Ather IPO में निवेश से पहले ये 10 बातें जरूर जान लें, GMP से लेकर रिस्क बताएंगे निवेश करना है या नहीं
Ather Energy IPO 28 अप्रैल से 30 अप्रैल तक खुला रहेगा, जिसमें 2,626 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी होंगे और प्रमोटर्स द्वारा 1.1 करोड़ शेयरों की बिक्री होगी. लेकिन इसमें पैसा लगाने से पहले रिस्क भी जानना जरूरी है.

Ather IPO: इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनी एथर एनर्जी लिमिटेड का आईपीओ आ रहा है. एक आईपीओ में पैसा लगाने से पहले क्या-क्या देखना चाहिए, कौन सी बातों का ध्यान रखना होता है. चलिए यही सब जानते हैं. एथर का आईपीओ अपना पब्लिक सब्सक्रिप्शन 28 अप्रैल से 30 अप्रैल तक शुरू करने जा रही है. यह इस वित्त वर्ष 2025-26 का पहला बड़ा आईपीओ है. एथर एनर्जी के IPO में 2,626 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी होंगे और साथ ही प्रमोटर्स और अन्य शेयरधारकों द्वारा 1.1 करोड़ शेयरों की बिक्री भी होगी. कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 304 से 321 रुपये प्रति शेयर तय किया है.
यहां होगा IPO का इस्तेमाल
कंपनी आईपीओ के पासों का इस्तेमाल महाराष्ट्र में एक नई इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी बनाने और अपने पुराने कर्ज को चुकाने में करेगी. अगर आईपीओ का प्राइस बैंड का ऊपरी स्तर फिक्स होता है, तो आईपीओ का कुल आकार ₹2,981 करोड़ होगा और कंपनी का कुल वैल्यूएशन ₹11,956 करोड़ के आसपास रहेगा.
एथर एनर्जी, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के बाद दूसरी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी होगी जो पब्लिक हो रही है. ओला इलेक्ट्रिक ने पिछले साल अगस्त में 6,145 करोड़ का आईपीओ निकाला था.
एथर एनर्जी ने अपने आईपीओ में 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स के लिए, 15 फीसदी नॉन-इंस्टिट्यूशनल इंवेस्टर्स के लिए और 10 फीसदी रिटेल इंवेस्टर्स के लिए रिजर्व किया है.
आईपीओ के लीड मैनेजर्स में Axis Capital, JM Financial, Nomura Financial Advisory and Securities (India), और HSBC Securities & Capital Markets शामिल हैं. कंपनी के शेयर 6 मई को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो सकते हैं.
Ather IPO: रिस्क
- बैटरी को छोड़कर, बाकी सारे कंपोनेंट्स के लिए कंपनी अपने सप्लायर्स पर निर्भर है. अगर कोई सप्लायर डिलीवरी करने में असफल रहा या सप्लाई में बाधा आई, तो बिजनेस पर असर पड़ सकता है.
- लिथियम-आयन सेल्स की कीमत, उपलब्धता और क्वालिटी में बदलाव से बिजनेस प्रभावित हो सकता है.
- कंपनी कुछ देशों, जैसे चीन से आयात पर निर्भर है. अगर ट्रेड संकट या नीतियों में बदलाव हुआ, तो सप्लाई में रुकावट आ सकती है.
- भारतीय इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में कंपनी की हिस्सेदारी दिसंबर 2024 तक 10.7% और वित्त वर्ष 2024 में 11.5% रही.
- 750 करोड़ का नेट प्रॉसीड्स रिसर्च और डेवलपमेंट में लगाने का प्लान है, लेकिन इसकी सफलता की कोई गारंटी नहीं है.
- कंपनी की बिक्री दक्षिण भारत में केंद्रित है, जिससे प्राकृतिक आपदाओं या क्षेत्रीय समस्याओं का ज्यादा जोखिम बना रहता है.
- भारत के प्रतिस्पर्धी ऑटोमोबाइल बाजार में कीमतों पर दबाव आ सकता है, जिससे प्रॉफिट मार्जिन कम हो सकते हैं.
- अगर उनके ई-स्कूटर्स की परफॉर्मेंस उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी, तो प्रोडक्ट रिकॉल जैसी स्थितियां आ सकती हैं.
- होसूर फैक्ट्री में उत्पादन क्षमता का उपयोग काफी कम है, टू-व्हीलर असेंबली के लिए 39% और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग के लिए 41%.
- कंपनी अपने सीईओ तरुण मेहता, को-फाउंडर स्वप्निल जैन और अन्य वरिष्ठ प्रबंधन पर काफी निर्भर है. इनकी गैर-मौजूदगी बिजनेस को प्रभावित कर सकती है.
Ather IPO: GMP
अब अगर ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) की बात करें, तो एथर एनर्जी के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 3 रुपये है. प्राइस बैंड 321 रुपये के हिसाब से लिस्टिंग प्राइस लगभग 324 रुपये होने का अनुमान है यानी अनुमानित गेन 0.93 फीसदी हो सकता है.
डिसक्लेमर: इस खबर में IPO से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव की तरफ से यह IPO में निवेश की सलाह नहीं है. किसी भी निवेश से पहले सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार से सलाह जरूर लें.
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