पेजर को बना सकते हैं बम, मगर EVM के आगे हैकर्स भी बेदम, चुनाव आयोग की नो धमाका गारंटी

चुनाव आयोग ने आज दो राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही लोगों ने EVM को लेकर चिंता जताई. EVM के साथ छेड़छाड़ की चिंता अकसर पार्टियां उठाती रहती हैं, लेकिन उससे भी बड़ी चिंता यह थी कि क्या लेबनान के पेजर और वॉकी-टॉकी की तरह इसमें भी धमाका किया जा सकता है.

EVM के आगे हैकर्स भी बेदम Image Credit: PTI

आज चुनाव आयोग ने दो राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही EVM को लेकर जो चिंताएं थीं, उन्हें दूर करने की कोशिश की. विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार EVM की सुरक्षा को लेकर मुखर रही है. कांग्रेस ने सवाल उठाया था कि अगर पेजर को विस्फोट किया जा सकता है, तो EVM को हैक क्यों नहीं किया जा सकता? मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस सवाल का जवाब सिर्फ एक लाइन में दिया और कहा, ‘पेजर कनेक्टेड हैं, लेकिन EVM कनेक्टेड नहीं है.’


चुनाव आयोग ने कहा कि भारत में मतदान के लिए इस्तेमाल की जाने वाली EVM को हैक या छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता, क्योंकि वे किसी डिवाइस से जुड़े नहीं होते हैं. उन्हें काम करने के लिए बिजली की भी जरूरत नहीं होती है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने EVM पर चिंता जताते हुए पूछा था, ‘अगर इजराइल 600 किलोमीटर दूर से घर बैठे-बैठे पेजर और वॉकी-टॉकी के जरिए लोगों को मार सकता है, तो EVM की तो कोई औकात ही नहीं है.’


EVM बनाम पेजर

पेजर, जिसे बीपर के नाम से भी जाना जाता है, इसका इस्तेमाल आमतौर पर छोटे मैसेज या अलर्ट प्राप्त करने के लिए किया जाता है. यह रेडियो फ्रीक्वेंसी पर काम करता है और आवाज, वाइब्रेशन और विजुअल डिस्प्ले के जरिए सूचना देता है. पेजर पेजिंग नेटवर्क से जुड़े होते हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, वायरलेस पेजर एक विशेष कोड से जुड़े होते हैं जिसे पूरा वायरलेस पेजिंग सिस्टम समझता है.

वहीं, EVM एक साधारण 7.5-वोल्ट एल्कलाइन पावर पैक बैटरी पर चलती है, जिसकी आपूर्ति भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बैंगलोर और इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा की जाती है. EVM में दो यूनिट होते हैं—पहला कंट्रोल यूनिट और दूसरा बैलेटिंग यूनिट.

चुनाव आयोग ने अपने दस्तावेजों में बताया है कि EVM को किसी भी तरह की छेड़छाड़ या हेरफेर रोकने के लिए मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल दोनों तरह से प्रोटेक्ट किया जाता है. इसके अलावा, ये EVM किसी भी अन्य मशीन या सिस्टम से वायर या वायरलेस सिस्टम से जुड़ी नहीं होती हैं. इसलिए, डेटा में हेरफेर की कोई संभावना नहीं है.

क्या EVM में भी पेजर की तरह हो सकता है धमाका?

कुछ दिन पहले ही लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी धमाका हुआ था, जिसमें कई लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हुए. इसके पीछे इजराइल का हाथ बताया गया था. आरोप है कि इजराइल की सेल कंपनियों ने इस पेजर और वॉकी-टॉकी का निर्माण करवाया था, जिसे धमाके के उद्देश्य से ही बनाया गया था.

EVM का निर्माण भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बैंगलोर और इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा किया जाता है, ऐसे में इसकी सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं होनी चाहिए. साथ ही, EVM पेजर और वॉकी-टॉकी की तरह कनेक्टेड भी नहीं होती है, जिससे इसमें धमाका किया जा सके.

रही बात बैटरी की, तो EVM में एक पारदर्शी बैटरी होती है, जिसमें विस्फोटक लगाने पर वह आसानी से दिखाई दे जाएगा. इन परिस्थितियों में हम कह सकते हैं कि EVM बहुत ही सुरक्षित है और इसमें धमाके की गुंजाइश न के बराबर है.

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