टाटा कैपिटल IPO से IFC की हो गई चांदी! 13 गुना हो रही कमाई; जानें कैसे 179 करोड़ को बनाया 2458 करोड़
भारतीय बाजार में टाटा कैपिटल का आईपीओ आने वाला है, जिसे लेकर निवेशकों और बड़े संस्थानों की उत्सुकता बनी हुई है. शुरुआती दौर में लगाया गया IFC का निवेश अब कई गुना बढ़ चुका है जिससे उसे करोड़ों का मुनाफा हुआ है.
टाटा ग्रुप की नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी टाटा कैपिटल अपने बड़े आईपीओ की तैयारी में है और इस मौके पर वर्ल्ड बैंक की शाखा इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) मोटा मुनाफा कमाने जा रही है. करीब 14 साल पहले की गई शुरुआती पूंजी लगाकर IFC अब 13 गुना तक रिटर्न हासिल करने की स्थिति में पहुंच गई है.
टाटा कैपिटल का आईपीओ करीब 2 अरब डॉलर (17,000 करोड़ रुपये) का होने जा रहा है. कंपनी ने बाजार नियामक सेबी को ड्राफ्ट पेपर सौंप दिया है और उम्मीद है कि यह इश्यू अक्टूबर के पहले सप्ताह में खुलेगा. RBI ने टाटा कैपिटल को शेयर बाजार में लिस्टिंग के लिए 30 सितंबर से आगे समय बढ़ाकर अक्टूबर तक कर दिया है.
IFC का शुरुआती दांव बना सोने की खान
IFC ने 2011 में टाटा कैपिटल के साथ मिलकर टाटा क्लीनटेक कैपिटल (TCCL) की शुरुआत की थी, जिसका मकसद नवीकरणीय और टिकाऊ ऊर्जा परियोजनाओं को फंडिंग देना था. उस वक्त स्वच्छ ऊर्जा सेक्टर को सब्सिडी-निर्भर माना जाता था. लेकिन पिछले एक दशक में TCCL ने 500 से ज्यादा ग्रीन प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट किया और 22,400 मेगावॉट से ज्यादा क्षमता को फाइनेंस किया.
TCCL के टाटा कैपिटल में विलय के बाद IFC के पास 7.16 करोड़ शेयर हैं. अब वह 3.58 करोड़ शेयर इस IPO में बेचने जा रहा है. IFC ने यह निवेश करीब 25 रुपये प्रति शेयर के भाव से किया था, जिसकी कुल कीमत लगभग 179 करोड़ रुपये बैठती है. आज यही हिस्सेदारी हजारों करोड़ की हो गई है.
13 गुना रिटर्न का मौका
हाल ही में टाटा कैपिटल ने 343 रुपये प्रति शेयर की दर से राइट्स इश्यू से 1,752 करोड़ रुपये जुटाए थे. इसी वैल्यूएशन के हिसाब से IFC की हिस्सेदारी की कीमत करीब 2,458 करोड़ रुपये बनती है. यानी शुरुआती निवेश पर लगभग 2,278 करोड़ रुपये का फायदा, जो 13 गुना रिटर्न है. बाजार जानकारों का कहना है कि IPO प्राइस इससे भी ज्यादा हो सकता है, जिससे मुनाफा और बढ़ेगा.
IPO से जुटाई जाएगी नई पूंजी
आने वाला इश्यू फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों होगा. इसमें 21 करोड़ शेयरों का नया निर्गम और 26.58 करोड़ शेयरों की बिक्री होगी. OFS में 23 करोड़ शेयर टाटा संस और 3.58 करोड़ शेयर IFC बेचेंगे. वर्तमान में टाटा संस की हिस्सेदारी 88.6 फीसदी है.
फ्रेश इश्यू से जुटाई गई रकम टाटा कैपिटल के टियर-1 कैपिटल को मजबूत करने और लोन बुक को और बढ़ाने में लगाई जाएगी.
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टाटा ग्रुप की दूसरी बड़ी लिस्टिंग
अगर यह IPO सफल रहा तो यह भारतीय वित्तीय क्षेत्र का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. साथ ही यह टाटा ग्रुप की दूसरी हालिया बड़ी लिस्टिंग होगी. इससे पहले नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज ने शेयर बाजार में शानदार डेब्यू किया था.