ट्रंप के वफादार सर्जियो गोर होंगे भारत में अमेरिकी राजदूत, टैरिफ मुद्दे पर करेंगे डील, जनवरी से खाली था ये पद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विश्वसनीय सहयोगी सर्जियो गोर को भारत का नया राजदूत नामित किया है. 38 वर्षीय गोर व्हाइट हाउस में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के संबंध टैरिफ को लेकर तनावपूर्ण हैं. गोर की नियुक्ति से भारत को फायदा होने की उम्मीद है.
Trump appoints Sergio Gor US ambassador to India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अपने दूसरे कार्यकाल में सात महीने बाद 38 वर्षीय सर्जियो गोर (Sergio Gor) को भारत के लिए नया अमेरिकी राजदूत नामित किया है. यह घोषणा ट्रंप ने अपनी ट्रुथ सोशल पोस्ट में की, जहां उन्होंने गोर को दक्षिण और मध्य एशिया के विशेष दूत के रूप में भी नियुक्त किया है. सर्जियो गोर व्हाइट हाउस (White House) में डायरेक्टर ऑफ प्रेसिडेंशियल पर्सनल के रूप में काम कर रहे हैं और ट्रंप के करीबी सहयोगी हैं. यह नियुक्ति ऐसे समय में आई है, जब अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है, जिससे दोनों देशों के संबंध खराब हुए हैं. भारत में अमेरिकी राजदूत का पद जनवरी से खाली है. गोर की नियुक्ति से ट्रंप के विश्वसनीय व्यक्ति दिल्ली में होंगे, जो भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है.
ट्रंप का ऐलान, सीनेट से पुष्टि का इंतजार
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि वे गोर को भारत का राजदूत और दक्षिण-मध्य एशिया का विशेष राजदूत बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि गोर उनके पुराने दोस्त हैं. गोर अभी भी व्हाइट हाउस में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे जब तक सीनेट से पुष्टि नहीं हो जाती. ट्रंप ने जोर दिया कि दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र के लिए विश्वसनीय व्यक्ति जरूरी है.
गोर ने ट्रंप को धन्यवाद दिया और सेवा करने पर गर्व जताया. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि गोर अमेरिका का अच्छा प्रतिनिधि होंगे. हालांकि, गोर का एलन मस्क से झगड़ा हुआ था, जहां मस्क ने उन्हें सांप कहा. फिर भी, गोर ट्रंप के वफादार हैं और भारत में अमेरिकी एजेंडे के तहत काम करेंगे.
सर्जियो गोर का बैकग्राउंड
इंडियन एक्सप्रेस ने अमेरिका और माल्टा के मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया कि सर्जियो गोर का जन्म 1986 में उज्बेकिस्तान में हुआ था, जो तब सोवियत संघ का हिस्सा था. उनकी फैमिली माल्टा में कुछ साल रही, फिर 1999 में अमेरिका चली गई. लॉस एंजिल्स में हाई स्कूल करने के बाद उन्होंने जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की. पहले उनका सरनेम गोरखोवस्की था, जिसे छोटा किया. गोर ने 2008 में जॉन मैकेन के चुनाव में काम किया, फिर रैंड पॉल के साथ रहे. 2020 में ट्रंप जूनियर के साथ किताब प्रकाशन कंपनी शुरू की और ट्रंप के लिए राजनीतिक कमेटी चलाई. नवंबर 2024 में ट्रंप ने उन्हें PPO डायरेक्टर बनाया, जहां वे नए नियुक्तियों की जांच करते हैं.
भारत-अमेरिका संबंध और चुनौतियां
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई जब अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया और रूस से तेल खरीदने पर निशाना साधा. एरिक गार्सेटी के जनवरी में जाने के बाद पद खाली है. नया राजदूत टैरिफ और तेल मुद्दों पर काम करेगा. विशेष दूत की भूमिका नई है, जो दक्षिण और मध्य एशिया को कवर करेगी.
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