प्रिंटेड टिकट को लेकर उठी अफवाहों पर इंडियन रेलवे ने दी सफाई, कहा- अनरिजर्व्ड टिकट के लिए प्रिंट जरूरी नहीं
भारतीय रेलवे ने साफ किया है कि अनरिजर्व्ड टिकट के लिए प्रिंट अनिवार्य नहीं है. डिजिटल टिकट मोबाइल में दिखाना काफी है. कोई नया नियम नहीं बदला गया है. साथ ही वंदे भारत ट्रेनों में अब अलग-अलग राज्यों के पारंपरिक व्यंजन यात्रियों को परोसे जा रहे हैं.
भारतीय रेलवे ने साफ कर दिया है कि अनरिजर्व्ड वाले टिकट के लिए यात्रियों को प्रिंटेड टिकट साथ रखना अनिवार्य नहीं है, अगर टिकट डिजिटल तरीके से बुक किया गया है. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन रेलवे ने शुक्रवार को जारी स्पष्टीकरण में उन मीडिया रिपोर्ट्स को गलत बताया, जिनमें दावा किया गया था कि अब हर यात्री को अनरिजर्व्ड टिकट का प्रिंट साथ रखना होगा.
रेलवे ने कहा कि कोई नया नियम जारी नहीं किया गया है. पुराने नियम पहले की तरह ही लागू हैं. अगर किसी यात्री ने अनरिजर्व्ड टिकट ऑनलाइन या ऑफलाइन बुक करके उसका प्रिंट निकाल लिया है, तो यात्रा के दौरान वही टिकट दिखाना होगा. लेकिन अगर टिकट मोबाइल ऐप से बुक किया गया है और प्रिंट नहीं निकाला गया, तो यात्री उसी मोबाइल फोन पर डिजिटल टिकट दिखाकर यात्रा कर सकता है.
राज्यों के स्थानीय व्यंजन के हिसाब से परोसा जा रहा खाना
यानी कुल मिलाकर, यात्रियों को बेवजह परेशान होने की जरूरत नहीं है. डिजिटल टिकट रखने वालों के लिए मोबाइल में टिकट दिखाना ही पर्याप्त है. रेलवे मंत्रालय के मुताबिक, अब Vande Bharat Express ट्रेनों में अलग-अलग राज्यों का स्थानीय और पारंपरिक खाना परोसा जा रहा है. इसका मकसद यात्रियों को उनके क्षेत्र के स्वाद से जोड़ना है.
इसे भी पढ़ें- पंजाब समेत इन राज्यों में घना कोहरा बढ़ाएंगी मुश्किलें, येलो अलर्ट जारी, पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी–बारिश के संकेत- IMD
अब वंदे भारत ट्रेनों में महाराष्ट्र का कांदा पोहा, आंध्र प्रदेश की आंध्र कोड़ी कुरा, गुजरात की मेथी थेपला, ओडिशा की आलू फूलकोपी, केरल का पारंपरिक भोजन, पश्चिम बंगाल का कोषा पनीर, बिहार का चंपारण पनीर और चिकन, डोगरी और कश्मीरी व्यंजन, और कई दूसरे क्षेत्रीय स्वाद मिल रहे हैं. रेलवे का मानना है कि इससे यात्रियों का सफर और भी यादगार बनेगा.
इसे भी पढ़ें- चीन नागरिक इस्तेमाल के लिए रेयर-अर्थ मेटल्स के एक्सपोर्ट की देगा अनुमति, आम इस्तेमाल के लिए होंगे परमिट