भारत के एक्शन से हांफ रहा पाकिस्तान, कहा- अब इस दिन तक रहेगा सीजफायर

India-Pakistan Ceasefire: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई की मध्यरात्रि के बाद पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. तीन दिनों तक चली कार्रवाई के बाद दोनों देशों ने 10 मई को दोनों ओर से गोलीबारी बंद करने पर तब सहमति जताई थी.

भारत-पाकिस्तान Image Credit: Money9live

India-Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान ने दोनों देशों द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार सीमा पार सभी सैन्य कार्रवाइयों पर रोक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है. जारी तनाव के बीच दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) ने ‘भरोसा बढ़ाने के लिए उठाए गए कदम’ को जारी रखने का फैसला लिया गया है. भारत की कार्रवाई के बाद पकिस्तान की ओर से कहा गया है भारत से रविवार यानी 18 मई तक सीजफायर पर सहमति बनी है.

रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि दोनों देशों के DGMO के बीच 10 मई 2025 को हुई सहमति के अनुसार सतर्कता के स्तर को कम करने के लिए विश्वास बहाली के उपायों को जारी रखने का निर्णय लिया गया है.

भारत ने शुरू किया ऑपरेशन सिंदूर

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई की मध्यरात्रि के बाद पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. इस ऑपरेशन में भारत ने नियंत्रण रेखा पार कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. इसके एक दिन बाद ही दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया, जब पाकिस्तान ने सीमा के पास सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया, जिसे भारत ने विफल कर दिया.

10 मई को बनी थी सहमति

10 मईतीन दिनों तक चली कार्रवाई के बाद दोनों देशों ने 10 मई को दोनों ओर से गोलीबारी बंद करने पर तब सहमति जताई, जब पाकिस्तान के DGMO ने अपने भारतीय समकक्ष को फोन करके सीमा पार से सभी तरह की गोलीबारी रोकने के लिए कहा. हालांकि, पाकिस्तान ने कुछ घंटों बाद ही इस समझौते का उल्लंघन किया और LOC पर गोलीबारी की.

पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कही ये बात

Xinhua न्यूज में छपी खबर के अनुसार, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान और भारत ने गुरुवार को बातचीत की और 18 मई तक चल रहे संघर्ष विराम को बढ़ाने पर सहमति जताई. संसद को संबोधित करते हुए डार ने कहा कि दोनों देशों की सेनाओं ने दिन में पहले ही संवाद किया और संघर्ष विराम को बढ़ाने के निर्णय पर पहुंचे, जिसके बाद राजनीतिक वार्ता की योजना बनाई गई.

उन्होंने सांसदों से कहा, युद्ध विराम पर पहले 10 मई को सहमति बनी थी जो 12 मई तक के लिए था. बाद में इसे 14 मई तक बढ़ा दिया गया और अब इसे 18 मई तक बढ़ा दिया गया है. डार ने कहा कि अब तक सैन्य स्तर पर संवाद संघर्ष विराम को बनाए रखने में महत्वपूर्ण रहा है और 18 मई के बाद व्यापक राजनीतिक वार्ता शुरू होगी.

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