CBSE ने कक्षा 10वीं के रिजल्‍ट किए जारी, इन वेबसाइट्स पर करें चेक, 93.66% स्‍टूडेंट्स हुए पास

सीबएसई कक्षा 10वीं के रिजल्‍ट जारी कर दिए गए हैं. बोर्ड ने प्रेस रिलीज जारी कर इसकी जानकारी साझा की है. स्‍टूडेंट्स बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर नतीजे देख सकते हैं, इसके अलावा डिजिलॉकर और उमंग ऐप समेत दूसरे प्‍लेटफॉर्म पर भी रिजल्‍ट चेक किए जा सकते हैं.

10वीं कक्षा का रिजल्‍ट जारी Image Credit: money9

CBSE Class 10th Results 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं कक्षा के नतीजे 13 मई 2025 की दोपहर को घोषित कर दिए हैं. बोर्ड की ओर से प्रेस रिलीज जारी की गई है, हालांकि वेबसाइट पर नतीजे अभी शो नहीं हो रहे हैं. ट्रैफिक ज्‍यादा होने की वजह से नतीजे देखने में थोड़ी दिक्‍कत आ रही है, लेकिन कुछ समय बाद ही स्‍टूडेंट्स अपने रिजल्‍ट CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in और cbseresults.nic.in पर चेक कर सकते हैं. इसके अलावा कुछ और भी प्‍लेटफॉर्म्‍स पर परिणाम देखें जा सकते हैं. इस साल 10वीं की परीक्षा में 24,11,538 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से 93.66% स्‍टूडेंट्स पास हुए है. परीक्षाएं 15 फरवरी से 1 मार्च तक आयोजित हुई थीं.

परिणाम चेक करने का आसान तरीका

  • CBSE कक्षा 10वीं के परिणाम ऑनलाइन चेक करने के लिए बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाएं.
  • यहां रिजल्‍ट पेज खोलें.
  • कक्षा 10 के रिजल्‍ट लिंक पर क्लिक करें.
  • मांगे गए विवरण जैसे-रोल नंबर, स्कूल नंबर, और एडमिट कार्ड आईडी दर्ज करें.
  • सबमिट करें और अपना परिणाम देखें.

डिजिलॉकर और UMANG पर भी कर सकते हैं चेक

बोर्ड की वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक के कारण परिणाम चेक करने में अगर दिक्कत हो, तो स्‍टूडेंट्स डिजिलॉकर (results.digilocker.gov.in) या UMANG ऐप के जरिए अपना रिजल्‍ट देख सकते हैं. डिजिलॉकर के लिए स्कूल की ओर से दिए गए छह अंकों के एक्सेस कोड की जरूरत होगी. आप results.cbse.nic.in, results.digilocker.gov.in, और results.gov.in पर भी परिणाम चेक कर सकते हैं.

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पोस्ट रिजल्ट प्रक्रिया में बदलाव

CBSE ने परिणाम के बाद की प्रक्रियाओं में इस बार कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. ऐसे में अब छात्र सत्यापन या रीवैल्‍यूएशन के लिए आवेदन करने से पहले अपनी आसंर शीट की फोटोकॉपी प्राप्त कर सकते हैं. पहले की व्यवस्था में छात्रों को पहले अंकों का सत्यापन, फिर आंसर शीट की फोटोकॉपी, और उसके बाद पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करना पड़ता था. यह नई प्रक्रिया छात्रों के लिए ज्‍यादा पारदर्शी और सुविधाजनक होगी.