52 वीक हाई से 41 से 53% तक सस्ते मिल रहे ये 3 ट्रांसमिशन स्टॉक, ऑर्डर बुक अभी भी मजबूत, शेयर पर रखें नजर
पावर ट्रांसमिशन सेक्टर के कई बड़े शेयर अपने 52-हफ्ते के हाई से 53% तक टूट चुके हैं. हालांकि डेटा दिखाता है कि रेवेन्यू, मुनाफा और ऑर्डर बुक कई कंपनियों में मजबूत है. बढ़ती बिजली मांग और सरकारी निवेश से लंबी अवधि में सेक्टर को सपोर्ट मिल सकता है. आइये ऐसे ही 3 शेयरों के बारे में जानते हैं.
भारत का पावर ट्रांसमिशन सेक्टर लंबी अवधि में मजबूत ग्रोथ की कहानी पेश करता है लेकिन हाल के महीनों में इस सेक्टर के कई शेयरों में तेज करेक्शन देखने को मिला है. ग्लोबल स्तर पर 2027 तक बिजली की खपत करीब 8,300 TWh बढ़ने का अनुमान है जबकि भारत में मौजूदा करीब 1,700 TWh की मांग 20% से ज्यादा बढ़ सकती है. इसके बावजूद, कुछ प्रमुख पावर ट्रांसमिशन कंपनियों के शेयर अपने 52-हफ्ते के हाई लेवल से 41% से 53% तक गिर चुके हैं. हम आपको ऐसे ही 3 शेयरों के बारे बता रहे हैं जिनमें करेक्शन जरूर आया है लेकिन सेक्टर की बुनियादी मांग, सरकारी निवेश और ऑर्डर बुक अभी भी मजबूत है. निवेशक इन पर नजर रख सकते हैं.
Transformers and Rectifiers (India)
सबसे ज्यादा गिरावट Transformers and Rectifiers (India) के शेयर में देखने को मिली है. यह शेयर अपने ₹650.23 के अपने 52-हफ्ते के हाई से गिरकर करीब ₹301.70 तक आ गया है, यानी यह लगभग 53% की गिरावट पर ट्रेड कर रहा है. Q2 FY26 में कंपनी की आय ₹4,600 करोड़ रही, जो साल-दर-साल लगभग स्थिर थी, जबकि शुद्ध मुनाफा ₹459 करोड़ से घटकर ₹374 करोड़ रह गया. हालांकि, कंपनी ने CRGO स्टील प्रोसेसिंग फैसिलिटी में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदा है और अतिरिक्त 22,000 MVA की EHV ट्रांसफॉर्मर क्षमता जोड़ने की योजना बनाई है, जिससे कुल क्षमता 75,000 MVA से ज्यादा हो सकती है.
KEC International
इस लिस्ट में दूसरा बड़ा नाम KEC International है जिसका शेयर अपने 52 हफ्ते के हाई ₹1,248.40 से फिसलकर करीब ₹742.02 पर आ गया है, यानी यह करीब 41% की गिरावट पर कारोबार कर रहा है. हालांकि डेटा बताता है कि कंपनी का बिजनेस मजबूत बना हुआ है. Q2 FY26 में KEC का रेवेन्यू ₹60,916 करोड़ रहा जो पिछले साल की समान तिमाही के ₹51,133 करोड़ से ज्यादा है, जबकि नेट प्रॉफिट ₹854 करोड़ से बढ़कर ₹1,608 करोड़ हो गया. कंपनी का साल-दर-साल ऑर्डर इनटेक ₹1.6 लाख करोड़ से ज्यादा है, जिसमें करीब 75% हिस्सा T&D सेगमेंट का है.
Danish Power
तीसरी कंपनी है Danish Power, जिसका शेयर अपने 52 हफ्ते के हाई ₹1,237.80 से गिरकर ₹671.10 के आसपास है, यानी करीब 45.78% नीचे है लेकिन H1 FY26 के आंकड़े अलग कहानी कहते हैं. कंपनी का रेवेन्यू ₹1,630 करोड़ से बढ़कर ₹2,110 करोड़ हो गया, यानी 29% ग्रोथ, जबकि नेट प्रॉफिट 41% बढ़कर ₹293 करोड़ पहुंच गया. क्षमता विस्तार के बाद कंपनी की ट्रांसफॉर्मर क्षमता करीब 11,000 MVA प्रति वर्ष होने की उम्मीद है.
चार्ट सोर्स: Groww
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