Smartworks IPO Review: निवेशकों को SBI Securities ने दी ‘अवॉइड’ करने की सलाह, बताई ये वजह
स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस लिमिटेड यानी SCSL एक कोवर्किंग ऑफिस कैंपस प्लेटफॉर्म है. यह छोटी कंपनियों और सिंगल यूजर्स को ऑफिस स्पेस मुहैया कराती है. कंपनी के दावे के मुताबिक मार्च 2025 तक देश के 15 शहरों में उनके पास 50 केंद्रों पर 89.9 लाख वर्ग फीट का ऑफिस स्पेस लीज पर उपलब्ध है. इस तरह SCSL अपने सेक्टर की सबसे बड़ी ऑपरेटर है.

Smartworks Coworking Spaces को IPO के तहत कुल 582.56 करोड़ रुपये जुटाने हैं. यह एक बुकबिल्डिंग इश्यू होगा. इसमें इश्यू 1.09 करोड़ फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे, जिनकी कीमत 445 करोड़ रुपये होगी. वहीं, 0.34 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल के तौर पर बिक्री के लिए रखे जाएंगे, जिनका मूल्य 137.56 करोड़ रुपये है.
कब शुरू होगा सब्सक्रिप्शन?
स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस के आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 10 जुलाई, 2025 से शुरू होगा और 14 जुलाई, 2025 को बंद होगा. इसके बाद शेयरों का अलॉटमेंट 15 जुलाई को किया जाएगा. इसके बाद 17 जुलाई, 2025 को स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस को बीएसई, एनएसई पर लिस्ट किया जाएगा.
प्राइस बैंड और लॉट साइज
स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस आईपीओ का प्राइस बैंड 387 से 407 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. रिटेल कैटेगरी में आवेदन के लिए लॉट साइज 36 शेयर का रखा गया है. इस तरह न्यूनतम निवेश राशि 13,932 रुपये होगी. वहीं, एम्प्लोयी कैटेगरी में प्रति शेयर 37 रुपये का डिस्काउंट दिया गया है.
कौन मैनेज कर रहा इश्यू?
कंपनी की तरफ से आईपीओ आवेदन के लिए सेबी को दिए गए RHP के मुताबिक जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस आईपीओ के लिए लीड बुक-रनिंग मैनेजर है, जबकि एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है.
SBI की सलाह अवॉइड करें
SBI Securities ने रिटेल इन्वेस्टर्स को सलाह दी है कि उन्हें फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस मुहैया कराने वाली कंपनी के इश्यू को अवॉइड करना चाहिए. SBI के IPO Note में कहा गया है कि कंपनी लगातार घाटे में है और भारी डेप्रिसिएशन का सामना कर रही है. इस लिहाज से 407 रुपये के अपर प्राइस बैंड के हिसाब से कंपनी अपने EBITDA से 26.3 गुना ज्यादा ओवर वैल्यूड है. ऐसे में निवेशकों को इस इश्यू से बचने और लिस्टिंग के बाद कंपनी के प्रदर्शन को ट्रैक करने के बाद निवेश की सलाह देते हैं.

क्या है कंपनी की सबसे बड़ी चुनौती?
कंपनी देश की सबसे प्राइम लोकेशन पर ऑफिस स्पेस लीज पर लेती है. ऐसे में समय के साथ इन जगहों के किराये में भारी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे कंपनी को अपना बिजनेस चलाने के लिए भारी-भरकम कैश की जरूरत होगी, ऐसे में कैश फ्लो कंपनी के लिए चुनौती हो सकता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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