20 साल में 80% घटे भारत के टैरिफ, ट्रंप का ‘टैरिफ किंग’ वाला दावा फेल, बांग्लादेश-पाकिस्तान से भी कम है रेट
वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों के मुताबिक भारत की औसत टैरिफ दर 2022 में सिर्फ 4.6 फीसदी रही, जो वैश्विक औसत से नीचे है. भारत ने 2001 से अब तक अपने टैरिफ में 80 फीसदी से ज्यादा की कटौती की है. भारत ने 1990 में जहां 80 फीसदी से ऊपर टैरिफ लगाया था, वह अब 16 फीसदी से भी कम रह गया है.

Tariff Reduction: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही भारत को ‘टैरिफ किंग’ कहकर आलोचना कर रहे हो, लेकिन वर्ल्ड बैंक के आंकड़े कुछ और ही कहानी बताते हैं. 2022 में भारत की औसत टैरिफ दर 4.6 फीसदी रही, जो वैश्विक औसत से भी कम है. 144 देशों में भारत 64वें स्थान पर है और पाकिस्तान, बांग्लादेश और ब्राजील जैसे कई पड़ोसी देशों से बेहतर स्थिति में है. पिछले दो दशकों में भारत ने टैरिफ दरों में 80 फीसदी से ज्यादा की कटौती की है.
भारत ने तेजी से घटाए टैरिफ
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, 2001 से 2022 के बीच भारत अपने औसत टैरिफ में 80 फीसदी से ज्यादा की कमी कर चुका है . 1990 में यह दर 80.9 फीसदी थी, जो 1991 के आर्थिक सुधारों के बाद लगातार घटती गई. 1999 तक यह 33 फीसदी पर पहुंची और अब 15.98 फीसदी पर है. यह दुनिया के कई विकसित और विकासशील देशों से तेज सुधार को दिखाता है.
अमेरिका को मिला सबसे ज्यादा फायदा
भारत की टैरिफ नीति में ढील का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका को मिला है. 2023 में भारत ने अमेरिकी एग्रीक्लचर उत्पादों जैसे सेब, अखरोट और बादाम पर लगाए गए टैरिफ भी हटा दिए थे. यह फैसला वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के साथ लंबी बातचीत के बाद हुआ था.
‘टैरिफ किंग’ वाली छवि पर सवाल
अमेरिका द्वारा भारत को ‘टैरिफ किंग’ कहना अब आंकड़ों के मुताबिक सही नहीं लगता. अमेरिका ने भारत के प्रोडक्ट पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया है जबकि बांग्लादेश पर केवल 20 फीसदी. इस तुलना से भारत के प्रति अमेरिका की नीति में असमानता भी नजर आती है.
व्यापार नीति में स्थिरता और सुधार
हाल के वर्षों में भले ही दुनिया में संरक्षणवाद (Protectionism) बढ़ा हो, लेकिन भारत ने अपनी व्यापार नीति में संतुलन बनाए रखा है. घरेलू हितों और रणनीतिक क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए भी भारत ने व्यापार खोलने की दिशा में लगातार काम किया है. यह नीतिगत स्थिरता भारत की वैश्विक छवि को मजबूत करती है.
भारत पर 25 फीसदी टैरिफ
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अगर भारत के साथ 30 जुलाई तक व्यापार समझौता नहीं होता, तो अमेरिका 25 फीसदी टैरिफ लगाएगा और उन्होंने किया भी ऐसा ही. ट्रंप के टैरिफ लगाने का ऐलान करते हुए कहा कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क लगाता है, जबकि दोनों देशों के बीच व्यापार बहुत कम है. हालांकि, ट्रंप के टैरिप लगाने के फैसले के बाद भी भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत जारी है और इस महीने फिर से बातचीत होनी है.
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