फ्लेक्सी फंड क्यों बन रहे निवेशकों के लिए आकर्षक? एक्सपर्ट से जानें इसकी 5 वजह
फ्लेक्सी-कैप फंड्स की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनमें लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप – सभी तरह के शेयरों में निवेश करने की आज़ादी होती है. इसमें कोई तय सीमा नहीं होती, इसलिए फंड मैनेजर बाजार की स्थिति के हिसाब से आसानी से पैसे अलग-अलग कैटेगरी में शिफ्ट कर सकता है. यही वजह है कि आजकल फ्लेक्सी-कैप फंड्स निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.
अमेय साठे | भारतीय शेयर बाजार इस समय ऐसे दौर से गुजर रहा है जहां सही जगह निवेश करना, सिर्फ निवेश करने से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है. सितंबर 2024 में बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा, फिर अचानक गिरावट आई. मार्च में आंशिक रिकवरी दिखी, लेकिन वह भी सब जगह नहीं. कुछ सेक्टर अच्छे चले, तो कुछ पिछड़ गए. इसे ही कहते हैं K-शेप्ड रिकवरी; यानी एक हिस्सा ऊपर जा रहा है और दूसरा नीचे. ऐसे माहौल में सिर्फ पैसे लगाए रखना काफी नहीं है, बल्कि कैसे और कहां निवेश किया जाए, वही असली फर्क लाता है. यहीं पर फ्लेक्सी-कैप म्यूचुअल फंड्स अहम रोल निभाते हैं.
फ्लेक्सी-कैप फंड्स की खासियत यह है कि इनमें लार्ज कैप, और स्मॉल कैप सभी तरह के शेयरों में निवेश करने की पूरी छूट होती है. कोई तय सीमा नहीं है. फंड मैनेजर मार्केट की हालत देखकर आसानी से पैसे इधर-उधर शिफ्ट कर सकते हैं. आइए समझते हैं कि क्यों आजकल फ्लेक्सी-कैप फंड्स निवेशकों के लिए खास बन रहे हैं.
हर तरह के शेयरों में एक्सपोजर, कम होता रिस्क
फ्लेक्सी-कैप फंड्स बड़े, मिड और छोटे सभी कंपनियों में निवेश करते हैं. इससे रिस्क बंट जाता है. अगर एक हिस्सा अच्छा नहीं कर रहा, तो दूसरा बैलेंस कर सकता है.
बाजार की स्थिति के हिसाब से लचीलापन
फंड मैनेजर चाहें तो स्थिरता के लिए लार्ज-कैप शेयर चुन सकते हैं या ज्यादा ग्रोथ के लिए मिड/स्मॉल-कैप में निवेश बढ़ा सकते हैं. यह लचीलापन इस समय बहुत काम आता है.
बदलते चक्रों में तुरंत एडजस्टमेंट
चाहे आर्थिक डेटा बदल रहा हो, कंपनियों के नतीजे चौंका रहे हों या वैल्यूएशन ऊपर-नीचे हो रहे हों—फ्लेक्सी-कैप फंड्स तेजी से पोर्टफोलियो एडजस्ट कर सकते हैं. इससे निवेशक को टाइमिंग करने की जरूरत नहीं पड़ती.
बड़ा कैनवास, ज्यादा मौके
फंड मैनेजर के पास चुनने के लिए स्टॉक्स का बड़ा दायरा होता है. इससे उन्हें सही कंपनियों में मौका मिलता है और साथ ही रिस्क को भी मैनेज किया जा सकता है.
आसान और रणनीतिक निवेश
जिन्हें लंबे समय तक पैसे बढ़ाने हैं लेकिन कई फंड्स मैनेज करने का झंझट नहीं चाहिए, उनके लिए फ्लेक्सी-कैप फंड्स ऑल-इन-वन सॉल्यूशन हैं. यह एक कोर होल्डिंग की तरह काम कर सकता है.
(लेखक टाटा एसेट मैनेजमेंट में फंड मैनेजर हैं. प्रकाशित विचार उनके निजी हैं)
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.