नए लेबर कोड से कितनी घटेगी टेक-होम सैलरी; 7, 10 और 15 लाख की CTC पर पड़ेगा कितना असर, जानें पूरा कैलकुलेशन

नए लेबर कोड लागू होने के बाद कर्मचारियों की इन-हैंड सैलरी थोड़ी घटेगी, लेकिन बेसिक सैलरी बढ़ने से PF और ग्रेच्युटी में बड़ा योगदान बनेगा. लंबे समय में कंपाउंडिंग के जरिए रिटायरमेंट कॉर्पस तेजी से बढ़ेगा. आइये जानते है कि इससे 7, 10 और 15 लाख की CTC पर इन-हैंड सैलरी में क्या असर पड़ेगा.

सैलरी Image Credit: canva

भारत में नए लेबर कोड लागू होने के बाद कर्मचारियों की सैलरी स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव आया है. अब बेसिक सैलरी CTC का कम से कम 50% होना जरूरी है, जिसके कारण PF और ग्रेच्यूटी का योगदान बढ़ेगा. इसका असर यह होगा कि कुछ लोगों की टेक-होम सैलरी थोड़ी कम होगी लेकिन रिटायरमेंट बेनिफिट्स पहले से कहीं अधिक बढ़ जाएंगे. कर्मचारियों को अब अलाउंसेज की तुलना में बेसिक वेतन अधिक मिलेगा और कंपनियों को PF व ग्रेच्यूटी की गणना अधिक बेसिक पर करनी होगी. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लंबी अवधि में PF और NPS में भारी कंपाउंडिंग होगी, जिससे रिटायरमेंट फंड काफी बड़ा बनेगा. आइये जानते हैं कि जिनकी CTC अभी 7, 10 और 15 लाख है उनकी सैलरी पर कितना असर पड़ेगा.

₹7 लाख CTC पर असर

उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी को अभी ₹7 लाख CTC की 40% बेसिक सैलरी मिली है तो 50% बेसिक सैलरी होने पर यह अनुमानित बदलाव हो सकते हैं.

पार्टिकुलर्सपहले (पुराना सिस्टम)अब (नया लेबर कोड)
बेसिक सैलरी₹2,80,000₹3,50,000
PF (12%)₹33,600₹42,000
ग्रेच्यूटी (4.81%)₹13,468₹16,835
टेक-होम सैलरी₹6,52,932₹6,41,165

₹10 लाख CTC पर असर

उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी को अभी ₹10 लाख CTC की 40% बेसिक सैलरी मिली है तो 50% बेसिक सैलरी होने पर यहअनुमानित बदलाव हो सकते हैं.

पार्टिकुलर्सपहले (पुराना सिस्टम)अब (नया लेबर कोड)
बेसिक सैलरी₹4,00,000₹5,00,000
PF ₹48,000₹60,000*
ग्रेच्यूटी (4.81%)₹19,240₹24,050
टेक-होम सैलरी₹8,84,760₹8,55,950

₹15 लाख CTC पर असर

उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी को अभी ₹15 लाख CTC की 40% बेसिक सैलरी मिलती है तो 50% बेसिक सैलरी होने पर यह अनुमानित बदलाव हो सकते हैं.

पार्टिकुलर्सपहलेअब
बेसिक सैलरी₹6,00,000₹7,50,000
PF (12%)₹72,000₹90,000
ग्रेच्यूटी (4.81%)₹28,860₹36,075
टेक-होम सैलरी₹12,78,642₹12,65,228

डिस्क्लेमर: यह अनुमानित कैलकुलेशन है, वास्तविक CTC में बदलाव अलग हो सकते हैं.

नए लेबर कोड के फायदे

  • छोटी अवधि में टेक-होम सैलरी कम दिखेगी क्योंकि PF और ग्रेच्यूटी कटेंगे.
    लेकिन लंबे समय में यही योगदान PF, NPS और ग्रेच्यूटी के जरिए करोड़ों रुपये तैयार करेगा.
  • यानी, शॉर्ट-टर्म में सैलरी कम, लेकिन लॉन्ग-टर्म में फाइनेंशियल सुरक्षा ज्यादा मिलेगी.

इसे भी पढ़ें: नए लेबर कानून में घटेगी इन हैंड सैलरी, लेकिन 2 करोड़ का मिलेगा एक्स्ट्रा फायदा, एक्सपर्ट ने बताया पैसे बढ़ाने का फॉर्मूला