IPO Update: 5 SME कंपनियों के इश्यू हुए क्लोज, जानें कितना मिला सब्सक्रिप्शन, किसके GMP में कितना दम?
शेयर मार्केट में फिलहाल IPO की बहार आई हुई है. बुधवार को SME कैटेगरी की पांच कंपनियों के आईपीओ का सब्सक्रिप्शन बंद हुआ है. इन कंपनियों में सिल्की ओवरसीज, पुष्पा जूलर्स, सीडार टेक्सटाइल, मार्क लोइर फैशन और वंदन फूड्स शामिल हैं. जानते हैं किस इश्यू को कितना सब्सक्रिप्शन मिला, इनका GMP कितना है और अलॉटमेंट व लिस्टिंग कब है?
IPO Subscription and GMP Update: शेयर बाजार में लिस्टिंग और निवेशकों से पैसे जुटाने के लिए इस साल अब तक 106 SME कंपनियों के IPO को मंजूरी मिल चुकी है. इनमें से बुधवार 2 जुलाई तक 86 इश्यू बाजार में लिस्ट हो चुके हैं. इनमें से 43 में निवेशकों को लिस्टिंग गेन मिला है, जबकि 43 में लिस्टिंग लॉस हुआ है. इस तरह SME कैटेगरी में निवेशकों के सामने लिस्टिंग गेन से पैसे बनाने की 50 फीसदी संभावना रहती है. निवेशक इस 50 फीसदी संभावना को जमकर भुना रहे हैं. यही वजह है कि SME कैटेगरी के ज्यादातर आईपीओ को बंपर सब्सक्रिप्शन मिल रहा है. इसके अलावा इस कैटेगरी के IPO का GMP भी जोरदार बना हुआ है.
Silky Overseas IPO
घरेलू फर्नीचर बनाने वाली कंपनी सिल्की ओवरसीज को बाजार से कुल 30.68 करोड़ रुपये जुटाने हैं. 30 जून से 2 जुलाई के बीच तीन दिन में कंपनी के पब्लिक इश्यू को कुल 169.93 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. वहीं, Investorgain के लेटेस्ट डाटा के मुताबिक Silky Overseas IPO का GMP 45 रुपये है.
- सबसे ज्यादा 430.21 गुना सब्सक्रिप्शन NII यानी नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर कैटेगरी में हुआ है.
- QIB यानी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स ने इस इश्यू को 62.99 गुना सब्सक्राइब किया है.
- रिटेल कैटेगरी के निवेशकों की तरफ से 119.34 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.
- अलॉटमेंट 3 जुलाई गुरुवार को होना है. वहीं बाजार में लिस्टिंग अगले सप्ताह 7 जुलाई को होगी.
- लेटेस्ट GMP के हिसाब से निवेशकों को 28 फीसदी तक लिस्टिंग गेन मिल सकता है.
Pushpa Jewellers IPO
ट्रैडिशनल और मॉडर्न गोल्ड जूलरी बनाने वाली कंपनी पुष्पा जूलर्स का इश्यू 30 जुलाई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और 2 जुलाई को बंद हो गया. 143 से 147 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड के साथ पेश किए गए इस मिक्स इश्यू से कुल 98.65 करोड़ रुपये जुटाने हैं. इसके लिए 78.94 करोड़ जुटाने के लिए 53.70 लाख फ्रेश शेयर जारी किए जाने हैं. वहीं, 19.71 करोड़ जुटाने के लिए 13.41 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बिक्री के लिए रखे गए. Investorgain के मुताबिक इस इश्यू का GMP शून्य रहा.
- इस इश्यू को सभी कैटेगरी में मिलाकर कुल 2.46 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.
- सबसे ज्यादा 3.71 गुना सब्सक्रिप्शन रिटेल कैटेगरी के निवेशकों से मिला है.
- QIB निवेशकों ने इस इश्यू को 1.18 गुना सब्सक्राइब किया है.
- NII कैटेगरी में यह इश्यू 2.51 गुना सब्सक्राइब हुआ है.
Cedaar Textile IPO
टेक्सटाइल कंपनी को अपनी मशीनों को अपग्रेड करने और कारोबार को बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत है. इसके लिए कंपनी बाजार से 60.90 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. 30 जून से 2 जुलाई के दौरान इसे कुल 12.26 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. वहीं, Investorgain के लेटेस्ट डाटा के मुताबिक इसका GMP 25 से घटकर 10 रुपये रह गया है.
- सबसे ज्यादा 37.88 गुना सब्सक्रिप्शन QIB कैटेगरी के निवेशकों से मिला है.
- NII की तरफ से इस इश्यू को 5.04 गुना सब्सक्राइब किया गया है.
- रिटेल कैटेगरी के निवेशकों ने इस इश्यू को 9.73 गुना सब्सक्राइब किया है.
- इसके लेटेस्ट GMP के हिसाब से 7.14 फीसदी तक लिस्टिंग गेन मिल सकता है.
Marc Loire Fashions IPO
फैशन वियर्स बनाने वाली Marc Loire को अपने ब्रांड स्टोर्स खोलने के लिए पैसे की जरूरत है. इसके लिए कंपनी बाजार से 21 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. कंपनी का इश्यू पूरी तरह सफल रहा है. इसे कुल 2.61 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. इस तरह कंपनी को जितना पैसा चाहिए उतना मिल जाएगा. हालांकि, उन निवेशकों को निराशा हो सकती है, जिन्होंने सिर्फ लिस्टिंग गेन के लिए निवेश किया है. क्योंकि लेटेस्ट डाटा के मुताबिक इस Marc Loire Fashions IPO का GMP शून्य है.
- शेयरों का अलॉटमेंट 3 जुलाई को तय है.
- लिस्टिंग अगले सप्ताह 7 जुलाई को होनी है.
Vandan Foods IPO
कैस्टर यानी अरंडी के तेल का बिजनेस करने वाली इस कंपनी को अपने वर्किंग कैपिटल और कर्ज चुकाने के लिए पैसे की जरूरत है. IPO के जरिये कंपनी को कुल 30.36 करोड़ रुपये जुटाने हैं. तीन दिन में इसके इश्यू को 1.75 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. इस तरह कंपनी का इश्यू सफल रहा है. हालांकि, निवेशकों के लिए लिस्टिंग गेन की उम्मीद कम है, क्योंकि GMP शून्य है.
डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.