बिना एक्स्ट्रा चार्ज दिए हो जाएगा क्रेडिट कार्ड बैलेंस का सेटलमेंट, यूज करें ये 6 ट्रिक

क्रेडिट कार्ड का बकाया समय पर और पूरा चुकाना फाइनेंशियल हेल्थ के लिए जरूरी है. सेटलमेंट से क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ता है, इसलिए बिना अतिरिक्त चार्ज के भुगतान बेहतर विकल्प है. स्मार्ट स्ट्रैटेजीज जैसे फाइनेंशियल प्लानिंग, हाई-इंटरेस्ट डेट की प्राथमिकता, बैलेंस ट्रांसफर, ऑटो पेमेंट और बैंक से बातचीत मददगार हो सकती हैं.

क्रेडिट कार्ड Image Credit: Freepik

Credit Card: क्रेडिट कार्ड का चलन तेजी से बढ़ रहा है. अब लोग शहर से लेकर गांवों तक में इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. क्रेडिट कार्ड से हजार रुपये ले लेकर लाखों रुपये का पेमेंट किया जा रहा है. लेकिन कई लोग समय पर क्रेडिट कार्ड बकाया का भुगतान नहीं कर पाते हैं. ऐसे में उन्हें एक्स्ट्रा चार्ज भी देना पड़ता है. हालांकि, कई लोग ‘सेटलमेंट’ का विकल्प भी चुनते हैं, जिसमें बैंक से बात करके कम रकम चुकाई जाती है. लेकिन ऐसा करने से क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ सकता है.

क्रेडिट कार्ड सेटलमेंट एक ऐसा प्रॉसेस है जिसमें कार्ड होल्डर और बैंक आपस में बातचीत करके पूरे बकाया की बजाय कुछ कम रकम एकमुश्त चुकाने पर सहमत हो जाते हैं. इसके बाद अकाउंट को पूरा चुकता मान लिया जाता है. अगर किसी कार्ड होल्डर के पास पूरा कर्ज चुकाने का कोई रास्ता नहीं होता, तो कई बार बैंक खुद भी सेटलमेंट का विकल्प दे सकते हैं. तो आइए जानते हैं बिना एक्स्ट्रा चार्ज के क्रेडिट कार्ड का पूरा भुगतान करने की स्मार्ट स्ट्रैटेजीज.

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स्मार्ट स्ट्रैटेजीज

  1. फाइनेंशियल प्लानिंग: पहले अपने गैर-जरूरी खर्चों की पहचान करें और उन्हें बंद करके उस पैसे को क्रेडिट कार्ड के भुगतान में लगाएं.
  2. Prioritising high-interest debt: सबसे पहले उन क्रेडिट कार्ड्स का भुगतान करें जिन पर ब्याज सबसे ज्यादा है. इससे कुल ब्याज की बचत होगी.
  3. बैलेन्स ट्रांसफर ऑप्शन: कई बैंक आपको हाई इंटरेस्ट वाले कार्ड का बकाया कम ब्याज या जीरो इंटरेस्ट वाले नए कार्ड में ट्रांसफर करने का मौका देते हैं (कुछ समय के लिए), जिससे आप चार्ज से बच सकते हैं.
  4. ऑटोमैटिक पेमेंट सेट करें: हर महीने की तय तारीख को ऑटो पेमेंट लगवाएं, ताकि समय पर भुगतान हो जाए और लेट फीस न लगे.
  5. Negotiating the terms of payments: अगर मुश्किल हो रही हो तो बैंक से बातचीत करके पर्सनलाइज्ड रीपेमेंट प्लान या हार्डशिप प्रोग्राम का फायदा लें, जिससे बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के भुगतान संभव हो सकता है.
  6. Paying more than minimum: हर महीने सिर्फ मिनिमम अमाउंट देने की बजाय जितना हो सके उससे ज्यादा दें. इससे असली रकम (प्रिंसिपल) जल्दी घटेगी और चार्ज भी कम लगेगा. यानी ये स्ट्रैटेजीज अपनाकर आप अपने क्रेडिट कार्ड का पूरा भुगतान स्मार्ट तरीके से कर सकते हैं, वो भी बिना एक्स्ट्रा चार्ज दिए.

फाइनेंशियल हेल्थ को सुरक्षित रखने के आसान तरीके

  1. इमरजेंसी फंड बनाएं: किसी भी अचानक आने वाली स्थिति (जैसे मेडिकल इमरजेंसी या जॉब लॉस) के लिए एक बचत फंड तैयार रखें. इससे आपको क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
  2. रेगुलर फाइनेंशियल रिव्यू करें: समय-समय पर अपनी इनकम, खर्च और सेविंग्स की समीक्षा करें. इससे आप बेहतर फैसले ले पाएंगे और फालतू कर्ज से बच सकेंगे.
  3. टर्म्स और कंडीशन्स को समझें: किसी भी क्रेडिट कार्ड या लोन लेने से पहले उसके ब्याज दर, चार्ज और नियमों को ध्यान से पढ़ें. इससे आप फाइनेंशियल सरप्राइज (जैसे हिडन फीस) से बच सकते हैं और क्रेडिट को स्मार्ट तरीके से मैनेज कर पाएंगे.

इन प्रैक्टिकल स्टेप्स को अपनाकर आप न सिर्फ मौजूदा कर्ज से बचेंगे, बल्कि भविष्य में भी अपनी फाइनेंशियल हैल्थ को मजबूत बना सकेंगे. यानी अगर आप अपनी फाइनेंसेज का सही तरीके से ध्यान रखें, जरूरत पड़ने पर क्रेडिट कार्ड कंपनी से बात करें और सही जानकारी रखें, तो बिना भारी चार्ज लगे अपने बकाया का समाधान कर सकते हैं. ऊपर बताए गए स्मार्ट तरीकों को अपनाकर आप आसानी से अपने कर्ज को मैनेज कर सकते हैं, और साथ ही अपना क्रेडिट स्कोर भी अच्छा बनाए रख सकते हैं. वो भी बिना किसी झंझट के.

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