WeWork India IPO: SBI सिक्योरिटीज और एंजल वन ने किया रिव्यू, जानें कंपनी में कितना दम, दांव लगाएं या नहीं

WeWork India IPO 3 अक्टूबर से खुलेगा. यह 3,000 करोड़ का OFS है. इसका प्राइस बैंड 615–648 रुपये के बीच तय हुआ है. SBI Securities और Angel One ने इसे Neutral रेटिंग दी है. जानें कंपनी के फाइनेंशियल्स, ग्रोथ और रिस्क फैक्टर्स.

आने वाला है इन कंपनियों का आईपीओ Image Credit: traffic_analyzer/DigitalVision Vectors/Getty Images

प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस कंपनी WeWork India Management का IPO 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है. कंपनी आईपीओ के जरिये बाजार से 3,000 करोड़ जुटाने जा रही है. इसका प्राइस बैंड 615 से 648 रुपये के बीच तय किया गया है. यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल बेस्ड इश्यू है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इसमें निवेशकों को दांव लगाना चाहिए? इस पर दो बड़ी ब्रोकरेज फर्म SBI सिक्योरिटीज और एंजल वन ने अपनी राय दी है. दोनों ने IPO को Neutral रेटिंग दी है. आइए जानते हैं कंपनी के फाइनेंशियल्स, ग्रोथ और रिस्क फैक्टर्स क्या हैं.

क्या करती है कंपनी?

WeWork India 2017 में लॉन्च हुई और आज यह देश की सबसे बड़ी प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटर है. कंपनी के पास 8 शहरों में 68 सेंटर्स हैं, जिनकी कुल कैपेसिटी 1.14 लाख डेस्क्स की है. इनमें से 94% Grade A प्रॉपर्टीज हैं. कंपनी के पास सबसे ज्यादा 30% डेस्क बेंगलुरु में हैं.

कौन हैं बड़े क्लाइंट?

कंपनी के क्लाइंट्स में कई बड़ी मल्टी नेशनल कंपनियां शामिल हैं. मसलन, अमेजन वेब सर्विसेज, जेपी मॉर्गन, डिस्कवरी कम्युनिकेशन और ग्रांट थॉर्टन कंपनी के टॉप क्लाइंट्स में शामिल हैं. कंपनी का मेंबरशिप बेस 87,000 डेस्क का है, जिनका औसत टेन्योर 26 महीने का है. कंपनी के कुल रेवेन्यू का 76% हिस्सा इसके एंटरप्राइज क्लाइंट्स से आता है.

कैसी है फाइनेंशियल्स की स्थिति?

WeWork India ने FY25 में पहली बार मुनाफा रिपोर्ट किया है. कंपनी ने FY25 कुल 1,949 करोड़ रुपये का रेवेन्यू रिपोर्ट किया. इस दौरान 63.5% के मार्जिन के साथ 1,238 करोड़ रुपये का EBITDA रिपोर्ट किया. वहीं, FY23 में कंपनी का Adj. PAT 173 करोड़ रुपये रहा. जबकि, FY23 में यह -146 करोड़ और FY24 में -136 करोड़ रहा था. वहीं, Q1FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 535 करोड़ रहा, लेकिन इसमें 14 करोड़ का घाटा दर्ज किया गया है. इस तरह वित्तीय स्थिति के लिहाज से देखा जाए, तो कंपनी धीरे-धीरे घाटे से मुनाफे की तरफ बढ़ रही है.

वैल्यूएशन: महंगा या जायज?

SBI सिक्योरिटीज के मुताबिक, WeWork India का P/E FY25 अर्निंग पर 50.1x निकलता है. वहीं, एंजल वन के हिसाब से यह 67.7x है. जबकि, EV/EBITDA 7.2x पर ट्रेड हो रहा है. इसकी पीयर्स से तुलना करें तो Awfis का P/E 95x है, जबकि Smartworks और IndiQube अभी घाटे में हैं. मोटे तौर पर वैल्यूएशन महंगा है, लेकिन सेक्टर की ग्रोथ और कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी को देखते हुए इसे “फेयर” भी माना जा सकता है.

कितना है ग्रोथ पोटेंशियल?

भारतीय फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. 2025 में यह 96 mn sq ft है, जिसके 2027 तक बढ़कर 280–300 mn sq ft होने का अनुमान है. वहीं, रेवेन्यू पोटेंशियल देखें, तो यह सेक्टर 730से 960 अरब रुपये तक का रेवेन्यू जेनरेट कर सकता है. WeWork India को Embassy Group का सपोर्ट और WeWork Global के ब्रांड का फायदा मिल रहा. ऐसे में कंपनी के पास ग्रोथ का अच्छा पोटेंशियल है.

क्या हैं रिस्क फैक्टर्स?

WeWork Global का दिवालियापन का इतिहास भारत में भी कंपनी के लिए बड़ा जोखिम है. क्योंकि, 2023 में WeWork Global ने अमेरिका में दिवालियापन के लिए आवेदन किया था. ऐसे में अगर ब्रांड इमेज का फायदा मिलता है, तो उसका नुकसान भी उठाना पड़ता है. कंपनी की प्रमोटर Embassy Group के खिलाफ ED में केस लंबित है. ऐसे में कोई भी फैसला कंपनी पर सीधा असर डाल सकता है.

क्या है ब्रोकरेज की राय?

SBI Securities इने इसे Neutral रेट करते हुए कहा है कि वैल्यूएशन फेयर है, पर लिस्टिंग के बाद परफॉर्मेंस देखना बेहतर होगा. वहीं, Angel One ने भी Neutral रेटिंग देते हुए कहा है कि कंपनी का मॉडल मजबूत है, लेकिन हाई फिक्स्ड कॉस्ट और मार्केट रिस्क को देखते हुए प्रीमियम वैल्यूएशन पर दांव सुरक्षित नहीं.

दांव लगाना सही या नहीं?

WeWork India ने घाटे से प्रॉफिट की ओर कदम बढ़ाया है और सेक्टर में इसकी मजबूत पकड़ है. लेकिन वैल्यूएशन प्रीमियम पर है और रिस्क फैक्टर्स नजरअंदाज नहीं किए जा सकते. ऐसे में अनिश्चितता की स्थिति में दांव लगाने से बेहतर होगा कि लिस्टिंग के बाद कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर फैसला करें.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.