RBI पर ट्रंप टैरिफ का साया, नहीं घटा रेपो रेट, EMI में बदलाव नहीं, जानें टैरिफ से लेकर महंगाई पर गवर्नर ने क्या कहा

6 अगस्त को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखा. अमेरिका द्वारा टैरिफ लगाए जाने के बाद RBI ने सतर्क रुख अपनाते हुए यह फैसला लिया. पहले से ही यह अनुमान था कि इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा. इससे होम, कार और पर्सनल लोन की EMI पर कोई असर नहीं पड़ेगा और मौजूदा किस्तें पहले की तरह जारी रहेंगी.

RBI ने MPC की बैठक में रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखा. Image Credit: CANVA

Repo Rate: आज, 6 अगस्त को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया. अमेरिका द्वारा टैरिफ लगाए जाने के बाद बैंक ने सतर्क रुख अपनाया और रेपो रेट को 5.5% पर बरकरार रखने का फैसला लिया. पहले से ही यह उम्मीद की जा रही थी कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा. इस फैसले से होम, कार और पर्सनल लोन की EMI पर कोई असर नहीं पड़ेगा और वे पहले की तरह ही बनी रहेंगी.

RBI का न्यूट्रल रूख बरकरार

  • रिटेल महंगाई का अनुमान FY26 के लिए 3.7 फीसदी से घटाकर 3.1 फीसदी किया
  • SDF रेट 5.25 फीसदी पर बरकरार
  • बैंकिंग रेट 5.75 फीसदी पर बरकरार

GDP पर क्या बोले गवर्नर

आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जोखिम दोनों ओर संतुलित और भू-राजनीतिक तनाव बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं. उन्होंने चालू खाते के घाटे के टिकाऊ स्तर पर रहने का अनुमान जताया.

ट्रंप को दिया जवाब

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब भारत की अर्थव्यवस्था को “डेड” कहा, तो आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने साफ जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और उसका भविष्य उज्ज्वल है. उन्होंने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि बदलते वैश्विक माहौल में भारत की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ने की अच्छी संभावना रखती है.

3.1 फीसदी महंगाई का अनुमान

RBI ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए खुदरा महंगाई (CPI) दर 3.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जो जून के 3.70 फीसदी अनुमान से कम है. हालांकि, वित्त वर्ष 2026-27 में यह बढ़कर 4.9 फीसदी हो सकती है, जो RBI के 4 फीसदी लक्ष्य से ऊपर है. RBI ने बताया कि भले ही भू-राजनीतिक तनाव अब कम हुए हैं, लेकिन वैश्विक व्यापार पर नए टैरिफ का असर बना हुआ है.

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट

वॉयस ऑफ बैंकिंग के फाउंडर अश्विनी राणा के अनुसार तीन बार RBI ने रेपो रेट में कमी करने के बाद इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट में कोई बदलाव न करके जहां लोन लेने वालों को सस्ती EMI की उम्मीद को झटका लगा है, वहीं डिपॉजिट करने वालों को राहत मिली है क्योंकि रेट कम होने से उनको डिपॉजिट पर कम ब्याज मिलता.RBI का मानना है कि महंगाई दर 4% से नीचे बनी हुई है और GDP ग्रोथ भी संतोषजनक बनी हुई है. RBI का कहना है कि टैरिफ वार पर भी उसकी नजर बनी हुई है.

इस साल आरबीआई 3 बार घटा चुका है रेट

साल 2025 में कब-कब हुई कटौतीरेपो रेट (कटौती से पहले)कटौतीनई रेपो रेटटिप्पणी
फरवरी6.50%0.25%6.25%लगभग 5 साल बाद पहली कटौती
अप्रैल6.25%0.25%6.00%दूसरी बार कटौती
जून6.00%0.50%5.50%तीसरी बार कटौती


आपकी EMI कितनी रहेगी ?

  • अगर होम लोन की बात करें, मान लीजिए:
  • होम लोन अमाउंट 25,00,000 है
  • लोन की अवधि 20 साल के लिए है
  • ब्याज दर 7.5%
  • वर्तमान में EMI 20,140 है. इसमें कोई बदलाव नहीं होगा.
डिटेल7.5 फीसदी ब्याज
लोन राशि₹25,00,000
लोन अवधि20 साल
ब्याज दर7.5फीसदी
मासिक EMI₹20,140
कुल बचत (20 साल में)₹48,33,600