RBI का बड़ा बदलाव, क्रेडिट स्कोर सुधरा तो तुरंत मिलेगा सस्ता होम लोन, पहले करना पड़ता था 3 साल इंतजार
RBI के नए नियम 1 अक्टूबर से लागू हो रहे हैं, जिनके तहत बैंक अब तीन साल का इंतजार किए बिना भी होम लोन पर स्प्रेड कम कर सकते हैं. अगर आपका क्रेडिट स्कोर सुधरा है, तो आप तुरंत बैंक से ब्याज दर घटाने की मांग कर सकते हैं. इससे EMI कम होगी या लोन अवधि छोटी होगी, और लंबे समय में बड़ी बचत संभव है.
RBI ने फ्लोटिंग-रेट लोन पर स्प्रेड बदलने के नियमों में बड़ा सुधार किया है. अब बैंक तीन साल का इंतजार किए बिना भी ग्राहकों को कम ब्याज दर दे सकते हैं. इसका सीधा फायदा उन उधारकर्ताओं को मिलेगा जिनका हाल में क्रेडिट स्कोर बेहतर हुआ है.
कैसे तय होता है आपका होम लोन रेट
बैंक का लोन रेट दो हिस्सों से बनता है, एक बाहरी बेंचमार्क (जैसे RBI रेपो रेट, T-Bill यील्ड) और दूसरा बैंक का स्प्रेड. यही स्प्रेड क्रेडिट रिस्क और कॉस्ट को कवर करता है. RBI के नए नियम यहीं असर डालते हैं. अगर आपका क्रेडिट प्रोफाइल मजबूत हुआ है, तो बैंक स्प्रेड कम करके ब्याज दर घटा सकता है.
पहले तीन साल की बाधा, अब तुरंत राहत
पहले बैंक हर तीन साल में ही स्प्रेड रिव्यू कर सकते थे. इससे मौजूदा ग्राहकों को ब्याज दर गिरने का लाभ देरी से मिलता था. नई गाइडलाइंस इस लॉक-इन पीरियड को खत्म करती हैं. यानी क्रेडिट स्कोर सुधारते ही तुरंत रिव्यू और तुरंत फायदा.
कैसे मिलेगा कम ब्याज का फायदा
अगर आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ा है या EMI बोझ कम हुआ है, आप तुरंत बैंक को रेट कट के लिए आवेदन कर सकते हैं. बैंक आपकी नई क्रेडिट असेसमेंट करेगा. अगर सुधार ‘सब्स्टैंशियल’ पाया गया, तो स्प्रेड कम कर दिया जाएगा. EMI घटेगी या लोन टेन्योर छोटा होगा. इस तरह दोनों में मामलों में बचत मिलेगी.
सालाना कितनी बचत संभव
होम लोन आमतौर पर 20–25 साल के और 25–75 लाख की रेंज में होते हैं. ऐसे में सिर्फ 0.25% की रेट कट भी पूरे कार्यकाल में हजारों-लाखों रुपये की बचत करा सकती है. अगर ग्राहक EMI स्थिर रखते हुए टेन्योर घटाने का विकल्प चुनें, तो लोन जल्दी खत्म हो सकता है.
किस तारीख से लागू
RBI के इंट्रेस्ट रेट ऑन एडवांसेज (अमेंडमेंट डायरेक्शन), 2025 1 अक्टूबर, 2025 से लागू हैं. ये बदलाव ऑटोमैटिक नहीं हैं, यानी पहल ग्राहक को करनी होगी.
पुराने उधारकर्ताओं के लिए सबसे बड़ा फायदा
पहले, नया ग्राहक रेट कट का फायदा जल्दी ले लेता था, जबकि पुराना ग्राहक स्प्रेड रिव्यू का तीन साल इंतजार करता था. अब नियम बराबरी का मौका देते हैं. अब क्रेडिट स्कोर में सुधार दिखते ही, मौजूदा ग्राहक भी तुरंत रेट कट हासिल कर सकते हैं.
क्रेडिट स्कोर कैसे बेहतर करें
समय पर EMI भुगतान, कम क्रेडिट उपयोग, संतुलित क्रेडिट मिक्स, एक समय में एक ही क्रेडिट आवेदन और पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद न करना. ये सभी कदम स्कोर जल्दी सुधारते हैं. स्कोर सुधरते ही बैंक से रेट कट की मांग करें.
कम ब्याज यानी जल्दी कर्ज मुक्ति
बेहतर क्रेडिट स्कोर न सिर्फ ब्याज घटाता है बल्कि पूरे लोन टेन्योर की लागत कम कर देता है. लंबे समय वाले होम लोन में इसका असर बेहद बड़ा होता है. EMI घटाने या अवधि कम करने दोनों में से जो विकल्प आपके फाइनेंशियल गोल के अनुकूल हो, उसे चुनकर बड़ी बचत की जा सकती है.
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