पुणे, नोएडा और कोलकाता में रियल एस्टेट बूम, कीमतों में 30% तक उछाल; लेकिन सप्लाई की कमी से बढ़ी खरीदारों की मुश्किलें

2025 की दूसरी तिमाही में भारत का रियल एस्टेट मार्केट तेजी से बढ़ा है. पुणे, नोएडा और कोलकाता जैसे शहरों में घरों की कीमतों में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखी गई, लेकिन नए घरों की सप्लाई में भारी गिरावट आई है. किफायती 1BHK और 30 लाख से कम कीमत वाले घरों की मांग सबसे ज्यादा रही, मगर विकल्प सीमित हैं.

रियल एस्टेट कारोबार Image Credit: money9live.com

Real Estate India: 2025 की दूसरी तिमाही में भारत का रियल एस्टेट मार्केट लगातार विस्तार कर रहा है. घरों की कीमतें और खरीदारों की मांग, दोनों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. हालांकि, नए घरों की सप्लाई पिछले एक वर्ष में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. इसकी वजह से कई शहरों में कीमतों पर दबाव बढ़ गया है. मैजिकब्रिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस तिमाही में घरों की कीमतों में 3.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, जो यह दिखाता है कि लोग घर खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. मांग भी पिछली तिमाही के मुकाबले 4.6 फीसदी बढ़ी है, जबकि सालाना आधार पर यह केवल 0.3 फीसदी रही है.

मांग तो बढ़ी, लेकिन विकल्पों का अभाव

इस तिमाही में किफायती घरों, विशेषकर 1BHK और 30 लाख रुपये से कम कीमत वाली यूनिट की मांग तेजी से बढ़ी है, लेकिन इस श्रेणी में पर्याप्त विकल्प उपलब्ध नहीं हैं. इसके चलते खरीदारों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और उन्हें सीमित विकल्पों के साथ समझौता करना पड़ रहा है. दूसरी ओर, बिल्डर्स नए प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने में संकोच दिखा रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, नए घरों की आपूर्ति पिछले पांच तिमाहियों में सबसे निचले स्तर पर है, जिससे खरीदारों की जरूरत और उपलब्ध संपत्तियों के बीच अंतर बढ़ गया है.

खरीदार क्या चाहते हैं

बेंगलुरु, हैदराबाद, गुरुग्राम और नोएडा जैसे टेक्नोलॉजी-प्रभावित शहरों में ज्यादातर खरीदार बड़े 2BHK और 3BHK फ्लैट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं, जो कुल मांग का लगभग 80 फीसदी है. यह रुझान यह संकेत देता है कि वर्क फ्रॉम होम और पारिवारिक जरूरतों के लिए अधिक जगह की मांग अब भी कायम है.

दूसरी ओर, मुंबई महानगर क्षेत्र में सीमित जगह और ऊंची कीमतों के चलते खरीदार छोटे 1BHK और 2BHK फ्लैट्स को तरजीह दे रहे हैं, जो वहां के बाजार की विशेषताओं को दिखा रहा है.

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कहां बढ़ रही हैं सबसे ज्यादा कीमतें

कुछ शहरों में बुनियादी ढांचे के विकास की वजह से घरों की कीमतों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पुणे में कीमतें सालाना आधार पर 39.4 फीसदी बढ़ी हैं, जो देश में सबसे ज्यादा है. ग्रेटर नोएडा में 35.3 फीसदी और कोलकाता में 33.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

विशेषज्ञों का मानना है कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मेट्रो विस्तार और बेहतर सड़कों जैसी बड़ी परियोजनाओं ने इन शहरों को अधिक आकर्षक बना दिया है, जिससे वहां रियल एस्टेट की मांग बढ़ गई है.