Indiqube IPO में लगा है दांव? जानें अब लॉटरी में आपका नाम आने का कितना है चांस; समझ लें अलॉटमेंट का गणित

इश्यू सब्सक्राइब हो चुका है, निवेशक अब अलॉटमेंट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. लेकिन क्या आपको इस भीड़ में जगह मिलेगी? कंपनी और बाजार से जुड़े कुछ आंकड़े बता रहे हैं एक दिलचस्प कहानी. अगर आपने भी इसमें निवेश किया है, तो ये जानकारी आपके लिए जरूरी है.

Indiqube IPO में मची थी होड़, अब बारी है नतीजे की Image Credit: FreePik

Indiqube Spaces IPO Allotment: कुछ IPO ऐसे आते हैं जो अपने नाम और साइज से नहीं, बल्कि निवेशकों की दीवानगी से चर्चा में आ जाते हैं. Indiqube Spaces का IPO कुछ ऐसा ही रहा. 700 करोड़ रुपये के इस इश्यू में निवेशकों ने जबरदस्त रुचि दिखाई है. तीन दिन की बिडिंग में रिटेल से लेकर संस्थागत निवेशकों तक ने तगड़ी हिस्सेदारी दिखाते हुए आईपीओ को कई गुना सब्सक्राइब कर लिया. अब निवेशकों की नजर इस पर टिकी है कि उन्हें इसमें शेयर मिलेगा या नहीं.

अगर आपने भी Indiqube Spaces IPO में आवेदन किया है, तो हम आपको बताएंगे कि इस आईपीओ में शेयर मिलने की कितनी संभावना है, कब तक अलॉटमेंट होगा, आपके डिमैट अकाउंट में शेयर कब आएंगे और इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी GMP क्या चल रहा है.

किसने कितना किया सब्सक्राइब?

Indiqube Spaces IPO में निवेशकों ने अच्छी-खासी दिलचस्पी दिखाई है. यह आईपीओ कुल मिलाकर 13 गुना सब्सक्राइब हुआ है. सबसे अधिक मांग QIB (संस्थागत निवेशक) कैटेगरी में देखने को मिली, जहां 15.12 गुना तक बोली लगी. वहीं, रिटेल निवेशकों ने 13.28 गुना और NII निवेशकों ने 8.68 गुना तक आवेदन किया.

कैटेगरीसब्सक्रिप्शन (गुना में)
रिटेल (Retail)13.28x
QIB (संस्थागत निवेशक)15.12x
NII (गैर-संस्थागत निवेशक)8.68x
कुल13.00x

IPO के प्रति सभी कैटेगरीज के निवेशकों का रुख सकारात्मक रहा है. हालांकि रिटेल में बोली का अनुपात ज्यादा होने के वजह से अलॉटमेंट मिलने के चांसेस उतनेही कम हो गए हैं.

कितना है शेयर मिलने का चांस?

अब बात करते हैं कि इस सब्सक्रिप्शन के बाद किसे कितनी संभावना है शेयर मिलने की. कंपनी के मुताबिक रिटेल निवेशकों के लिए कुल 29,47,257 शेयर आरक्षित थे. वहीं NII के लिए 44,20,886 शेयर और QIB के लिए 88,41,772 शेयर तय किए गए थे. IPO में जितना अधिक सब्सक्रिप्शन होता है, शेयर अलॉटमेंट की संभावना उतनी ही कम हो जाती है. सरल भाषा में देखें तो रिटेल कैटेगरी में 100 लोगों में से सिर्फ 7–8 को ही शेयर मिल सकते हैं.

निवेशक वर्गसब्सक्रिप्शन (गुना में)अलॉटमेंट संभावनासरल भाषा में समझें
रिटेल (Retail)13.28x7–8%100 में से 7–8 को मिलेगा
QIB (संस्थागत निवेशक)15.12x6.6%15 में से 1 को मिलेगा
NII (गैर-संस्थागत निवेशक)8.68x11.5%9 में से 1 को मिलेगा

इससे साफ है कि सबसे बेहतर चांस NII कैटेगरी के निवेशकों के पास है. जबकि रिटेल और QIB में काफी भीड़ है, और लॉटरी सिस्टम में किसका नाम निकलेगा, यह अलॉटमेंट डेट पर ही तय होगा.

अब आगे क्या? – अलॉटमेंट, डिमैट और लिस्टिंग

Indiqube Spaces IPO का अलॉटमेंट सोमवार, 28 जुलाई 2025 को तय होगा. अगर आपको शेयर अलॉट होते हैं तो 29 जुलाई तक आपके डिमैट अकाउंट में शेयर आ जाएंगे. कंपनी की लिस्टिंग 30 जुलाई 2025, बुधवार को NSE और BSE पर होनी तय मानी जा रही है.

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क्या है GMP का हाल?

IPO का प्राइस 237 रुपये रखा गया है और मौजूदा ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी GMP 5 रुपये चल रहा है. ऐसे में लिस्टिंग प्राइस लगभग 242 रुपये तक जा सकता है. यानी अगर GMP स्थिर रहता है, तो निवेशकों को 2 फीसदी तक का मामूली फायदा हो सकता है.

डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.