एक रिपोर्ट से टूटे थे Cholamandalam के शेयर, आज 7 फीसदी तक उछले; 5 साल में दिया 370 फीसदी का रिटर्न

Cobrapost की रिपोर्ट के बाद Cholamandalam Investment and Finance Company के शेयरों में उतार चढ़ाव देखने को मिला लेकिन मंगलवार को स्टॉक ने मजबूत रिकवरी दिखाई. रिपोर्ट में कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़े आरोप लगाए गए थे. वहीं कंपनी ने इन आरोपों को खारिज किया. कंपनी ने कहा कि उसकी एसेट क्वालिटी और लिक्विडिटी मजबूत है.

Cholamandalam के शेयरों में तेज उछाल देखने को मिला. Image Credit:

Cholamandalam Investment and Finance Company के शेयरों में मंगलवार को 7.45 फीसदी की उछाल देखने को मिला जिसके बाद इसके शेयर 1705 रुपये पर पहुंच गए . शेयर ने एक दिन पहले की पूरी गिरावट की भरपाई कर ली. बीते कुछ सत्रों से स्टॉक दबाव में था और लगातार कमजोरी दर्ज की जा रही थी. इसी बीच Cobrapost की रिपोर्ट में कंपनी और Murugappa Group पर 10000 करोड़ रुपये के कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़े गंभीर आरोप लगाए गए थे. रिपोर्ट के बाद निवेशकों में चिंता बढ़ गई थी, लेकिन कंपनी की सफाई के बाद शेयर में मजबूती लौट आई.

Cobrapost की रिपोर्ट में क्या आरोप लगे

Cobrapost ने कंपनी पर बड़े पैमाने पर रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन करने का आरोप लगाया. रिपोर्ट के अनुसार Murugappa Group की यूनिट के साथ हजारों करोड़ रुपये के लेनदेन किए गए. इसके अलावा पिछले 5 वर्षों में भारी कैश डिपॉजिट को लेकर सवाल उठाए गए. ऑडिटर फीस और इंश्योरेंस कमीशन से जुड़े डिस्क्लोजर पर भी चिंता जताई गई. रिपोर्ट में परिवार के सदस्यों को किए गए पेमेंट को भी अधिक बताया गया.

जानकारों ने आरोपों पर क्या कहा

कंपनी पर लगाए गए आरोप पर इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि कैश डिपॉजिट कंपनी के कुल कलेक्शन का छोटा हिस्सा हैं. उनका कहना है कि NBFC सेक्टर में कैश कलेक्शन सामान्य बात है. इंश्योरेंस इनकम को लेकर नियमों में हुए बदलाव को भी अहम कारण माना जा रहा है. ऑडिटर फीस और ग्रुप इकाइयों को किए गए पेमेंट को इंडस्ट्री प्रैक्टिस माना गया.

कंपनी ने क्या सफाई दी

कंपनी ने एक्सचेंज को दी जानकारी में सभी आरोपों को गलत बताया. Cholamandalam Investment and Finance Company ने कहा कि एसेट क्वालिटी और लिक्विडिटी की स्थिति मजबूत बनी हुई है. कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि पहले दी गई गाइडेंस में कोई बदलाव नहीं किया गया है. रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन पूरी तरह डिस्क्लोज किए गए हैं और सभी पेमेंट नियमों के अनुसार किए गए हैं. कंपनी ने रिपोर्ट को भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण बताया.

ये भी पढ़ें- KSH International ने किया निराश, NSE पर 3.65% डिस्काउंट पर हुई लिस्टिंग, घटाना पड़ा था IPO साइज

शेयर में क्यों लौटी तेजी

कंपनी के सफाई के बाद निवेशकों का भरोसा लौटा और शेयर में खरीदारी बढ़ी. शुरुआती कारोबार में स्टॉक मजबूत बढ़त के साथ ट्रेड करता नजर आया. 2025 में अब तक शेयर में अच्छी बढ़त दर्ज की गई है. बाजार का मानना है कि कंपनी की कोर बिजनेस स्ट्रेंथ बरकरार है. इसी वजह से शेयर ने गिरावट के बाद तेज रिकवरी दिखाई. कंपनी ने पिछले 5 साल में 370 फीसदी की रिटर्न दिया है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.