म्यूचुअल फंड से लेकर ब्रोकिंग तक… अब IPO बाजार में उतरेगी Groww! दांव लगाने से पहले जानें कितना मुनाफे में है बिजनेस?
भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल निवेश कंपनी Groww अब IPO के जरिए बाजार में उतरने जा रही है. कंपनी का 66.32 अरब रुपये का इश्यू 4 नवंबर से खुलेगा. मजबूत मुनाफे, बड़े ग्राहक आधार और फिनटेक सेक्टर में बढ़ती पकड़ की वजह से निवेशकों में इस IPO को लेकर उत्साह है.
Groww IPO: भारत की मजबूत आर्थिक ग्रोथ और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ने हाल के महीनों में आईपीओ बाजार को नई रफ्तार दी है. 2025 में अब तक कई कंपनियों के आईपीओ को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. इन्हीं में से एक है Groww का आने वाला आईपीओ, जो निवेशकों के बीच चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है. कंपनी का उद्देश्य है कि वो भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल इंवेस्टमेंट जर्नी का हिस्सा बने और अपनी पहुंच को और बढ़ाए.
ग्रो क्या है और कैसे हुई इसकी शुरुआत?
Groww एक ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्म है जिसकी शुरुआत 2016 में बेंगलुरु में हुई थी. शुरू में यह प्लेटफॉर्म म्यूचुअल फंड्स की डायरेक्ट डिस्ट्रीब्यूशन सेवा के रूप में लॉन्च हुआ था, लेकिन अब यह एक फुल-स्टैक फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी बन चुका है. कंपनी अब न केवल म्यूचुअल फंड बल्कि स्टॉक्स, डिजिटल गोल्ड, ईटीएफ, आईपीओ, इंट्राडे ट्रेडिंग और पर्सनल फाइनेंसिंग सर्विसेज भी मुहैया करती है.
ग्रो अपने यूजर्स को SIP कैलकुलेटर, ब्रोकरेज कैलकुलेटर और इन्वेस्टमेंट ट्रैकिंग टूल्स जैसे फीचर्स भी देता है ताकि वे समझदारी से निवेश के फैसले ले सकें.
क्या बनाता है Groww के IPO को खास?
Groww का आईपीओ कुछ खास वजहों से बाजार में सबसे चर्चित ऑफरिंग्स में से एक माना जा रहा है.
- सबसे बड़ा रिटेल ब्रोकर: Groww आज भारत के सबसे बड़े रिटेल ब्रोकर्स में से एक है और NSE पर एक्टिव क्लाइंट्स की संख्या के हिसाब से टॉप पर आता है.
- ऑर्गेनिक ग्रोथ मॉडल: Groww के ज्यादातर यूजर्स रिफरल्स और वर्ड ऑफ माउथ के जरिए जुड़े हैं, जिससे इसकी ब्रांड वैल्यू और कस्टमर लॉयल्टी दोनों मजबूत हैं.
- प्रॉफिटेबल फिनटेक: ज्यादातर नई टेक कंपनियों के विपरीत, Groww ने FY25 में 18.24 अरब रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है.
- बड़ी संभावनाओं वाला बाजार: भारत में रिटेल इन्वेस्टमेंट की पैठ अभी भी सीमित है, जिससे कंपनी के लिए आगे बढ़ने की अपार संभावनाएं हैं.
Groww IPO के मुख्य डिटेल्स
- IPO साइज: ₹6,632 करोड़
- प्राइस बैंड: ₹95-₹100 प्रति शेयर
- ओपनिंग डेट: 4 नवंबर 2025
- क्लोजिंग डेट: 7 नवंबर 2025
- लिस्टिंग डेट: 12 नवंबर 2025
- फेस वैल्यू: ₹2 प्रति शेयर
- फ्रेश इश्यू: ₹1,060 करोड़
- न्यूनतम बोली: 150 शेयर (इसके गुणक में)
 कंपनी इस आईपीओ से जुटाई गई रकम को क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, ब्रांड प्रमोशन, सब्सिडियरी इन्वेस्टमेंट, अधिग्रहण और कॉर्पोरेट जरूरतों में इस्तेमाल करेगी.
ग्रो के वित्तीय नतीजे
FY24 में Groww का कुल रेवेन्यू 27.96 अरब था, जो FY25 में बढ़कर 40.61 अरब रुपये हो गया. FY24 में कंपनी को 8.05 अरब रुपये का नेट लॉस हुआ था, जो एक वन-टाइम टैक्स पेमेंट की वजह से था. FY25 में Groww ने यह घाटा पलटकर 18.24 अरब रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो उसकी मजबूत ऑपरेशनल परफॉर्मेंस को दर्शाता है.
यह भी पढ़ें: Lenskart IPO: आज से चश्मा कंपनी के आईपीओ में दांव का मौका, GMP ₹108 से ₹70 पहुंचा, जानें कमाई के कितने चांस
निवेश से जुड़े जोखिम
हालांकि Groww का मॉडल मजबूत दिखता है, लेकिन कुछ प्रमुख जोखिम निवेशकों को ध्यान में रखने चाहिए:
- मार्केट डिपेंडेंसी: कंपनी का रेवेन्यू पूरी तरह से शेयर बाजार की गतिविधियों पर निर्भर है.
- रेगुलेटरी जोखिम: Groww कई रेगुलेटेड सेक्टरों (SEBI, RBI) में काम करता है, जहां नियमों में बदलाव से असर पड़ सकता है.
- साइबर सुरक्षा और टेक्निकल जोखिम: किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की तरह, सिस्टम फेलियर या डाटा ब्रीच बड़ा खतरा हो सकता है.
- कंपटीशन: Zerodha, Angel One, Upstox जैसी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है.
- वैल्यूएशन रिस्क: ऊंचे वैल्यूएशन पर निवेश करने से अगर भविष्य में ग्रोथ धीमी हुई तो लिस्टिंग के बाद प्राइस गिर सकता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.