CSDSO के क्वालिटी चेक में फेल हुईं घर-घर में इस्तेमाल होने वाली पैरासिटामोल सहित 53 दवाएं, देखें पूरी लिस्ट

इन दवाओं में पैरासिटामोल के अलावा कॉमनली यूज होने वाली एंटीबायोटिक्स, एंटीएलर्जिक, मल्टी विटामिन, शुगर और ब्लड प्रेशर की दवाएं भी शामिल हैं. देश के दवा नियामक सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन यानी सीएसडीएसओ ने इन दवाओं की क्वालिटी चेक की, जिसमें ये दवाएं फेल हुई हैं.

घटिया दवाएं स्वास्थ्य के नुकसान पहुंचाती हैं. Image Credit: Peter Dazeley/The Image Bank/Getty Images

देश के शीर्ष दवा नियामक सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन यानी सीएसडीएसओ की तरफ से जारी मासिक ड्रग अलर्ट में बताया गया है कि पैरासिटामॉल सहित 53 दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल साबित हुई हैं. दवा नियामक सीएसडीएसओ हर महीने दवाओं की गुणवत्ता की जांच करती है. इस जांच के आधार पर आम लोगों की जानकारी के लिए रिपोर्ट जारी की जाती है. दवाओं की जांच सीएसडीएसओ की कोलकाता, गुवाहाटी, मुंबई और चंडीगढ़ स्थित लैब में की गई. जांची गई दवाएं बाजार में बेची जा रही हैं. इनमें से ज्याादातर की एक्सपायरी डेट 2025 से 2027 के बीच में है. फिलहाल, इन दवाओं को बाजार से हटाए जाने की कोई जानकारी नहीं है. इसके अलावा इन दवाओं को बनाने वाले और बेचने वालों पर भी किसी तरह की कार्रवाई की फिलहाल कोई सूचना नहीं है.

सरकारी और नामी कंपनियों की दावाएं शामिल

सीएसडीएसओ की तरफ से जारी की गई लिस्ट के मुताबिक कई बड़े ब्रांड की दवाएं भी घटिया गुणवत्ता की पाई गईं. इसके अलावा सरकारी कंपनियों की दवाएं भी इस सूची में शामिल हैं. बच्चों के लिए एलर्जी को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल होने वाली सिप्ला की मॉन्टेयर एलसी किड इसमें शामिल है. इसे प्योर एंड क्योर हेल्थकेयर के हरिद्वार स्थिति प्लांट में बनाया जा रहा है. इसी तरह एल्केम की ही बनाई एंटीबायोटिक क्लैवैम 625, टोरंट फार्मा की शेलकाल 500 भी घटिया क्वालिटी की पाई गई हैं. इसके अलावा भारत सरकार की कंपनी हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स की बनाई दवाएं भी घटिया क्वालिटी की पाई गई हैं.

किस तरह की दवाएं सूची में शामिल

जांच में घटिया गुणवत्ता की दवाओं में कई मल्टीविटामिन, पेनकिलर, एंटीबायोटिक, एंटीएलर्जिक, एंटीफंगल, एंटीइन्फ्लेमेटरी दवाएं शामिल हैं. सीएसडीएसओ के मुताबिक 53 दवाओं की सूची में 5 दवाइयां नकली पाई गईं. इन दवाओं को बनाने वाली कंपनियों का दावा है कि जांची गई दवाएं उनकी नहीं हैं. बल्कि बाजार में उनके नाम से नकली बनाकर बेची जा रही हैं.

किसी दवा पर शक हो तो यहां करें शिकायत

अगर आपको किसी दवा की गुणवत्ता पर शक होता है, तो इसकी जानकारी सीएसडीएसओ तक पहुंचाने के लिए आप दो तरीके से शिकायत कर सकते हैं. अगर आप ईमेल के जरिये शिकायत देना चाहते हैं, तो enforcecell.div@cdsco.nic.in और dci@nic.in पर ईमेल कर सकते हैं. इसके अलावा अगर आप फोन कॉल के जरिये शिकायत करना चाहते हैं, तो टोल फ्री नंबर 1800111454 का इस्तेमाल कर सकते हैं.

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सीएसडीएसओ की जांच में घटिया पाई गई दवाओं की पूरी सूची देखने के लिए यहां क्लिक करें