कौन बनाता है नीले रंग वाला ड्रम? ये टुकड़ा बना देता है फौलाद, कलर के पीछे है खास वजह
भारत में कई कंपनियां इस तरह के ड्रम बनाती हैं, लेकिन यह इंडस्ट्री अब तक पूरी तरह संगठित नहीं हो पाई है. भारत में प्लास्टिक इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है और इसकी मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है. नीले रंग वाले प्लास्टिक ड्रम का उपयोग अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरीकों से किया जाता है. ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि ये ड्रम कैसे बनते हैं.

Blue Drum: भारत में प्लास्टिक इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है और इसकी मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है. नीले रंग वाले प्लास्टिक ड्रम का उपयोग अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरीकों से किया जाता है. ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि ये ड्रम कैसे बनते हैं, इनमें किस प्रकार का केमिकल इस्तेमाल होता है. इन्हें कौन-कौन सी कंपनियां बनाती हैं और इनकी कीमत कितनी होती है. आइए, इन सभी पहलुओं पर विस्तार से जानते हैं.
किस चीज से बनता है यह ड्रम?
ITP पैकेजिंग के मुताबिक, ये ड्रम HDPE (हाई डेंसिटी पॉलीएथिलीन) नामक विशेष प्लास्टिक से बनाए जाते हैं. HDPE एक मजबूत, टिकाऊ और रासायनिक रूप से स्थिर प्लास्टिक है. यह अधिकतर पदार्थों के साथ रिएक्शन नहीं करता. इस वजह से यह खाद्य पदार्थों, दवाओं, रसायनों और यहां तक कि खतरनाक कचरे को भी सुरक्षित रखने के लिए बेहतरीन होता है. HDPE ड्रम खास मोल्डिंग मशीनों की मदद से बनाए जाते हैं. इससे ये बड़े पैमाने पर एक जैसे और गोल आकार में तैयार किए जा सकते हैं. इस प्रक्रिया से इनकी लागत भी कम आती है.
नीला ही क्यों होता है रंग?
इन ड्रमों का रंग नीला इसलिए रखा जाता है क्योंकि यह रंग सूरज की अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों के असर से अन्य रंगों की तुलना में बेहतर तरीके से बचाता है. नीला रंग खाने-पीने की चीजों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में मदद करता है. साथ ही, ये ड्रम सालों तक चलने वाले, रीसायकल किए जा सकने वाले और पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होते हैं.
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कहां होता है इसका इस्तेमाल?
इन ड्रमों का इस्तेमाल ज्यादातर फैक्ट्रियों, गोदामों, रासायनिक फैक्ट्री, फार्मा कंपनियों में किया जाता है. इनका इस्तेमाल तरल पदार्थ, तेल, केमिकल्स, खाद्य सामग्री और कचरा के लिए किया जाता है. कुछ ड्रमों पर ढक्कन, नोजल और लाइनर जैसे अटैचमेंट्स भी लगाए जाते हैं जिससे इनका उपयोग और भी आसान हो जाता है.
कितनी होती है कीमत?
भारत में कई कंपनियां इस तरह के ड्रम बनाती हैं, लेकिन इसके ज्यादा मैन्युफैक्चरर्स MSME कैटेगरी में आते हैं. यही कारण है कि अलग-अलग कंपनियों की कीमतें और क्वालिटी अलग-अलग हो सकती हैं. उदाहरण के लिए, Pyramid Technoplast Ltd नामक कंपनी 50 लीटर की क्षमता वाले नीले प्लास्टिक ड्रम बड़ी मात्रा में बनाती है.
कंपनी का नाम | ड्रम की क्षमता (लीटर) | कीमत (प्रति पीस) |
---|---|---|
Anirudh Plastic Pvt. Ltd. | 50 लीटर | ₹250 |
Shree Shyam Plastic | 10 लीटर | ₹100 |
Essa Pharmaceutical Corps Company | 200 लीटर | ₹1,200 (लगभग) |
Aliya Trading S.l | 30-200 लीटर | ₹600 |
R B Enterprise | 55 लीटर | ₹280 |
Arun Trading Co. | 75 लीटर | ₹425 |
Tripura Containers Pvt. Ltd. | 210 लीटर (MS Drum) | ₹1,600 |
Bombay Barrel Co | 50 लीटर | ₹250 |
Neelam Enterprises | 70 लीटर | ₹550 |
A.S. Enterprises | 200 लीटर | ₹800 |
इनकी कीमत लगभग 250 रुपए प्रति ड्रम है. लेकिन न्यूनतम 100 ड्रम का ऑर्डर देना होता है. वहीं, IndiaMART जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 200 से 250 लीटर की क्षमता वाले नीले प्लास्टिक ड्रम भी उपलब्ध हैं. इनकी कीमत लगभग 600 रुपए प्रति ड्रम होती है.
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