KSH International ने किया निराश, NSE पर 3.65% डिस्काउंट पर हुई लिस्टिंग, घटाना पड़ा था IPO साइज
KSH International का आईपीओ कुल 644.4 करोड़ रुपये का था, जिसे निवेशकों की तरफ से करीब 83 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला था. न्यूनतम 90 फीसदी सब्सक्रिप्शन की शर्त पूरी करने के लिए कंपनी ने आईपीओ का साइज घटाया. पहले यह इश्यू 710 करोड़ रुपये का था, लेकिन बाद में इसे घटाकर 644.4 करोड़ रुपये किया गया.
मैगनेट वाइंडिंग वायर बनाने वाली कंपनी KSH International Ltd के शेयर मंगलवार को शेयर बाजार में डिस्काउंट पर लिस्ट हुए. कंपनी के शेयर एनएसई पर 370 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जो इसके इश्यू प्राइस के मुकाबले करीब 3.65 फीसदी कम रहा. IPO का प्राइस बैंड 365 से 384 रुपये प्रति शेयर रखा गया था. बीएसई पर भी शेयर 370 रुपये पर ही लिस्ट हुए. लिस्टिंग के बाद कंपनी का मार्केट कैप करीब 2506.96 करोड़ रुपये रहा था.
ग्रे मार्केट से कोई खास संकेत नहीं
ग्रे मार्केट में KSH International के शेयरों का जीएमपी लगभग सपाट था. ऐसे में लिस्टिंग से पहले किसी बड़े प्रीमियम या नुकसान का संकेत नहीं मिल रहा था.
IPO को लेकर क्या रही स्थिति
KSH International का आईपीओ कुल 644.4 करोड़ रुपये का था, जिसे निवेशकों की तरफ से करीब 83 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला था. न्यूनतम 90 फीसदी सब्सक्रिप्शन की शर्त पूरी करने के लिए कंपनी ने आईपीओ का साइज घटाया. पहले यह इश्यू 710 करोड़ रुपये का था, लेकिन बाद में इसे घटाकर 644.4 करोड़ रुपये किया गया.
सेबी के नियम और कंपनी का फैसला
सेबी के नियमों के मुताबिक अगर किसी आईपीओ में कम से कम 90 फीसदी सब्सक्रिप्शन नहीं मिलता, तो कंपनी के पास कुछ विकल्प होते हैं. इनमें ऑफर फॉर सेल का साइज घटाना, सब्सक्रिप्शन अवधि बढ़ाना या प्राइस बैंड कम करना शामिल है. अगर इनमें से कोई कदम नहीं उठाया जाता, तो आईपीओ रद्द करना पड़ता है और निवेशकों को पैसा लौटाना होता है. KSH International ने पहला विकल्प चुना और ऑफर फॉर सेल का साइज 290 करोड़ रुपये से घटाकर 224.4 करोड़ रुपये कर दिया. वहीं 420 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू पहले जैसा ही रखा गया. इसके बाद आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 90 फीसदी के पार पहुंच सका.
IPO से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल
पुणे स्थित इस कंपनी ने बताया है कि आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल अलग अलग कामों में किया जाएगा. जैसे करीब 226 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने में, 87 करोड़ रुपये सुपा प्लांट और चाकन यूनिट 2 में नई मशीनरी लगाने और विस्तार के लिए, 8.8 करोड़ रुपये सुपा यूनिट में रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए, बाकी करीब 76.9 करोड़ रुपये जनरल कॉरपोरेट जरूरतों के लिए किया जाना था.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.