रेस्तरां-होटल वालों के लिए खुशखबरी, कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर हो गया सस्ता; जानें नई कीमत

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 33.50 रुपये की कटौती की है, जो 1 अगस्त 2025 से लागू होगी. इससे दिल्ली में अब इसकी कीमत 1,631.50 रुपये रह गई है. घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. लगातार हो रही यह कटौती रेस्तरां, होटल और छोटे व्यवसायों के लिए राहत लेकर आई है.

कॉम‍र्शियल LPG सिलेंडर हुआ सस्‍ता Image Credit: money9live.com

Commercial LPG Price Cut: ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 33.50 रुपये की कटौती की घोषणा की है. यह बदलाव 1 अगस्त से लागू होगा. इसके बाद दिल्ली में कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमत 1,631.50 रुपये हो गई है. हालांकि, 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

लगातार कम हो रही हैं कमर्शियल एलपीजी की कीमतें

यह कटौती, पिछले कुछ महीनों से हो रही कीमतों में गिरावट की एक और कड़ी है. 1 जुलाई को कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 58.50 रुपये की कमी की गई थी, जिसके बाद इसकी कीमत 1,665 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई थी. इससे पहले जून में 24 रुपये, अप्रैल में 41 रुपये और फरवरी में 7 रुपये की कटौती की गई थी. हालांकि, मार्च में कीमतों में 6 रुपये की मामूली बढ़ोतरी भी हुई थी.

रेस्तरां और छोटे व्यवसायों को राहत

इस नई कीमत कटौती से रेस्तरां, होटल और स्ट्रीट फूड वेंडर्स जैसे छोटे व्यवसायों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है, जो अपने दैनिक कार्यों के लिए कमर्शियल एलपीजी पर निर्भर हैं. इन क्षेत्रों में ईंधन की लागत एक बड़ा खर्च होती है, और कीमतों में गिरावट से उनकी परिचालन लागत में कमी आएगी.

घरेलू एलपीजी की कीमतें स्थिर क्यों हैं

भारत में एलपीजी की कुल खपत का लगभग 90 फीसदी हिस्सा घरेलू इस्तेमाल के लिए होता है, जबकि शेष 10 फीसदी खपत कमर्शियल, औद्योगिक और ऑटोमोटिव क्षेत्रों में होती है. घरेलू एलपीजी की कीमतों को सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है, जिसके कारण इनमें बदलाव कम होते हैं. वहीं, कमर्शियल एलपीजी की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार और कच्चे तेल के दामों से सीधे जुड़ी होती हैं.

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कच्चे तेल की कीमतों का प्रभाव

द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के कच्चे तेल बास्केट की औसत कीमत मई 2025 में गिरकर 64.5 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जो पिछले तीन सालों में सबसे कम है. इस गिरावट के कारण ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) के एलपीजी से जुड़े नुकसान में अगले वित्तीय वर्ष में लगभग 45 फीसदी की कमी आने की उम्मीद है.

भारत में एलपीजी का बढ़ता इस्तेमाल

भारत में पिछले एक दशक में घरेलू एलपीजी कनेक्शनों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है. अप्रैल 2025 तक देश में लगभग 33 करोड़ घरेलू एलपीजी कनेक्शन हो चुके हैं. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) जैसी सरकारी पहलों के कारण ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों तक एलपीजी की पहुंच तेजी से बढ़ी है.