Cotec Healthcare ने IPO के लिए SEBI में ड्राफ्ट फाइल किया, बाजार से 295 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
Uttarakhand की Cotec Healthcare ने SEBI में IPO के लिए ड्राफ्ट फाइल किया है. कंपनी 295 करोड़ रुपये जुटाएगी, जिसमें 226.2 करोड़ नए शेयरों से और बाकी सामान्य कॉरपोरेट खर्च के लिए होगा. प्रमोटर्स 60 लाख शेयर OFS में बेचेंगे. Cotec असल में CDMO सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है.
फार्मा सेक्टर की कंपनी Cotec Healthcare कैपिटल मार्केट में उतरने जा रही है. कंपनी ने SEBI के पास अपना ड्राफ्ट पेपर फाइल किया है, जिसमें 295 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. इसमें से 226.2 करोड़ रुपये नए शेयर जारी कर जुटाए जाएंगे, जबकि बाकी रकम सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होगी. इसके अलावा प्रमोटर हर्ष तिवारी और उनकी पत्नी वंदना तिवारी 60 लाख शेयर तक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेच सकते हैं.
IPO से जुटाई रकम का उपयोग
कंपनी ने बताया है कि IPO से मिलने वाली रकम का बड़ा हिस्सा नए प्रोजेक्ट्स में लगाया जाएगा. इससे मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ेगी और नए उत्पादों का निर्माण होगा. इसके अलावा एक हिस्सा सामान्य कॉरपोरेट खर्चों के लिए भी रखा जाएगा.
CDMO सेक्टर में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी का दावा
Cotec Healthcare खुद को भारत की Contract Development and Manufacturing Organisation (CDMO) इंडस्ट्री में दूसरा सबसे बड़ा खिलाड़ी बताती है, खासकर डोज फॉर्म की संख्या के आधार पर कंपनी इंजेक्टेबल्स, टेबलेट, कैप्सूल, ऑइंटमेंट, आई ड्रॉप्स, लिक्विड और ड्राई सिरप जैसे उत्पादों की बड़ी रेंज उपलब्ध कराती है.
तीन यूनिट्स से उत्पादन
कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग उत्तराखंड के रुड़की में कंसंट्रेटेड है. यहां तीन यूनिट्स में अलग-अलग डोज फॉर्म के प्रोडक्ट बनाए जाते हैं. ये यूनिट्स कंपनी को फार्मा इंडस्ट्री की तमाम जरूरतों को पूरा करने में मदद करती हैं.
प्रमोटर्स की हिस्सेदारी बिक्री
प्रमोटर हर्ष तिवारी और वंदना तिवारी IPO में ऑफर फॉर सेल के जरिए 60 लाख शेयर तक बेच सकते हैं. इससे कंपनी में उनकी हिस्सेदारी घटेगी, जबकि जुटाई गई रकम से विस्तार पर ध्यान दिया जाएगा.
निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है
फार्मा सेक्टर में CDMO कंपनियों की मांग तेजी से बढ़ रही है. आउटसोर्सिंग से लागत कम होती है और उत्पादन क्षमता में इजाफा होता है. Cotec Healthcare का विविध उत्पाद पोर्टफोलियो और रुड़की में मजबूत उत्पादन नेटवर्क इसे निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बना सकते हैं. हालांकि प्रमोटर्स की हिस्सेदारी घटने से निवेशकों को ग्रोथ प्लान और फंड के उपयोग पर खास ध्यान देना चाहिए.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.