EPF vs PPF vs NPS: रिटायरमेंट में कौन देगा सबसे ज्यादा फायदा? जानें आपके लिए कौन सा विकल्प बेस्ट
रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए EPF PPF और NPS तीन प्रमुख विकल्प हैं. EPF और PPF में सुरक्षित और निश्चित ब्याज मिलता है जबकि NPS में इक्विटी से जुड़े निवेश के कारण लंबी अवधि में अधिक रिटर्न की संभावना रहती है. शुरुआती उम्र में NPS में अधिक निवेश और बाद में EPF व PPF का अनुपात बढ़ाने से रिटायरमेंट फंड मजबूत बनता है.
EPF vs PPF vs NPS: रिटायरमेंट की प्लानिंग करतो समय सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि कहां निवेश जाए ताकि भविष्य में मजबूत और सुरक्षित इनकम मिल सके. EPF, PPF और NPS तीन ऐसी स्कीम है जो आपको अलग- अलग तरीके से फायदा देती है. EPF और PPF में फिक्स और सुरक्षित ब्याज मिलता है, जबकि NPS में इक्विटी से जुड़े निवेश का मौका मिलता है, जिससे लम्बे समय में रिटर्न काफी बढ़ सकता है. तो आइये तीनों के बीच एक तुलना करके देखते हैं कि कहां निवेश करना ज्यादा सही रहेगा.
किसके लिए फायदेमंद है EPF
EPF में 8.25 फीसदी का सरकारी तय ब्याज मिलता है जो हर साल बढ़ोतरी और स्थिर रिटर्न सुनिश्चित करता है. यह स्कीम खास तौर पर नौकरीपेशा लोगों के लिए लाभदायक है, क्योंकि उनकी सैलरी से हर महीने एक हिस्सा अपने आप जमा हो जाता है. इसमें रिस्क बहुत कम है और पांच साल पूरे होने के बाद निकासी पर टैक्स भी नहीं लगता. सुरक्षित और निश्चित इनकम चाहने वाले निवेशकों के लिए EPF मजबूत विकल्प है.
EPF vs PPF vs NPS
| पैरामीटर | EPF | PPF | NPS |
|---|---|---|---|
| नेचर | कुछ सैलरीड कर्मचारियों के लिए अनिवार्य | स्वैच्छिक | स्वैच्छिक, मार्केट-लिंक्ड |
| रिटर्न/इंटरेस्ट | 8.25% (FY 2024–25) | 7.1% (तिमाही समीक्षा) | 9–11% (इक्विटी आधारित, वैरिएबल) |
| कॉन्ट्रिब्यूशन | 12% बेसिक + DA (₹15,000 तक अनिवार्य), नियोक्ता भी योगदान देता है | न्यूनतम ₹500, अधिकतम ₹1.5 लाख/वर्ष | लिमिट नहीं, फ्लेक्सिबल |
| रिस्क लेवल | लो (गवर्नमेंट रेगुलेटेड) | लो (गवर्नमेंट रेगुलेटेड) | मीडियम–हाई (मार्केट-लिंक्ड) |
| लिक्विडिटी | 5 साल बाद पार्ट विड्रॉल | 3–6 साल लोन, 7वें साल पार्ट विड्रॉल | 3 साल बाद 25% विड्रॉल (सीमित कारणों के लिए) |
| लॉक-इन पीरियड | रिटायरमेंट तक | 15 साल | 60 साल की उम्र तक |
| टैक्स डिडक्शन (ओल्ड टैक्स रेजीम) | 80C (₹1.5 लाख) | 80C (₹1.5 लाख) | 80CCD(1B) – अतिरिक्त ₹50,000 |
| इंटरेस्ट पर टैक्स | टैक्स-फ्री | टैक्स-फ्री (EEE) | टैक्स-डेफर्ड |
| विदड्रॉल पर टैक्स | 5 साल बाद टैक्स-फ्री | पूरी तरह टैक्स-फ्री | 60% टैक्स-फ्री, 40% एन्युइटी (टैक्सेबल) |
| फ्लेक्सिबिलिटी | सबसे कम | मध्यम | सबसे ज्यादा (एसेट अलोकेशन विकल्प) |
| सर्वश्रेष्ठ किसके लिए | सैलरीड के लिए ऑटोमैटिक सेविंग | सुरक्षित और टैक्स-फ्री फिक्स्ड रिटर्न | इक्विटी आधारित हाई ग्रोथ |
| स्पेशल पॉइंट | नियोक्ता योगदान + सुरक्षित | EEE टैक्स बेनिफिट | लंबी अवधि में सबसे अधिक रिटर्न |
PPF क्यों माना जाता है सबसे सुरक्षित विकल्प
PPF पूरी तरह वालेंटरी स्कीम है और इसमें सरकार द्वारा तय 7.1 फीसदी ब्याज मिलता है. यह पूरी तरह टैक्स फ्री है, इसलिए कम रिस्क वाले निवेशक इसे लंबे समय के लिए चुनते है. हालांकि लॉक इन अवधि 15 साल की होती है, ऐसे में अचानक जरूरत पर पैसा निकालने की सुविधा सीमित रहती है. सुरक्षित ब्याज और टैक्स फ्री रिटर्न चाहने वालो के लिए यह बेहतरीन विकल्प है.
