SGB बना पैसे छापने की मशीन, मिला 330% का रिटर्न, RBI ने घोषित की इस सीरीज की रिडेम्प्शन प्राइस
आरबीआई ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) 2017-18 सीरीज-IX की रिडेम्प्शन प्राइस का ऐलान किया है. निवेशक 27 नवंबर, 2025 यानी आज इन बॉन्ड्स को भुना सकते हैं. रिडेम्प्शन प्राइस 12,484 रुपये प्रति यूनिट तय हुआ है, जो बॉन्ड जारी होने के प्राइस 2,914 रुपये प्रति ग्राम से लगभग 330 फीसदी अधिक है. इसके साथ ही निवेशकों को 2.50 फीसदी वार्षिक ब्याज का लाभ भी मिलता रहा है.
Sovereign Gold Bonds: बुधवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2017-18 सीरीज-IX वाली सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) के लिए रिडेम्पशन प्राइस तय किया है. यह प्राइस 12,484 रुपये प्रति ग्राम है. 8 साल पूरे होने पर गोल्ड बॉन्ड मैच्योर हो गया है. बीते 8 साल में निवेशकों का पैसा 4 गुना से ज्यादा हो गया है. आज यानी 27 नवंबर 2025 को यह बॉन्ड मैच्योर हो रहा है. मैच्योरिटी पीरियड तक इस निवेश में बने रहने वाले निवेशकों को 330 फीसदी का रिटर्न मिला है.

कितना मुनाफा हुआ?
लोगों ने यह बॉन्ड नवंबर 2017 में 2,914 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से खरीदा था. अब इसका मार्केट वैल्यू 12,484 रुपये प्रति ग्राम है. यानी हर ग्राम पर 9,570 रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. यानी पिछले आठ साल इसने 330 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है. अगर किसी निवेशक ने 2017 में सीरीज-IX में 2, 91, 400 रुपये (100 यूनिट) निवेश किया होगा तो आज उसे 12 लाख 48 हजार 400 रुपये मिलेंगे. यानी आठ साल में पैसे 4 गुना बढ़े हैं.
हर साल कितना फायदा हुआ
8 साल में कुल 330 फीसदी मुनाफा का मतलब हर साल करीब 20 फीसदी CAGR की दर से रिटर्न मिला है. यह सिर्फ सोने की कीमत बढ़ने से हुआ है. इस रिटर्न से साथ ही हर साल 2.5 फीसदी ब्याज अलग से मिलता रहा है. पैसा आज सीधे निवेशकों के बैंक खाते में आ जाएगा. व्यक्ति को इस मुनाफे पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना पड़ेगा. यह सुविधा सिर्फ सोने के बॉन्ड में मिलती है.
SGB पर दोहरा लाभ
SGB निवेशकों को सोने की कीमत में तेजी और सालाना निश्चित ब्याज दर दोनों का लाभ देते हैं. हर 6 महीने में ब्याज का भुगतान निवेशक के खाते में जमा किया जाता है. SGB निवेशकों को 2.50 फीसदी (फिक्स्ड रेट) वार्षिक ब्याज मिलता है. निवेशक SGB को मैच्योरिटी तक रखकर टैक्स फ्री का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि, निवशेकों के पास समय से पहले रिडीम करने का भी ऑप्शन होता है. हर SGB स्कीम की मैच्योरिटी पीरियड 8 वर्ष होती है, लेकिन समय से पहले रिडेम्प्शन केवल पांच वर्ष पूरे होने के बाद RBI के द्वारा घोषित तारीख पर किया जाता है.
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