉर्ट की पकड़ मिडिल और लोअर मिडिल क्लास पर है और इसी के दम पर वह 414 शहरों में पहुंच चुका है. आईपीओ का GMP जिस तरह के रिटर्न के संकेत दे रहा है, उससे एक और कंपनी की ओर ध्यान जाना लाजिमी है. जी, हां आज से 7 साल पहले दिग्गज इंवेस्टर राधाकिशन दमानी का Dmart भी इसी तरह बाजार में उतरा था, और उसने अपने आईपीओ के जरिए निवेशकों को लिस्टिंग के समय 102 फीसदी का प्रीमियम दिया था. और बीते वर्षों में डीमार्ट भी मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास के बीच अच्छी पैठ बना चुका है. तो सवाल उठता है कि क्या विशाल मेगा मार्ट भी कुछ ऐसा ही धमाल करने वाला है. तो सात साल पहले के दौर से शुरूआत करते हैं.

Dmart के IPO ने मचाया धमाल

Dmart का आईपीओ आज से 7 साल पहले 2017 में आया था, तब उनका 1870 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य था. इसका अपर प्राइस बैंड 299 रुपये था. मार्च 2017 में जब यह लिस्ट हुआ तो लिस्टिंग गेन 102 फीसदी रहा और यह 604 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ. आज इसके शेयर ने 500 फीसदी से भी ज्यादा का रिटर्न दे दिया है. फिलहाल इसका शेयर 3,818.50 रुपये पर कारोबार कर रहा है. हालांकि एक समय पर इसका शेयर 5905 रुपये पर भी कारोबार कर रहा है लेकिन आज फिर वह 3818 पर है.

विशाल मेगा मार्ट का IPO

  • ये IPO 11 दिसंबर 2024 से 13 दिसंबर 2024 के बीच खुलेगा
  • आईपीओ के जरिए 8000 करोड़ जुटाने का लक्ष्य
  • इसका प्राइस बैंड ₹74-78 प्रति शेयर है  
  • लॉट साइज 190 शेयर  
  • कम से कम 14,820 और अधिकतम ₹1,92,660 के निवेश की सीमा  
  • 16 दिसंबर 2024 शेयर का अलॉटमेंट
  • 18 दिसंबर 2024 को ये लिस्ट हो सकता है

यह IPO पूरी तरह से एक ऑफर फॉर सेल (OFS) है.

Vishal Mega Mart का बिजनेस मॉडल

विशाल मेगा मार्ट भारत के मिडिल और लोअर-मिडल इनकम ग्रुप को टारगेट करता है. कपड़े (परिधान) से इसका 45% रेवेन्यू आता है. जनरल मर्चेंडाइज से 27% और बाकी FMCG से 28% आता है.  

नेटवर्क की बात करें तो विशाल मेगा मार्ट के 645 स्टोर्स हैं जो 30 राज्यों के 414 शहरों में फैला है. ये एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल पर काम करता है यानी स्टोर और डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स किराए पर होता है. इसके पोर्टफोलियो में 19 ब्रांड्स हैं जिनका FY24 में 1 अरब रुपये से ज्यादा का रेवेन्यू है. कंपनी का 70% स्टोर नेटवर्क टियर 2 और उससे नीचे के शहरों में है.

वित्त वर्ष 2024 में इसका कुल रेवेन्यू 89.5 अरब रुपये रहा यानी 17% ग्रोथ, नेट प्रॉफिट 4.6 अरब डॉलर यानी 44% ग्रोथ. वहीं कंपनी के पास कोई कर्ज नहीं है.

Dmart के मुकाबले क्या है स्थिति?

विशाल मेगा मार्ट के कॉम्पिटिटर्स रिलायंस रिटेल, टाटा का ट्रेंट और डीमार्ट है. यहां हम इसकी तुलना डीमार्ट से करेंगे जो Avenue Supermarts Ltd के नाम से लिस्ट है. इसे साल 2002 में राधाकिशन दमानी ने शुरू किया आज इसके 381 स्टोर्स हैं जो 11 राज्यों और NCR में  फैले हुए हैं. वित्त वर्ष 2024 में इनका रेवेन्यू 507.9 अरब रुपये रहा. रेटर्न ऑन नेट वर्थ 13.6% है. विशाल मेगा मार्ट का ऑपरेटिंग मार्जिन 13-14% है वहीं डीमार्ट का 8-9%, सेल्स की बात करें तो FY24 में विशाल मेगा मार्ट की सेल्स 19.3% की तेजी से बढ़ी और डीमार्ट की 16.4% की तेजी से बढ़ी.

विशाल मेगा मार्ट की बेहतर ऑपरेटिंग मार्जिन, कम वैल्यूएशन, और तेजी से बढ़ती बिक्री है वहीं डीमार्ट का ब्रांड ज्यादा बड़ा है और रेवेन्यू भी.

अब आगे क्या?

विशाल मेगा मार्ट का मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ है और प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ाने की क्षमता है. कंपनी का लोअर वैल्यूएशन और बेहतर ऑपरेटिंग मार्जिन की वजह से निवेशकों इसे पसंद कर रहे हैं. डीमार्ट और विशाल मेगा मार्ट दोनों ही अपनी-अपनी जगह पर मजबूत खिलाड़ी दिखते हैं.

क्या है ताजा GMP?

विशाल मेगा मार्ट ग्रे मार्केट में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. 10 दिसंबर को इसका जीएमपी 25 रुपये पर है यानी इसकी अनुमानित लिस्टिंग 103 रुपये पर हो सकती है. यह 32.05% का लिस्टिंग गेन है. 

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.