Reliance Jio ने टाली IPO की योजना, 2025 में लिस्टिंग की उम्मीद नहीं; बेहतर वैल्यूएशन की तलाश में कंपनी

रिलायंस JIO प्लेटफॉर्म्स ने 2025 में होने वाला अपना IPO टाल दिया है. कंपनी का लक्ष्य है कि वह अपने टेलीकॉम रेवेन्यू और डिजिटल सेवाओं का विस्तार करके वैल्यूएशन और बढ़ाए. फिलहाल किसी इनवेस्टमेंट बैंक की नियुक्ति नहीं हुई है. JIO के 488 मिलियन से ज्यादा यूजर हैं और वह Nvidia के साथ AI इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम कर रही है.

रिलायंस JIO ने 2025 में होने वाला अपना IPO टाल दिया है.

Reliance Jio IPO Delay: मुकेश अंबानी की डिजिटल और टेलीकॉम कंपनी रिलायंस JIO प्लेटफॉर्म्स अब इस साल IPO नहीं लाएगी. पहले उम्मीद थी कि 2025 में कंपनी भारतीय बाजार में लिस्ट होगी, लेकिन फिलहाल यह योजना टाल दी गई है. कंपनी की रणनीति है कि वह अपने टेलीकॉम रेवेन्यू को और मजबूत करे और डिजिटल कारोबार का दायरा बढ़ाए ताकि IPO से पहले वैल्यूएशन और बेहतर हो सके. इस खबर के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट देखी गई.

हाई वैल्यूएशन की तैयारी में JIO

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, JIO प्लेटफॉर्म्स का फोकस अभी रेवेन्यू और सब्सक्राइबर बेस बढ़ाने पर है. कंपनी चाहती है कि IPO से पहले उसका बिजनेस ज्यादा बड़ा हो जाए. JIO की वैल्यू 100 अरब डॉलर से ऊपर आंकी है, कुछ ब्रोकरेज इसे 136 अरब डॉलर तक आंकते हैं. कंपनी ने अब तक किसी इनवेस्टमेंट बैंक को IPO के लिए नियुक्त भी नहीं किया है.

JIO टेलीकॉम से आता है बड़ा हिस्सा

JIO प्लेटफॉर्म्स की कुल एनुअल इनकम का करीब 80 फीसदी हिस्सा टेलीकॉम यूनिट Reliance Jio Infocomm से आता है, जो भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है. कंपनी के पास 488 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं. हालांकि टैरिफ बढ़ोतरी के बाद सब्सक्राइबर में कुछ कमी आई थी, लेकिन अब ग्रोथ दोबारा शुरू हो गई है.

डिजिटल सेगमेंट में भी तेजी से विस्तार

टेलीकॉम के साथ-साथ JIO अपने डिजिटल कारोबार में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. कंपनी एप्स, स्मार्ट डिवाइस और एंटरप्राइज AI सॉल्यूशंस पर फोकस कर रही है. इसके लिए Nvidia के साथ साझेदारी की गई है. साथ ही, JIO को जल्द ही Elon Musk की Starlink से भी कंपटीशन का सामना करना पड़ सकता है.

रिटेल IPO भी टलने की संभावना

केवल JIO ही नहीं, बल्कि रिलायंस रिटेल का IPO भी अब 2027 या 2028 से पहले आने की संभावना नहीं है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक , कंपनी अपने रिटेल स्टोर्स की परफॉर्मेंस जैसे प्रति स्क्वायर फीट कमाई जैसे कुछ ऑपरेशनल मुद्दों को पहले सुधारना चाहती है.

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देर से ही सही पर दमदार लिस्टिंग की उम्मीद

JIO, रिलायंस रिटेल और अन्य डिविजन्स में पिछले कुछ वर्षों में KKR, ADIA, General Atlantic और Silver Lake जैसी बड़ी ग्लोबल फर्मों से 25 अरब डॉलर का निवेश आया है. रिपोर्ट के मुताबिक, निवेशकों को IPO में देरी से कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि उन्हें कंपनी की ग्रोथ और वैल्यूएशन में भरोसा है.