Q1 में Adani Power ने किया निराश, धड़ाम हुए शेयर; कंपनी के बोर्ड ने 1:5 स्टॉक स्प्लिट किया मंजूर

अडानी पावर के शेयरों में अचानक से गिरावट आई. इसके पीछे का कारण रहा कंपनी का तिमाही नतीजा. कंपनी के CEO एस. बी. ख्यालिया ने कहा कि यह तिमाही भले ही चुनौतीपूर्ण रही हो, लेकिन हमारी टीम ने मजबूत प्रदर्शन किया है. हमारी नजर 2030 तक 30 गीगावॉट (GW) क्षमता हासिल करने पर है. हम समय से पहले उपकरण मंगा रहे हैं ताकि भविष्य में कोई रुकावट न आए.

अडानी पावर का रिजल्ट Image Credit: Canva, Adani Power website

Adani Power Q1 Result: 1 अगस्त को बाजार में गिरावट थी, हालांकि इस दौरान अडानी पावर के शेयरों में शुरुआती कारोबार में तेजी थी. जैसे ही सेकेंड हाफ आया, इस शेयर में अचानक से गिरावट देखने को मिली. ये गिरावट ऐसे ही नहीं आई. ये बिकवाली तिमाही नतीजों के बाद देखने को मिली. अडानी पावर ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे जारी किए हैं. शेयर अपने एक साल के निचले स्तर से 33 फीसदी चढ़ चुका है.

कैसा रहा तिमाही नतीजा?

कंपनी का नेट प्रॉफिट 13.5 फीसदी घटकर 3,385 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने 3,913 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था.

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रेवेन्यू में भी गिरावट

कंपनी की टोटल रेवेन्यू भी इस तिमाही में 6 फीसदी घटकर 14,109 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की पहली तिमाही में 14,956 करोड़ रुपये थी.

शेयर स्प्लिट की मंजूरी

कंपनी के बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 1 शेयर को 5 हिस्सों में बांटने की मंजूरी दे दी है. इसका मतलब है कि 10 रुपये के एक शेयर को अब 2 रुपये के 5 शेयरों में बदला जाएगा. इससे शेयर की कीमत छोटी हो सकती है, जिससे छोटे निवेशकों को निवेश का मौका मिलेगा. कंपनी पहली बार स्टॉक स्प्लिट कर रही है.

कंपनी की रणनीति और बयान

अडानी पावर के CEO एस. बी. ख्यालिया ने कहा कि यह तिमाही भले ही चुनौतीपूर्ण रही हो, लेकिन हमारी टीम ने मजबूत प्रदर्शन किया है. हमारी नजर 2030 तक 30 गीगावॉट (GW) क्षमता हासिल करने पर है. हम समय से पहले उपकरण मंगा रहे हैं ताकि भविष्य में कोई रुकावट न आए.

उन्होंने बताया कि कंपनी ने इस तिमाही में बेहतर टैरिफ और कम फ्यूल कॉस्ट की वजह से पिछली तिमाही (Q4FY25) के मुकाबले EBITDA में 12.7 फीसदी की बढ़त हासिल की है.

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मौसम का असर पड़ा डिमांड पर

  • इस बार मानसून जल्दी आ गया, जिससे गर्मी कम रही और बिजली की मांग भी घटी. पूरे भारत में बिजली की कुल खपत Q1FY26 में 1.6 फीसदी घटकर 445.2 बिलियन यूनिट (BU) रह गई, जबकि Q1FY25 में यह 452.4 BU थी.
  • इसी तरह, पीक डिमांड भी 2.8 फीसदी गिरकर 243 गीगावॉट रह गई, जबकि पिछले साल यह 250 गीगावॉट थी.

शेयर बाजार में असर

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  • 1 अगस्त को दोपहर 1 बजे अडानी पावर का शेयर 570 के करीब ट्रेड कर रहा था, जो कि पिछले दिन के मुकाबले 3 फीसदी नीचे था.
  • बीते एक हफ्ते में शेयर 1 फीसदी से ज्यादा गिरा है.
  • एक साल में 21 फीसदी की गिरावट आई है.
  • वहीं, 5 साल में 1500 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.