IT सेक्टर में मिलेंगी 1,50,000 फ्रेशर्स को नौकरी, TCS-इंफोसिस समेत कई बड़ी टेक कंपनियां करेंगी हायरिंग
एक्सपर्ट्स के अनुसार फ्रेशर्स की नौकरियों में बढ़ोतरी बिजनेस में मांग बढ़ने की वजह से हो सकती है. खासकर बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस और बीमा सेक्टर में.
आईटी सेक्टर में फ्रेशर्स की नौकरियों में 100% की बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है, पिछले साल की तुलना में 100% बढ़ोतरी होगी. अनुमान के मुताबिक, 1,50,000 से ज्यादा फ्रेशर्स को जॉब मिल सकती है. ये आंकड़े ईटी ने अपने सोर्स के हवाले से दिए हैं. नौकरियों की कमी के बीच युवाओं के लिए यह अच्छी खबर है.
एक्सपर्ट के अनुसार यह सब बिजनेस में मांग बढ़ने की वजह से हो सकता है. खासकर बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस और बीमा सेक्टर में.
CIEL HR के अनुमान बताते हैं इंडियन आईटी सेक्टर ने साल 2024 में 1,50,000 फ्रेशर्स को हायक किया है.
दुनिया की सबसे बड़ी आईटी दिग्गज कंपनी एक्सेंचर ने हाल ही में जून से अगस्त के बीच कर्मचारियों की संख्या में 24,000 की वृद्धि दर्ज की, जो पिछली दस तिमाहियों में सबसे अधिक है.
नुवामा की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल से जून के बीच ज्यादातक कंपनियों ने अपने वर्कफोर्स को बढ़ाया है. कंपनियां पिछली कुछ तिमाहियों में काम पर रखे गए नए लोगों (फ्रेशर्स) को अपने साथ जोड़ने की तैयारी कर रही हैं.
ईटी के अनुसार, दूसरी सबसे बड़ी आउटसोर्सिंग कंपनी इंफोसिस ने 1,000 से ज्यादा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को ऑनबोर्डिंग ईमेल भेजे हैं, जो दो साल से ज्यादा समय से प्लेसमेंट का इंतजार कर रहे थे.
ईटी के अनुसार, अप्रैल से जून (2024) के बीच में, इंफोसिस और विप्रो ने एक साल के अंतराल के बाद इस वित्तीय वर्ष में कैंपस हायरिंग फिर से शुरू करने की योजना को लेकर ऐलान किए हैं. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने कहा है कि वह वित्त वर्ष 2025 में 40,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करेगी, वहीं एचसीएल टेक लगभग 82,000 फ्रेशर्स की भर्ती की योजना बना रही है.
ईटी ने हाल में अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि इन चार आईटी कंपनियों ने जुलाई और अगस्त में कम से कम 33 डील्स पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए और ज्यादा लोगों को हायर करने की जरूरत पड़ेगी.