ट्रंप भारत को कहते हैं डेड इकोनॉमी, खुद कमा लिए 175 करोड़, तैयार कर लिया 11 मिलियन वर्गफुट का साम्राज्य

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था को ‘डेड’ कहने के बावजूद, उनकी कंपनी ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन भारत में रियल एस्टेट विस्तार में जुटी है. अब तक 175 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी कंपनी 8 मिलियन स्क्वायर फीट में नए प्रोजेक्ट्स लाएगी, जिनकी अनुमानित बिक्री 15,000 करोड़ रुपये होगी. ट्रंप ब्रांड भारत में रिलायंस, लोढ़ा और M3M जैसे डेवलपर्स के साथ काम कर रहा है.

ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन भारत में रियल एस्टेट विस्तार में जुटी है.

Trump Tower: हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को एक ‘डेड इकोनॉमी’ कहते हुए 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था. ट्रंप ने भारत पर रूस से तेल खरीद कर यूक्रेन युद्ध में उसकी मदद करने का भी आरोप लगाया है. लेकिन उनकी फैमिली कंट्रोल कंपनी द ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के लिए भारत अब अमेरिका के बाहर सबसे बड़ा बाजार बन चुका है. पिछले 10 सालों में कंपनी ने भारत में कई बिल्डरों के साथ साझेदारी कर लगभग 175 करोड़ रुपये की कमाई की है. अब दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद, ट्रंप ब्रांड भारत में और भी तेजी से फैल रहा है. गुरुग्राम, पुणे, हैदराबाद, मुंबई, नोएडा और बेंगलुरु में 8 मिलियन स्क्वायर फीट की प्रॉपर्टी डेवलपमेंट की योजना है. कंपनी के नए प्रोजेक्ट्स का अनुमानित कुल बिक्री मूल्य लगभग 15000 करोड़ रुपये बताया गया है

Pie chart showing the unit distribution across Trump Realty projects

भारत में ब्रांड ट्रंप का विस्तार

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 में भारत में पहला प्रोजेक्ट शुरू करने के बाद से ब्रांड ट्रंप ने अपनी मौजूदगी तेजी से बढ़ाई है. अब तक 3 मिलियन स्क्वायर फीट तक बने प्रोजेक्ट्स को 11 मिलियन स्क्वायर फीट तक विस्तार देने की योजना है. कंपनी के नए प्रोजेक्ट्स का अनुमानित कुल बिक्री मूल्य लगभग 15000 करोड़ रुपये बताया गया है. पुणे में इस साल मार्च में पहले कमर्शियल प्रोजेक्ट की घोषणा की गई.

प्रोजेक्टयूनिट्सडेवलपमेंट एरिया (लाख वर्गफुट)प्रोजेक्ट कॉस्ट (करोड़ ₹)
Trump Tower, Pune464300 (अनुमानित)
Trump Tower, Mumbai4009जानकारी उपलब्ध नहीं
Trump Tower, Kolkata1374400 (अनुमानित)
Trump Towers Delhi NCR, Gurugram258 (सारे बिक चुके)121,000

साझेदारी और कमाई का मॉडल

द ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन खुद किसी प्रोजेक्ट में पैसा नहीं लगाता. यह कंपनी केवल ब्रांड का नाम देने के बदले में लाइसेंस फीस या डेवलपमेंट फीस लेती है. आमतौर पर यह फीस 3 से 5 फीसदी तक होती है जो प्रोजेक्ट की कुल बिक्री पर आधारित होती है. इन प्रोजेक्ट्स को लक्जरी डेवलपमेंट के रूप में प्रचारित किया जाता है और ट्रंप नाम की वजह से प्रॉपर्टी की कीमत में प्रीमियम मिलता है.

ये भी पढ़ें- 20 साल में 80% घटे भारत के टैरिफ, ट्रंप का ‘टैरिफ किंग’ वाला दावा फेल, बांग्लादेश-पाकिस्तान से भी कम है रेट

कौन हैं भारतीय पार्टनर

भारत में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के प्रोजेक्ट्स को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, लोढ़ा ग्रुप, पंचशील रियल्टी, एम 3 एम ग्रुप, यूनीमार्क और आईआरए इंफ्रा जैसे बड़े रियल एस्टेट ग्रुप्स चला रहे हैं. ट्रिबेका डेवेलपर्स इसके आधिकारिक भारतीय साझेदार हैं. 2024 में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने भारत में लाइसेंस के लिए चार नई कंपनियां भी रजिस्टर्ड की हैं.

क्रम संख्याभारतीय साझेदार/कंपनी का नामभूमिका/साझेदारीविशेष जानकारी
1रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेडप्रोजेक्ट डेवलपमेंट2024 में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन को $10 मिलियन की डेवलपमेंट फीस दी
2लोढ़ा ग्रुपरियल एस्टेट पार्टनरट्रंप ब्रांड के तहत प्रोजेक्ट्स विकसित किए
3पंचशील रियल्टीरियल एस्टेट पार्टनरट्रंप नाम के साथ लक्ज़री प्रोजेक्ट्स का निर्माण
4एम 3 एम ग्रुपरियल एस्टेट पार्टनरट्रंप प्रोजेक्ट्स का डेवलपमेंट
5यूनीमार्करियल एस्टेट पार्टनरभारत में ट्रंप ब्रांड को प्रमोट किया
6आईआरए इंफ्रारियल एस्टेट पार्टनरट्रंप ब्रांड के तहत कार्यरत
7ट्रिबेका डेवेलपर्सआधिकारिक भारतीय साझेदारसभी लाइसेंसिंग और साझेदारियों का प्रबंधन
84 नई कंपनियां (2024)लाइसेंस रजिस्टर्डभारत में विस्तार के लिए रजिस्टर्ड की गईं

अब तक की कमाई और भविष्य की योजना

2024 में कंपनी को भारत से लगभग 12 मिलियन डॉलर की कमाई हुई है, जिसमें से 10 मिलियन डॉलर रिलायंस की सब्सिडियरी रिलायंस 4आईआर रियल्टी से डेवलपमेंट फीस के रूप में मिले. बाकी रकम गुरुग्राम, मुंबई और कोलकाता की प्रॉपर्टीज से रॉयल्टी और लाइसेंस फीस के रूप में आई. अब तक 13 ट्रंप-ब्रांडेड प्रोजेक्ट्स में से दो पूरे हो चुके हैं, दो लगभग पूरे हैं, जबकि बाकी पर काम या तो शुरू हो चुका है या जल्द शुरू होने वाला है.