S400 Air Defence System: भारत के ‘सुदर्शन चक्र’ का कमाल, पाक हमले से बचा लिए देश के 15 सैन्य ठिकाने
बुधवार रात भारत-पाक सीमा पर जो कुछ हुआ, उसने पूरे क्षेत्र की सुरक्षा चिंताओं को हिला दिया. एक ओर जहां हमला हुआ, वहीं जवाब भी उसी तीव्रता से दिया गया. लेकिन भारत ने इस बार 'सुदर्शन चक्र' का इस्तेमाल किया जिसे आपने पहले सिर्फ पौराणिक कथाओं में सुना होगा.
पाकिस्तान की ओर से बुधवार रात उत्तरी और पश्चिमी भारत के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया गया. लेकिन इससे पहले कि ये हमले किसी नुकसान को अंजाम देते भारतीय वायुसेना ने अपने अत्याधुनिक S-400 वायु रक्षा प्रणाली (Air Defense System), जिसे भारत में ‘सुदर्शन चक्र’ कहा जाता है की मदद से इन सभी हवाई हमलों को हवा में ही ढेर कर दिया.
15 जगहों को बनाया गया था निशाना
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब के प्रमुख सैन्य ठिकानों जैसे अवंतिपोरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, लुधियाना और भुज समेत करीब 15 स्थानों को निशाना बनाया था. लेकिन वायुसेना की त्वरित और तकनीकी रूप से सक्षम प्रतिक्रिया ने इन सभी प्रयासों को विफल कर दिया.
S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ क्या है?
रूस निर्मित यह प्रणाली दुनिया की सबसे उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम में से एक मानी जाती है. भारत में इसे पौराणिक हथियार ‘सुदर्शन चक्र’ के नाम से जाना जाता है, जो भगवान विष्णु का दिव्य अस्त्र है. इस डिफेंस टेक्नोलॉजी की क्षमता ये है:
- 600 किलोमीटर तक लक्ष्य को ट्रैक करने की क्षमता
- 400 किलोमीटर की दूरी तक मिसाइल, ड्रोन और विमान को इंटरसेप्ट कर सकता है
- भारत के पास फिलहाल चार S-400 स्क्वाड्रन हैं जिनमें से दो प्रमुख रूप से पंजाब, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और गुजरात की रक्षा करते हैं.
भारत की जवाबी कार्रवाई
गुरुवार यानी 8 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान के हवाई रक्षा ढांचे पर जवाबी कार्रवाई की. लाहौर के पास एक रडार इंस्टॉलेशन को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. यह हमला उसी स्तर और क्षेत्र में किया गया, जिससे भारत को चुनौती दी गई थी.
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रक्षा मंत्रालय ने एक स्टेटमेंट जारी कर यह स्पष्ट किया है कि भारत की कार्रवाई संतुलित, मापी गई और गैर-उत्तेजक थी. सरकार ने दोहराया कि जब तक पाकिस्तान सैन्य उकसावे से परहेज करेगा, भारत भी संघर्ष को आगे नहीं बढ़ाना चाहेगा.