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NPS में क्यों मिलता है सबसे ज्यादा रिटर्न
NPS बाजार से जुड़ी स्कीम है और इसमें इक्विटी, बॉन्ड और अन्य साधनों में निवेश का विकल्प मिलता है. इसकी लॉन्ग टर्म रिटर्न दर 9 से 11 फीसदी तक रहती है. इसमें आप अपने अनुसार एसेट एलोकेशन बदल सकते है और टैक्स में भी अतिरिक्त पचास हजार रुपये की छूट मिलती है. लंबी अवधि में तेजी से बढ़ने वाला रिटायरमेंट फंड बनाना चाहते है तो NPS सबसे अच्छा विकल्प है.
Liquidity & Withdrawal Rules
| स्कीम | पार्ट विड्रॉल | फुल विड्रॉल |
|---|---|---|
| EPF | 5 साल बाद शिक्षा, शादी, मेडिकल आदि के लिए | रिटायरमेंट पर टैक्स-फ्री |
| PPF | 7वें साल से पार्ट विड्रॉल, 3–6 साल लोन | 15 साल बाद फुल विड्रॉल |
| NPS | 3 साल बाद 25% (सीमित कारण) | रिटायरमेंट पर 60% टैक्स-फ्री, 40% एन्युइटी |
किस स्कीम में कितना निवेश करना सही
जानकारों के अनुसार कम उम्र में निवेशक NPS में ज्यादा पैसा लगाकर रिटर्न बढ़ा सकते है. उम्र बढ़ने पर PPF और EPF में निवेश बढ़ाना चाहिए ताकि पोर्टफोलियो सुरक्षित रहे. 40 वर्ष से अधिक के निवेशकों के लिए मिक्सड रणनीति सबसे फायदेमंद मानी जाती है. इक्विटी और फिक्स्ड रिटर्न का संतुलन रिटायरमेंट के समय पर्याप्त फंड उपलब्ध कराता है.
Tax Treatment
| स्टेज | EPF | PPF | NPS |
|---|---|---|---|
| कॉन्ट्रिब्यूशन | 80C | 80C | 80CCD(1B) (+80C) |
| रिटर्न पर टैक्स | टैक्स-फ्री | टैक्स-फ्री | टैक्स-डेफर्ड |
| विदड्रॉल पर टैक्स | 5 साल बाद टैक्स-फ्री | पूरी तरह टैक्स-फ्री | 60% टैक्स-फ्री, 40% टैक्सेबल |
इन बातों का रखें ध्यान
बहुत से लोग EPF को जॉब बदलते समय निकाल लेते है जिससे टैक्स का नुकसान होता है. कई लोग PPF में बिना भविष्य की जरूरत सोचे रकम बंद कर देते है और NPS से दूर रहते है क्योंकि यह बाजार आधारित स्कीम है. जानकार सलाह देते है कि सिर्फ फिक्स्ड रिटर्न पर निर्भर रहना गलत है, क्योंकि महंगाई को मात देने के लिए इक्विटी एक्सपोजर जरूरी है.
कौन सी स्कीम देगी सबसे अच्छा रिटायरमेंट फंड
तीनों स्कीमे अलग अलग तरह का फायदा देती है. EPF सुरक्षित रिटर्न देता है, PPF टैक्स फ्री ग्रोथ देता है और NPS लंबी अवधि में सबसे अच्छा कम्पाउंडिंग रिटर्न देता है. इसलिए सही रणनीति यह है कि तीनों स्कीमों का सही रेशियों में उपयोग किया जाए. इससे रिटायरमेंट के समय मजबूत, सुरक्षित और बड़ा फंड तैयार होता है.
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