पाकिस्तान पर छाया आकाशतीर का खौफ, ताकतवर ऐसा कि S-400 भी करेगा सलाम

भारत के स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम आकाशतीर ने पाकिस्तान के खिलाफ हालिया संघर्ष में 100 फीसदी सटीकता से ड्रोन मार गिराए. यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है और सेना व वायुसेना दोनों के राडार से जुड़ा होता है.

भारत के स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम आकाशतीर ने पाकिस्तान के खिलाफ हालिया संघर्ष में 100 फीसदी सटीकता से ड्रोन मार गिराए. Image Credit:

Akashteer India air defence system: भारत पाकिस्तान के बीच चले चार दिन के युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसकी हैसियत समझा दी तो वही दूसरी तरफ पूरी दुनिया ने भारत के एयर डिफेंस की ताकत देखी और मेड इन इंडिया हथियारों का भी जलवा देखा. आकाश मिसाइल सिस्टम, एंटी ड्रोन गन के बाद अब एक और हथियार इस समय चर्चा में है, जिसकी तुलना भारत इजराइल के आयरन डोम से की जा रही है और इसे भारत का आयरन डोम कहा जा रहा है. यहां बात हो रही है आकाशतीर डिफेंस सिस्टम की. पाकिस्तान से संघर्ष के दौरान इसने 100 फीसदी सटीकता के साथ पाकिस्तान केसैकड़ों ड्रोन को मार गिराया.

पाकिस्तान भी हैरान

चार दिन तक चले युद्ध में पाकिस्तान ने हजारों मेड इन तुर्किये ड्रोन भारत पर हमले के लिए छोड़े थे, लेकिन आकाशतीर ने सभी को मार गिराया. पाकिस्तान ने भारत के कई धार्मिक स्थलों जैसे स्वर्ण मंदिर और वैष्णो देवी मंदिर को भी निशाना बनाया था, लेकिन आकाशतीर ने सभी ड्रोन को समय रहते ध्वस्त कर दिया.

क्या है आकाशतीर डिफेंस सिस्टम


चार दिन तक चले युद्ध में पाकिस्तान ने हजारों मेड इन तुर्किये ड्रोन भारत पर हमले के लिए छोड़े थे, लेकिन आकाशतीर ने सभी को मार गिराया। पाकिस्तान ने भारत के कई धार्मिक स्थलों जैसे स्वर्ण मंदिर और वैष्णो देवी मंदिर को भी निशाना बनाया था, लेकिन आकाशतीर ने सभी ड्रोन को समय रहते ध्वस्त कर दिया।

कैसे काम करता है आकाशतीर

आपरेशन सिंदूर में पहली बार युद्ध में उपयोग किया गया यह सिस्टम सेना और वायुसेना दोनों के राडार से जुड़ा होता है और एक स्वचालित कमांड और कंट्रोल सिस्टम की तरह काम करता है. इसका मतलब है कि हवा में क्या हो रहा है, उसे यह तुरंत समझता है, दुश्मन और अपने विमान में फर्क करता है और आसपास के हथियारों को लक्ष्य पर हमला करने का निर्देश देता है.

क्यों हो रही आयरन डोम से तुलना

इजराइल का आयरन डोम दुनिया का सबसे बेहतरीन डिफेंस सिस्टम माना जाता है. इसकी भी मारक क्षमता 100 फीसदी है. लेकिन आयरन डोम मिसाइल को इंटरसेप्ट करने और उनको नष्ट करने के लिए बनाया गया है जबकि आकाशतीर कम ऊंचाई पर उड़ने वाले टारगेट जैसे ड्रोन और छोटे यूएवी को इंटरसेप्ट कर मार गिराने में सक्षम है.

S-400 से भी हो रही तुलना

आकाशतीर की सफलता के बाद कई यूजर सोशल मीडिया पर इसकी तुलना S-400 से कर रहे हैं. उनका मानना है जैसे S-400 अपने डोमेन में 100 फीसदी टारगेट को मार गिराता है वैसे ही यह अपने डोमेन में अपने सभी लक्ष्यों को निशाना बनाता है.हालांकि हमें यह देखना होगा कि S-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन डिफेंस सिस्टम है और यह सुपरसोनिक मिसाइल से लेकर फाइटर जेट को भी 400 किलोमीटर दूर से निशाना बना सकता है.

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कितने में बना है आकाशतीर

इसे बनाने के लिए मार्च 2023 में रक्षा मंत्रालय ने भेल गाजियाबाद के साथ 1982 करोड़ रुपये का एग्रीमेंट किया था और इसके तहत सितंबर 2024 में 100 आकाशतीर बना कर सेना को सप्लाई कर दिए गए थे. इस हिसाब से देखा जाए तो एक आकाशतीर की लागत 19.82 करोड़ रुपये बैठती है.