चिप्स के पैकेट तेजी से बढ़ा रहे हमारी उम्र, रिसर्च में सामने आया चौंकाने वाला सच
रिसर्च के मुताबिक चिप्स जैसे अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड लगातार हमारी उम्र को बढ़ा रहे हैं. रिसर्च में बताया गया है कि अगर हम 20 साल की उम्र में चिप्स, कुरकुरे, बिस्कुट, या केक जैसे जंक फूड खाते हैं तो हमारी कोशिकाओं को ऐसा लगता है जैसे वे 30 साल या उससे अधिक की उम्र के है.

जब भी आप चिप्स (chips) का पैकेट खोलें तो अपनी उम्र को ध्यान में रखें. स्कूल, ऑफिस या यात्रा के दौरान ये स्नैक्स हमारे सफर के साथी बन जाते हैं, लेकिन ये हमारी उम्र को भी तेजी से बढ़ा सकते हैं. दरअसल एक रिसर्च के मुताबिक, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड हमारी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर देते हैं. इसका मतलब यह है कि भले ही हमारी वास्तविक उम्र वही रहे, लेकिन हमारे शरीर की कोशिकाएं (cell) और टिशू (tissues) अपनी उम्र से अधिक बूढ़े हो जाते हैं.
उदाहरण के तौर पर, अगर हम 30 साल की उम्र में चिप्स, कुरकुरे, बिस्कुट, या केक जैसे जंक फूड खाते हैं तो हमारी कोशिकाओं को ऐसा लगता है जैसे वे 40 साल या उससे अधिक की उम्र के है.
क्या कहती है रिसर्च?
इस रिसर्च के मुताबिक, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड हमारे शरीर में कुछ खतरनाक तत्व बढ़ा देते हैं, जिन्हें मुक्त कण (Free Radicals) कहा जाता है. ये मुक्त कण हमारे शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जैसे जंग लोहे को खराब करती है. यही मुक्त कण हमारी उम्र बढ़ने की गति को तेज करते हैं और गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर का खतरा भी बढ़ा सकते हैं. अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में चीनी और फैट ज्यादा होती है. जो पुराने रोगों जैसे मोटापा, हृदय रोग, और डायबिटीज का खतरा बढ़ा देती है. साथ ही ये फूड हमारी भूख तो जल्दी मिटा देते हैं, लेकिन हमारे आहार में पौष्टिक तत्वों के लिए जगह नहीं छोड़ते.
कैसे बनता है प्रोसेस्ड फूड?
प्रोसेस्ड फूड कई तरह के प्रोसेसिंग के चरणों से गुजरता है. ये प्रोसेसिंग इतनी ज्यादा होती है कि खाने का मूल रूप ही बदल जाता है. कुछ प्रोसेस्ड फूड में बहुत ज्यादा नमक, वसा और चीनी होती है, क्योंकि ये फूड की सेल्फ लाइफ बढ़ा देती हैं और जिस कारण उसका स्वाद मजेदार हो जाता है. इसमें सॉफ्ट ड्रिंक, चिप्स, चॉकलेट, कैंडी, आइसक्रीम, मीठा नाश्ता अनाज, पैकेज्ड सूप, चिकन और बहुत कुछ आता है.
कैसे बढ़ाएं उम्र को?
- पैक्ड स्नैक्स तले हुए होते हैं, इसे खाने के बजाय आप नट्स, फल, सलाद और अंकुरित अनाज का सेवन शुरू कर दें.
- साफ्ट ड्रिंक आपको जीरो न्यूट्रिएंट्स के साथ ऊर्जा देते हैं. इससे बचने के लिए ताजे फलों और सब्जियों के रस, छाछ, नींबू पानी, सूप, नारियल पानी और ग्रीन टी का सेवन करें.
- काम के दिनों में रेडी-टू-ईट मील सुविधाजनक लगते हैं, लेकिन इनमें रिफाइंड अनाज, प्रिजर्वेटिव और हाई सोडियम की मात्रा होती है. इसकी जगह आप खिचड़ी, ओट्स, दलिया, पोहा, रवा का सेवन करें.
- पैक्ड मिठाइयों और डेजर्ट में वसा, चीनी, सोडियम और प्रिजर्वेटिव बहुत ज्यादा होते हैं. इसके बजाय आप कस्टर्ड, दही के साथ ताजे फल जैसी घर पर बनी मिठाइयों को आजमाएं.
- प्रोसेस्ड मीट और यहां तक कि प्लांट फूड मिक्स में सोडियम और वसा की मात्रा अधिक होती है. इसकी जगह आप ताजा चिकन, मछली, टोफू, ताजी सब्जियां इस्तेमाल करें.
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