₹2 लाख करोड़ कैश लेकर बैठे हैं म्यूचुअल फंड हाउस, ऑल टाइम हाई पहुंचा मार्केट; जानें अब क्या करेंगे फंड मैनेजर

भारतीय शेयर बाजार रिकॉर्ड हाई पर है, लेकिन म्यूचुअल फंड करीब 2 लाख करोड़ रुपये कैश होल्ड कर रहे हैं. फंड मैनेजर महंगे वैल्यूएशन के कारण निवेश में तेजी नहीं दिखा रहे. ICICI Prudential और SBI MF के पास सबसे ज्यादा कैश है, जबकि एक्सपर्ट अगले 12 से 15 महीने बाजार में सुधार की संभावना देख रहे हैं.

म्यूचुअल फंड करीब 2 लाख करोड़ रुपये कैश होल्ड कर रहे हैं. Image Credit: money9live

Mutual Fund Cash Holding: गुरुवार, 27 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार ने नया ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया. निवेशकों ने मार्केट में जमकर पैसा लगाया. बाजार में तेजी के बाद कई लोग सोच रहे हैं कि अब शेयर मार्केट की गति थोड़ी धीमी हो सकती है. लेकिन इसी बीच एक ऐसी खबर आई है जिससे निवेशकों का उत्साह फिर बढ़ सकता है. नए आंकड़ों के मुताबिक म्यूचुअल फंड हाउस करीब 2 लाख करोड़ रुपये कैश लेकर बैठे हैं. फंड मैनेजर सही समय का इंतजार कर रहे हैं और अवसर मिलने पर इसे मार्केट में निवेश कर सकते हैं.

कैश पर बैठे फंड हाउस

इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर में म्यूचुअल फंडों के पास 2 लाख 9 हजार करोड़ रुपये कैश था. सितंबर की तुलना में अक्टूबर में यह राशि 10 हजार करोड़ रुपये बढ़ी. यह दिखाता है कि फंड मैनेजर जल्दबाजी नहीं कर रहे और सही एंट्री पॉइंट का इंतजार कर रहे हैं.

वैल्यूएशन हाई होने से निवेश में सावधानी

बाजार में बड़ी कंपनियों के शेयर ऐतिहासिक औसत से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं. मिडकैप शेयर लगभग 27-28 गुना अर्निंग पर चल रहे हैं, जिससे इनकी कीमतें ऊंची मानी जा रही हैं. इसके बावजूद कुछ सेगमेंट्स में अभी भी निवेश के अच्छे मौके मिल रहे हैं.

कौन से फंड हाउस के पास सबसे ज्यादा कैश

देश में कुल 48 म्यूचुअल फंड हाउस सक्रिय हैं. ICICI Prudential MF के पास अक्टूबर में सबसे ज्यादा 32,823 करोड़ रुपये कैश था. SBI Mutual Fund के पास 31,912 करोड़ रुपये कैश मौजूद था. Jio BlackRock MF के पास अक्टूबर में 53.92 करोड़ रुपये कैश था, जो उसके कुल एसेट का लगभग 2.28 फीसदी है.

अगले महीनों में सुधार की संभावना

जानकारों के मुताबिक निफ्टी वैल्यूएशन पिछले एक साल के कंसोलिडेशन के बाद बेहतर हुआ है. फंड हाउस उम्मीद कर रहे हैं कि अगले क्वार्टर में कंपनियों की अर्निंग्स में सुधार दिखेगा. Tata Asset Management के अनुसार अगले 12 से 15 महीने भारतीय बाजार के लिए संभावित रूप से मजबूत रह सकते हैं.

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कौन से फंड माने जा रहे अच्छे विकल्प

फ्लेक्सी कैप और मल्टी कैप जैसे डाइवर्सिफाइड फंड पर भरोसा दिखा रहे हैं. हाइब्रिड कैटेगरी में मल्टी एसेट फंड और बैलेंस्ड एडवांटेज फंड रिस्क कम कर सकते हैं. इसके अलावा बैंकिंग और कंज्यूमर थीम वाले फंड भी निवेश के लिए विकल्प माने जा रहे हैं.

लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए स्ट्रेटेजी

जानकारों का मानना है कि लंबी अवधि के लिए SIP सबसे अच्छा तरीका है. फ्लेक्सी कैप, मल्टी कैप और लार्ज तथा मिड कैप फंड लंबे समय में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं. बाजार की तेजी के बावजूद सतर्क निवेश और नियमित SIP वित्तीय लक्ष्य हासिल करने में मदद कर सकता है.