GRSE–Mazagon Dock नहीं, सरकार के ₹44700 करोड़ ऐलान से इस स्टॉक में अपर सर्किट, 1 साल में 3572% रिटर्न
सरकार के एक बड़े नीतिगत फैसले ने शेयर बाजार में हलचल मचा दी है. जिस सेक्टर पर लंबे समय से चर्चा थी, वहां अचानक निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है. एक अपेक्षाकृत नई कंपनी इस बदलाव की सबसे बड़ी लाभार्थी बनकर उभरी है. यह कंपनी इसी साल शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी और जिसने कुछ ही महीनों में निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दे दिया.
Shipbuilding stocks rally: भारत सरकार के एक बड़े नीतिगत ऐलान ने शेयर बाजार में एक ऐसी कंपनी को चमका दिया है, जिस पर अभी तक ज्यादातर निवेशकों की नजर नहीं थी. जहाज निर्माण सेक्टर को मजबूती देने के लिए सरकार ने 44,700 करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश की घोषणा की है. इस फैसले का सीधा फायदा उस कंपनी को मिला है, जो इसी साल शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी और जिसने कुछ ही महीनों में निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दे दिया, नाम है Swan Defence and Heavy Industries Ltd.
सरकार का 44,700 करोड़ रुपये का बड़ा दांव
पोर्ट्स, शिपिंग और वॉटरवेज मंत्रालय ने दो अहम योजनाओं के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. पहली योजना है शिपबिल्डिंग फाइनेंशियल असिस्टेंस स्कीम, जिसके तहत 24,736 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इस स्कीम में जहाज की कैटेगरी के आधार पर 15 से 25 फीसदी तक की वित्तीय मदद दी जाएगी.
दूसरी योजना शिपबिल्डिंग डेवलपमेंट स्कीम है, जिसका कुल बजट 19,989 करोड़ रुपये है. इसका मकसद देश में लंबे समय के लिए जहाज निर्माण की क्षमता और तकनीकी ताकत को बढ़ाना है. इन दोनों योजनाओं का कुल आकार 44,700 करोड़ रुपये से ज्यादा बैठता है.
Mazagon Dock और GRSE नहीं, इस कंपनी पर मिला फायदा
सरकारी ऐलान के बावजूद जहां शिपबिल्डिंग सेक्टर की दिग्गज मानी जाने वाली Mazagon Dock और GRSE के शेयरों में गिरावट देखने को मिली वहीं Swan Defence and Heavy Industries Ltd. कंपनी के शेयरों में जबरदस्त खरीदारी हुई. शेयर 5 फीसदी की तेजी के साथ अपर सर्किट पर पहुंच गए और भाव 1,388.20 रुपये तक चढ़ गया. इसी के साथ शेयर ने नया 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर भी छू लिया.
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जनवरी में लिस्ट हुई इस कंपनी ने अब तक निवेशकों को करीब 3,572 फीसदी का रिटर्न दे दिया है, जो बाजार में बहुत कम देखने को मिलता है.
कंपनी का प्रोफाइल
1997 में स्थापित यह कंपनी जहाजों के निर्माण, मरम्मत और रिफिटिंग के कारोबार में है. गुजरात के पश्चिमी तट पर स्थित यह देश की सबसे बड़ी शिपयार्ड कंपनियों में से एक मानी जाती है और भारत की कुल जहाज निर्माण क्षमता का करीब 30 फीसदी इसके पास है. रणनीतिक लोकेशन, मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों तक आसान पहुंच इसकी बड़ी ताकत है.
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कंपनी के अहम वित्तीय आंकड़े (₹ लाख में)
| वित्तीय मद | FY25 (30 सितंबर 2025 तक) | FY24 |
|---|---|---|
| कुल आय | 4,430 | 146 |
| कुल खर्च | 6,462 | 5,576 |
| कर पूर्व लाभ/हानि | -1,986 | -5,339 |
| शुद्ध लाभ/हानि | -1,986 | -5,339 |
| इक्विटी शेयर पूंजी | 5,268 | 5,268 |
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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